
बदहाल चिकित्सा व्यवस्था को छिपा रही सरकार…!
‘राइट टू हेल्थ’ की चादर से ढक रही अव्यवस्थाओं को: AAP
अस्पताल के अंदर इलाज फ्री, बाहर एंबुलेंस चालक कर रहे लूट: आप
सीएम के गृह जिले में एंबुलेंस का किराया बीमारी के हिसाब से तय होना शर्मनाक : आप
जयपुर। विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश की खराब चिकित्सा व्यवस्था को राइट टू हेल्थ की चादर से ढकने का प्रयास कर रहे हैं। और इसके लिए सीएम ने दुनिया में डंका बजाया कि यह कानून लागू करने वाला देश का पहला राज्य राजस्थान है लेकिन असल में जनता को इसका फ़ायदा ही नहीं मिल रहा है।
मुख्य विपक्षी दल बीजेपी ने भी इसकी ख़ामियों को उजागर नहीं किया जिससे आज जनता को भटकना पड़ रहा है। बीजेपी को जहां राजनीतिक लाभ नजर आता है सिर्फ उन्हीं मुद्दों को उठाती है। ये बात आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवीन पालीवाल ने गुरुवार को प्रेस विज्ञप्ति में कही।
नवीन पालीवाल ने कहा कि योजनाओं की घोषणा करना जितना आसान होता है उसको अमल में लाना उतना ही कठिन। प्रदेश में राइट टू हेल्थ को तो लागू कर दिया, लेकिन सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों के बाहर प्राइवेट एंबुलेंस चालकों ने जो लूट मचा रखी है उसपर शायद सीएम गहलोत की नजर नहीं पड़ी होगी। नवीन पालीवाल ने कहा कि प्रदेश के कई शहर जिनमें जयपुर, जोधपुर, भरतपुर, कोटा, सीकर और उदयपुर में अस्पतालों के बाहर खड़े प्राइवेट एंबुलेंस चालक मरीजों के तीमारदारों से मनमर्जी कीमत वसूल रहे हैं। जिससे प्रदेश में सरकार द्वारा राइट टू हेल्थ लागू होने के बावजूद भी जनता को कोई फायदा नहीं मिल पा रहा है, इतना ही नहीं उदयपुर में तो एंबुलेंस चालकों कहना है कि उन्हें 30 फीसदी ठेकेदार को कमीशन भी देना पड़ता हैं।
आप के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार का कोई पैमाना नहीं रह गया है, क्योंकि राजस्थान में शिक्षा, चिकित्सा, समेत हर विभाग में भ्रष्टाचार ने अपनी जड़ें जमा रखी हैं। पालीवाल ने कहा कि एंबुलेंस चालकों से जो कमीशन का गोरखधंधा चल रहा है ये बिना किसी राजनीतिक संरक्षण के नहीं किया जा सकता। पालीवाल ने कहा कि प्रदेश तो दूर की बात है मुख्यमंत्री के गृह जिले में ही एंबुलेंस का किराया मरीज की बीमारी के हिसाब चार्ज किया जा रहा है। जो कि प्रदेश के लिए बड़े ही शर्म की बात है। भ्रष्टाचारी इतने बेखौफ औऱ बेलगाम हो गए हैं कि अपने फायदे के लिए किसी भी स्तर तक जा रहे हैं।
नवीन पालीवाल ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि आज प्रदेश में जो भी भ्रष्टाचार फैला हुआ है उसमें बीजेपी का भी सहयोग है, बीजेपी अगर अपना मुख्य विपक्षी दल होने का दायित्व का ईमानदारी से निर्वहन करती तो प्रदेश की आज ऐसी स्थिति नहीं होती। लेकिन बीजेपी सिर्फ अपने फायदे के मुद्दों को ही उठाती है। जबकि जनहित के मुद्दों से इन लोगों को कोई मतलब नहीं है। क्योंकि बीजेपी का अपना अलग ही एजेंडा है। और वो उसी के तहत काम करती है।