
“चप्पल से बचपन में पिटाई, 40साल बाद अहमियत समझ आई”
अंग्रेजी की पढ़ाई को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा- “जरूर पढ़ें अंग्रेजी भी”
राजस्थान विश्वविद्यालय के आयोजन में बोल रहे थे मुख्यमंत्री गहलोत
विजय श्रीवास्तव,
दिल्ली। बुधवार को राजस्थान विश्वविद्यालय में डॉ. भीमराव अंबेडकर पुस्तकालय भवन का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोकार्पण किया। करीब 12 करोड़ की लागत से तैयार हुए इस भवन पुस्तकालय भवन सहित 23.32 लाख रुपए की लागत से बने तीरंदाजी खेल मैदान का सीएम गहलोत ने लोकार्पण किया। गहलोत ने इस अवसर पर परिसर में ही डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति का भी अनावरण किया। मुख्यमंत्री ने परिसर में मौजूद स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए कहा कि सपने भविष्य निर्माण के लिए जरूर देखने चाहिए और उन्हें पूरा करने लिए प्रतिज्ञा के साथ जुट जाएं, आपको सफलता जरूर मिलेगी।
पेपर लीक प्रकरण को लेकर भी मुख्यमंत्री गहलोत ने बयान देते हुए कहा कि देशभर में इसकी गैंग बनी हुई हैं लेकिन राजस्थान में इसमें शामिल किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा, सबको जेल भेजेंगे।
इस मौके पर मुख्यमंत्री गहलोत ने आरयू के अध्यक्ष निर्मल चौधरी को पहली बार में ही बधाई देते हुए कहा कि देखिए ये कितने लक्की हैं इन्होंने पहली ही बार में छात्रसंघ चुनाव जीत लिया, लेकिन मेरी कहानी इससे बिल्कुल अलग है मैंने भी 8वीं कक्षा में पहला चुनाव लड़ा था, जिसमें मुझे केवल 8वोटों से हार मिली थी और इसके बाद जब मैंने जब RU का चुनाव लड़ा तब मुझे 400 वोटों से हार मिली और तीसरी बार भी जब मैंने विधायक का चुनाव लड़ा तो 4000 वोटों से चुनाव में हार का सामना किया। चौथी बार में 1980 में लोकसभा सांसद बना और उसके बाद मैंने पीछे मुड़कर फिर कभी नहीं देखा।
सीएम गहलोत ने चुटकी लेते हुए अपने जीवन से जुड़ा एक संस्मरण सुनाते कहा कि आज प्रदेश में राजीव गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूलों का जिक्र भी किया, गहलोत ने इस अवसर पर कहा कि मैंने बचपन से ही अंग्रेजी का विरोध किया, तब हम सोचते थे कि अंग्रेजी और संस्कृत हमारे क्या काम आएगी यही कारण रहा कि बचपन में मेरी चप्पन से पिटाई भी हुई थी, लेकिन पिछले 40 साल में समझ आया कि अंग्रेजी का क्या महत्व है।