
पीके के बाद कांग्रेस का “प्लान बी” ?
पीके के बाद कांग्रेस का “प्लान बी” !
कांग्रेस नहीं करवा सकी अपने सबसे बड़े फैसले की तामील
पीके का कांग्रेस में शामिल न होना कांग्रेस प्लानिंग का बड़ा फेल्योर
ऐसे में क्या कांग्रेस के पास है कोई प्लान बी ?
क्योंकि पार्टी को फिर से खड़ा करने के लिए उसे चाहिए चुनाव प्रबंधन का बड़ा “बैक सपोर्ट”
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राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो अपनी दरकती दीवारों को खुद ही सुधार सकती है कांग्रेस
हालांकि अपने वरिष्ठों को फिर से एक लाइन पर खड़ा करना,
विवादों को खत्म कर एक विचारधारा संग आगे बढ़ना, कांग्रेस के लिए है टेड़ी खीर
लेकिन इसके अलावा कांग्रेस के पास नहीं कोई दूसरा विकल्प
क्योंकि बिना दीवारों की मरम्मत कांग्रेस की इमारत हो जाएगी खंडहर
और खंडहर इमारत में क्यूं कोई तलाशेगा अपना भविष्य ?
प्रशांत किशोर के फिलहाल कांग्रेस में शामिल न होने से बनी ये स्थिति
देश की सबसे पुरानी कही जाने वाली पार्टी के सामने अस्तित्व बचाने की चुनौती
इसलिए अब 2024 के लिए कांग्रेस को तैयार करना ही पड़ेगा कोई “प्लान-बी”
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