
रामोजीराव के निधन के साथ पत्रकारिता-फिल्म जगत का एक अध्याय समाप्त
रामोजीराव के निधन से फिल्म और पत्रकारिता जगत में शोक
मीडिया इंडस्ट्री में क्रांति लाने वाले रामोजी का 87 वर्ष की आयु में निधन
पांच दशकों से आंध्र प्रदेश के राजनीतिक और सामाजिक इतिहास का जिक्र रामोजी के बिना अधूरा
फिल्म और पत्रकारिता को न सिर्फ ऊंचाइयों पर ले गए बल्कि देश-विदेश में अपना लोहा मनवाया रामोजीराव ने
विजय श्रीवास्तव,
हैदराबाद। पत्रकारिता और फिल्म इंडस्ट्री के युग पुरुष रामोजीराव के निधन से देशभर में शोक की लहर। कहते हैं रामोजीराव ने “बड़ा भया तो क्या हुआ जैसे पेड़ खजूर, पंथी को छायां नहीं फल लागत अति दूर” वाली कहावत को पलट कर रख दिया। उनके हर आदमी को छायां-फल ठंडी हवा की तरह प्यार और आशीष मिलता था। रामोजी राव के बारे में कहा जाता है कि वे सादा जीवन उच्च विचार वाली मनोवृत्ति के इंसान थे। उन्होंने अपने हजारों करोड़ों के एंपायर में छोटे से छोटे और बड़े से बड़े किसी भी कर्मचारी और अफसर के साथ एक समान शालीनता और बड़प्पन का व्यवहार किया।
साथियों और जरूरतमंदों के थे मसीहा
रामोजीराव गरीबों के मसीहा माने जाते थे। रामोजीराव ने विश्व की सबसे बड़ी फिल्म सिटी रामोजी राव फिल्म सिटी हैदराबाद में स्थापित की। रामोजी राव को जानने वाले लोगों का मानना है कि उन्हें अपने कारोबार और पैसे पर जरा भी घमंड नहीं था। बल्कि वे तो उन लोगों में से थे जो बड़े होने के बावजूद लोगों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहते थे। जरूरतमंदों की जरूरत पूरी करना उनका रोजमर्रा का जीवन था।
देशभर के दिग्गजों ने दी रामोजीराव को श्रद्धांजलि
शनिवार यानि 8 जून 2024 को सुबह करीब साढ़े चार बजे रामोजीराव का अस्पताल में उपचार के दौरान निधन हो गया। 87 वर्ष की आयु में हैदराबाद के एक स्टार हॉस्पिटल में उन्होंने अंतिम सांस ली । सूत्रों के अनुसार रामोजी ह्दय की बीमारी से पीड़ित थे। रामोजी को 5 जून को सांस में तकलीफ होने पर अस्पताल के ICU में भर्ती कराया गया था। रामोजी राव के निधन पर राजनीति, फिल्म, पत्रकारिता और उद्योग जगत में शोक की लहर है। सभी बड़े राजनीतिक दलों के दिग्गजों ने रामोजीराव को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
फिल्म जगत में रजनीकांत से लेकर हिंदी फिल्म जगत की जानी मानी हस्तियों और छोटे से छोटे कैमरा, स्पॉट बॉय तक ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है। मीडिया दिग्गज और रामोजी ग्रुप के चेयरमैन रामोजी राव की पार्थिव देह को रामोजी फिल्म सिटी में उनके आवास पर रखा गया था। यहां उनके परिवार, दोस्त और प्रशंसकों ने उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी। तेलंगाना सरकार ने राजकीय सम्मान के साथ रामोजी राव का अंतिम संस्कार करवाया। रामोजी राव मीडिया के क्षेत्र में बड़ी हस्ति थे।
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रामोजी के निधन पर क्या बोले पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामोजी राव के योगदानों की सराहना की और कहा कि उन्होंने भारतीय मीडिया में नए मानक स्थापित किए, समाज को जागरूक और सशक्त बनाने का कार्य किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें “भारतीय मीडिया में क्रांति लाने वाले दूरदर्शी” कहा।
The passing away of Shri Ramoji Rao Garu is extremely saddening. He was a visionary who revolutionized Indian media. His rich contributions have left an indelible mark on journalism and the world of films. Through his noteworthy efforts, he set new standards for innovation and… pic.twitter.com/siC7aSHUxK
— Narendra Modi (@narendramodi) June 8, 2024
रामोजी राव के निधन पर राजीनीतिक जगत से श्रद्धांजलि
एक्स पर एक शोक संदेश में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राव को एक “अभिनव उद्यमी” बताया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि रामोजी “भारतीय मीडिया उद्योग में अग्रणी व्यक्ति” थे। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने उन्हें “तेलुगु पत्रकारिता में विश्वसनीयता जोड़ने” का श्रेय दिया। आंध्र प्रदेश के मनोनीत मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू , जो पिछले चार दशकों से मीडिया के दिग्गज के साथ निकटता से जुड़े रहे हैं, ने एक भावपूर्ण नोट में कहा, “अच्छा को अच्छा और बुरा को बुरा कहने का उनका तरीका… मुझे उनके करीब ले आया।” तेलंगाना सरकार ने राव को पूरे राजकीय सम्मान से अंतिम विदाई देने का फैसला किया है।
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पत्रकारिता जगत ने भी रामोजीराव को अर्पित किए श्रद्धासुमन
ईटीवी हिंदी न्यूज नेटवर्क के चैनल हैड रहे और वर्तमान में फर्स्ट इंडिया न्यूज और भारत24 ग्रुप के सीएमडी एंड एडिटर इन चीफ डॉ. जगदीश चंद्रा ने भी रामोजी राव के आवास पर पहुंचकर उनकी पार्थिव देह पर अर्पित किए श्रद्धासुमन। जगदीश चंद्रा ने शोक जताते हुए कहा कि आज पूरा राष्ट्र दुखी है। सही मायने में वो एक सच्चे पत्रकार थे, उन्होंने खबर को लेकर कभी समझौता नहीं किया। उनका एक ही मूलमंत्र था निष्पक्ष और स्वतंत्र खबर उनके दर्शकों पर पहुंचे। उनके पत्रकारिता जीवन का मूल मंत्र था खबर ही जीवन है।
अपने पूर्व अध्यक्ष के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने कहा कि राव “कई मायनों में अग्रणी” थे और उन्हें “एक मीडिया मालिक के रूप में सबसे ज्यादा याद किया जाएगा, जिन्होंने कई अवसरों पर सत्ता प्रतिष्ठान को चुनौती दी और निडरता से सत्ता के सामने सच बोला।”
दूसरी खबर.कॉम की ओर से सीएमडी एवं एडिटर इन चीफ विजय श्रीवास्तव और समस्त दूसरी खबर परिवार ने भी रामोजीराव को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए दो मिनट का मौन रखा और ईश्वर से उनकी दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने की प्रार्थना की।
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विश्व की सबसे बड़ी फिल्म सिटी
आपको बता दें कि रामोजी राव फिल्म सिटी विश्व की सबसे बड़ी फिल्म सिटी में शुमार है। यहां एक साथ 40 हिन्दी फिल्मों या 20 इंग्लिश फिल्मों की शूटिंग की जा सकती है। यानी इस फिल्म सिटी में हजारों लोग एक साथ काम कर सकते हैं। यहां दक्षिण भारत की ही नहीं बल्कि बाॅलीवुड और हॉलीवुड की कई फिल्मों की शूटिंग हुई है। उन्होंने 1962 में रामोजी ग्रुप की नींव रखी थी।
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रामोजी राव ने हैदराबाद स्थित दुनिया का सबसे बड़ा फिल्म स्टूडियो रामोजी फिल्म सिटी, उषा किरण मूवीज, मयूरी फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर्स, मार्गदर्शी चिट फंड और डॉल्फिन ग्रुप ऑफ होटल्स की स्थापना की। रामोजी ईटीवी नेटवर्क यानी इनाडु टेलीविजन चैनलों और तेलुगु न्यूजपेपर ईनाडु के भी प्रमुख थे। रामोजी को पत्रकारिता, साहित्य और शिक्षा में उनके योगदान के लिए 2016 में देश का दूसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण प्रदान किया गया था।
टॉलीवुड के सुपरस्टार रजनीकांत ने दी रामोजीराव को श्रद्धांजलि
साउथ के फिल्म अभिनेता अल्लू अर्जुन ने दी रामोजी राव को श्रद्धांजलि
