
जेकेके में “बोलते रंग” चित्रकला प्रदर्शनी का उद्घाटन
प्रमुख सचिव गायत्री राठौड़ ने किया “बोलते रंग” चित्रकला प्रदर्शनी उद्घाटन
जवाहर कला केंद्र में आयोजित हो रही पूर्व IAS शुचि शर्मा की प्रदर्शनी
प्रदर्शनी में किया गया है 102 पानी के रंगों से बने चित्रों का प्रदर्शन
जयपुर। पूर्व आईएएस अधिकारी शुचि शर्मा की चित्रकला प्रदर्शनी का प्रमुख शासन सचिव, गायत्री राठौड़ ने शुक्रवार को जवाहर कला केंद्र में उद्घाटन किया। इस अवसर पर गायत्री राठौड़ ने कहा कि पूर्व आईएएस शुचि शर्मा की इस चित्रकला प्रदर्शनी “बोलते रंग” में प्रदर्शित चित्रों में जिस तरह से मानवीय भावनाओं को रंगों के धागे में पिरोया गया है वह वास्तव में अभिभूत करने जैसा अहसास है।
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शुचि शर्मा के चित्रों में परिपक्वता और परिपूर्णता
प्रमुख सचिव राठौड़ ने कहा कि शुचि शर्मा पिछले कुछ वर्षों से चित्रकला प्रदर्शनियों का आयोजन कर रही हैं इनकी हर एक प्रदर्शनी में इनके चित्रों में परिपक्वता और एक पूर्ण रूपता नजर आती है। प्रमुख सचिव गायत्री राठौड़ ने इस प्रदर्शनी में लगे सभी 102 चित्रों को बारीकी से समझा। उन्होंने कहा कि प्रतिभा के प्रदर्शन की कोई उम्र सीमा नहीं होती। प्रदर्शनी को देखने पहुंचे स्कूली बच्चों से भी गायत्री राठौड़ और शुचि शर्मा चित्रकला की बारीकियों और उसकी समझ को लेकर चर्चा की।
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जेकेके युवाओं के लिए बेहद खास प्लेटफॉर्म
पर्यटन विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने इस मौके पर जवाहर कला केंद्र की तारीफ करते हुए कहा कि जेकेके उभरती प्रतिभाओं के लिए एक बेहद खास प्लेटफॉर्म बन चुका है। ऐसे में चाहे फिर युवा हो या अन्य उम्र के कलाकार सभी के लिए जवाहर कला केंद्र में एक से बढ़कर एक अवसर मौजूद हैं।
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मानवीय संवेदना वाले चित्र खींचते हैं अपनी ओर
प्रदर्शनी की मुख्य कलाकार पूर्व आईएएस शुचि शर्मा ने अपने विचार रखते हुए कहा कि प्रशासनिक सेवा के साथ-साथ उन्होंने अपने शौक को भी जीवित रखा।
उन्होंने बताया कि उन्हें हमेशा मानवीय संवेदनाओं के चित्र अपनी और खींचते हैं। जेकेके में लगी इस प्रदर्शनी में प्रदर्शित सभी पेंटिंग्स को पानी के रंगों से बनाया गया है साथ ही इन सभी पेंटिंग्स में मानवीय भावनाओं को रंग देने की कोशिश की गई है।