
लोकसभा चुनाव-2024, राजस्थान की 10 सीटों का लेखा-जोखा
राजस्थान की इन 10 लोकसभा सीटों के क्या हैं सियासी समीकरण?
नागौर-सीकर में कांग्रेस (Congress) का गठबंधन तो भाजपा (BJP) लड़ रही सभी सीटों पर अकेले
जयपुर। राजस्थान (Rajasthan) पर लोकसभा चुनाव 2024 (Loksabha chunav 2024) का अब रंग नजर आने लगा है। दो चरणों में होने वाले चुनावों को लेकर सरगर्मी जबरदस्त तेज हो गई है। सभी प्रत्याशी प्रचार-प्रसार में पूरे दमखम के साथ मैदान में उतर चुके हैं। गुरुवार को नामांकन दाखिल करने का अंतिम दिन था। गुरुवार को प्रदेश की सभी 25 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल कर दिया है। लोकसभा में हर सीट का जोड़-तोड़ कर राजनैतिक दलों ने अपना भविष्य देखना शुरु कर दिया है। इधर कांग्रेस ने कुछ सीटों पर गठबंधन का सहारा लिया है तो भाजपा सभी 25 सीटों पर खुद के उम्मीदवार के साथ में मैदान में उतरी है। राजस्थान की 15 लोकसभा सीटों को लेखा जोखा पहले ही दूसरी खबर पर प्रकाशित किया जा चुकी है अब शेष 10 सीटों की बारी है।
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राजस्थान की इन 10सीटों पर कौन-कौन से उम्मीदवार आमने-सामने ?
अजमेर
अजमेर लोकसभा (Ajmer loksabha election) सीट पर भाजपा ने 70 साल के भागीरथ चौधरी (Bhagirath) पर एक बार फिर भरोसा दिखाया है। भागीरथ दो बार किशनगढ़ से विधायक रह चुके हैं, उनकी प्रोफाइल है कि वे वर्तमान सांसद और भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष भी हैं। साथ ही अपने क्षेत्र में कार्यकर्ताओं और लोगों पर उनकी अच्छी पकड़ है।
वहीं कांग्रेस ने अजमेर डेयरी अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी (Ramchandra) को मैदान में उतारा है। हालांकि रामचंद्र चौधरी पर यौन शोषण के आरोप हैं लेकिन कांग्रेस के पास दूसरा कोई उम्मीदवार नहीं है।उनकी प्रोफाइल ये है कि वे पिछले 30 सालों से डेयरी के अध्यक्ष हैं और अपने इलाके में उनकी लोगों पर अच्छी पैठ भी है।
लोकसभा चुनाव 2019 का परिणाम
भागीरथ चौधरी ने पिछले लोकसभा चुनावों में 8,15,076 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी रिजु झुनझुनवाला को 4 लाख वोटों से शिकस्त दी थी।
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बांसवाड़ा
बांसवाड़ा लोकसभा (Banswara-doongarpur loksabha election)से भाजपा ने कांग्रेस के पूर्व कैबिनेट मंत्री जो हाल ही में भाजपा में शामिल हुए हैं महेंद्रजीत सिंह मालवीय (Mahendrajeet), को बांसवाड़ा से अपना प्रत्याशी बनाया है। उनका प्रोफाइल ये है कि वे कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री थे और 2023 के चुनावों में विधानसभा सीट जीत फिर विधायक बनने में कामयाब रहे।
वहीं अंत समय तक बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस अपना उम्मीदवार घोषित नहीं सकी, यहां कांग्रेस से अर्जुन बामनिया के नाम के चर्चे थे लेकिन अर्जुन बामनिया के नामांकन नहीं भरने से कई सारे सवाल खड़े हो गए। कांग्रेस की तरफ से डमी उम्मीदवार के रूप में अरविंद डामोर ने नामांकन दाखिल कर दिया था जिसके चलते अब डामोर कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं।
अरविंद डामोर का प्रोफाइल ये है कि वे लोकसभा के लिए यूथ कांग्रेस के प्रदेश महासचिव हैं और कांग्रेस के सक्रिय कार्यकर्ता भी हैं
लोकसभा चुनाव 2019 का परिणाम
भाजपा के कनकमल कटारा ने 7 लाख से अधिक वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी। वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी ताराचंद भगोरा 4 लाख वोट हासिल कर चुनाव हार गए थे।
भीलवाड़ा
भाजपा ने लंबी मशक्कत के बाद भीलवाड़ा सीट (Bhilwara loksabha election)से अपना उम्मीदवार दामोदर अग्रवाल को बनाया है। हालांकि ऐसा माना जाता है कि छोटा नागपुर के नाम से पहचान रखने वाला भीलवाड़ा लोकसभा क्षेत्र पर संघ और भाजपा की अच्छी पकड़ है। फिर भी दोनों को एक प्रत्याशी तय करने में काफी समय लग गया। दामोदार अग्रवाल संघ पृष्ठभूमि से आते हैं और भीलवाड़ा में प्रमुख उद्योगपतियों में उनकी गिनती होती है।
इधर कांग्रेस ने भीलवाड़ा से सीपी जोशी को टिकट देकर अपना प्रत्याशी बनाया है। इससे पहले कांग्रेस ने स्थानीय पार्टी नेता दामोदर गुर्जर को देने की घोषणा की थी लेकिन अंतिम क्षणों में कांग्रेस ने अपना निर्णय बदल लिया। सीपी जोशी की प्रोफाइल ये है कि वे पूर्व गहलोत सरकार में विधानसभा अध्यक्ष रह चुके हैं और कांग्रेस के पुराने और वरिष्ठ नेता हैं। हालांकि उनकी अब अपने क्षेत्र के लोगों पर पकड़ कमजोर हो चुकी है लेकिन कई बार पार्टी की मजबूरियां भी आड़े आ जाती हैं।
लोकसभा 2019 का परिणाम
भाजपा के सुभाष बहेड़िया ने 2019 में 938160 रिकॉर्ड वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी। बहेड़िया ने कांग्रेस के रामलाल शर्मा को 6 लाख से अधिक वोटों से शिकस्त दी थी। शर्मा को सिर्फ 3लाख 26हजार वोट ही मिले थे।
दौसा
भाजपा ने दौसा लोकसभा (Dausa loksabha election)सीट से कांग्रेस के मीणा प्रत्याशी के सामने कन्हैयालाल मीणा को टिकट दिया है। कन्हैया लाल मीणा
इधर कांग्रेस ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुरारीलाल मीणा (Murarilal) को लोकसभा का टिकट दिया है। उनका प्रोफाइल ये है कि वे पिछली दो बार से कांग्रेस के टिकट पर दौसा से विधायक बने हैं। टिकट के पीछे ये भी माना जा रहा है कि मुरारीलाल को सचिन पायलट (sachin pilot) से वफादारी निभाने का पुरस्कार मिला है।
लोकसभा चुनाव 2019 का परिणाम
भाजपा की जसकौर मीणा ने दौसा लोकसभा सीट पर 548733 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी वहीं कांग्रेस की सविता मीणा 470289 वोट हासिल कर हार गई थीं।
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जोधपुर
भाजपा ने एक बार फिर पुराने चेहरे पर भरोसा जताते हुए जोधपुर लोकसभा सीट (Jodhpur loksabha election) से गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra singh shekawat) को मैदान में उतारा है। शेखावत केंद्र सरकार में जल शक्ति मंत्री हैं। वे जोधपुर से संबंध रखते हैं और कांग्रेस प्रत्याशी के राजपूत होने के कारण एक बार फिर भाजपा ने शेखावत को मैदान में उतारा है।
इधर कांग्रेस ने जोधपुर से करण सिंह उचियारड़ा को टिकट दिया है। उचियारड़ा पिछले 25 सालों से कांग्रेस के सक्रिय कार्यकर्ता रहे हैं। इस सीट पर राजपूतों का प्रभाव होने के कारण गजेंद्र सिंह शेखावत के सामने कांग्रेस ने एक राजपूत को ही मैदान में उतारा है। इस विधानसभा चुनाव में उचियारड़ा सुमेरपुर विधानसभा से टिकट मांग रहे थे।
लोकसभा चुनाव 2019 का परिणाम
भाजपा के गजेंद्र सिंह शेखावत ने 780390 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी वहीं यहां से कांग्रेस उम्मीदवार पूर्व सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को करीब 5लाख 10हजार वोट मिले और उनकी हार हुई।
करौली-धौलपुर
भाजपा ने करौली-धौलपुर (Karoli-dholpur loksabha election) सीट से इंदु देवी जाटव को अपना प्रत्याशी बनाया है। यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। पिछली दो बार से मनोज राजोरिया यहां से सांसद रहे हैं। इंदु देवी लंबे समय तक करौली पंचायत समिति में प्रधान रहीं हैं। टिकट देने कारण जाटव और सक्रिय राजनीतिक में अच्छी पकड़ माना जा रहा है।
इधर कांग्रेस ने इंदु देवी के सामने भजनलाल जाटव को टिकट दिया है। उनका प्रोफाइल ये है कि वे कांग्रेस सरकार में मंत्री रह चुके हैं और दो बार विधायक रह चुके हैं। उन्हें इस सीट से टिकट देने का कारण है कि वे मजबूत प्रत्याशी और जाटव हैं।
लोकसभा चुनाव 2019 का परिणाम
भाजपा के मनोज राजोरिया ने करीब 526 हजार वोट प्राप्त की जीत दर्ज की थी वहीं कांग्रेस के संजय कुमार को लगभग 428हजार वोटों के साथ हार का सामना करना पड़ा था।
कोटा
भाजपा ने एक बार फिर कोटा लोकसभा सीट (Kota loksabha election) ओम बिरला (Om birla) पर भरोसा जताया है। उन्होंने कॉलेज शिक्षा पूरी की है। उनकी प्रोफाइल ये है कि वे भाजपा से कई बार विधायक रह चुके हैं और वर्तमान में लोकसभा के स्पीकर भी हैं।
इधर कांग्रेस ने भाजपा छोड़कर साथ आए प्रहलाद गुंजल (prahlad gunjal) को ओम बिरला के सामने मैदान में उतारा है। गुंजल भाजपा के दबंग नेताओं में शुमार रहे हैं। हाल ही में भाजपा छोड़ प्रहलाद गुंजल कांग्रेस में शामिल हुए हैं। उनकी प्रोफाइल ये है कि वे दो बार भाजपा के विधायक रह चुके हैं उनके पास कार्यकर्ताओं की मजबूत टीम है और स्थानीय लोगों में गुंजल की अच्छी पकड़ है।
लोकसभा चुनाव 2019 का परिणाम
भाजपा के ओम बिरला ने 8 लाख वोट हासिल कर बड़ी जीत दर्ज की थी। बिरला ने कांग्रेस के रामनारायण मीणा को करीब 2लाख 80 हजार वोटों से शिकस्त दी थी।
नागौर
भाजपा ने नागौर (Nagaur loksabha election) सीट से कांग्रेस से भाजपा में शामिलि हुईं ज्योति मिर्धा (Jyoti mirdha) को अपना प्रत्याशी बनाया है। ज्योति मिर्धा ने कॉलेज शिक्षा पूरी की है। उनकी प्रोफाइल ये है कि उनका परिवार और वे लंबे समय तक कांग्रेस से जुड़े रहे। विधानसभा चुनावों से पहले उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था।
इधर कांग्रेस ने नागौर सीट पर आरएलपी (RLP) से गठबंधन के तहत हनुमान बेनीवाल (Hanuman baniwal) को ज्योति मिर्धा के सामने मैदान में उतारा है। गौरतलब है कि ज्योति मिर्धा और हनुमान बेनीवाल पिछले लोकसभा चुनावों में भी आमने-सामने थे। इस बार भी दोनों आमने सामने हैं लेकिन दोनों की पार्टियां बदल चुकी हैं।
लोकसभा चुनाव 2019 का परिणाम
पिछले लोकसभा चुनावों में RLP के हनुमान बेनीवाल ने 660051 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी वहीं कांग्रेस के टिकट पर ज्योति मिर्धा मैदान में थीं। हनुमान बेनीवाल से करीब पौने दो लाख वोटों से ज्योति मिर्धा हारी थीं।
राजसमंद
राजसमंद लोकसभा (Rajsamand loksabha election)सीट से भाजपा ने पूर्व राजपरिवार से संबंध रखने वाली महिमा कुमार को टिकट दिया है। महिमा कुमारी की कॉलेज पर अच्छी शिक्षा हुई है। उनकी प्रोफाइल ये है कि वे नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ की पत्नी हैं। उनके मामा मध्यप्रदेश की सतना सीट से सांसद रह चुके हैं तो उनकी चाची टिहरी-गढ़वाल से सांसद हैं।
इधर कांग्रेस ने स्थानीय नेता दामोदर गुर्जर को राजसमंद से लोकसभा का टिकट दिया है उन्हें पहले भीलवाड़ा से पार्टी ने टिकट देने का ऐलान किया था। दामोदर गुर्जर ने पीएचडी तक पढ़ाई की है। उनकी प्रोफाइल ये है कि वे गुर्जर जयपुर में देव मेडिकल कॉलेज एंड एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन हैं।
लोकसभा चुनावों में 2019 का परिणाम
लोकसभा चुनावों में भाजपा की दिया कुमारी ने 863039 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी वहीं कांग्रेस के देवकीनंदन काका को 311123 वोटों के साथ हार का सामना करना पड़ा था।
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सीकर
भाजपा ने संत सुमेधानंद सरस्वती (Sumedhnand saraswati) को तीसरी बार सीकर लोकसभा (Sikar loksabha election) सीट से टिकट दिया है। पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई करने वाले सुमेधानंद की प्रोफाइल ये है कि वे दो बार से लगातार सीकर से सांसद हैं। उन्हें टिकट देने का कारण है कि वे संत समाज का बड़ा चेहरा हैं और सीकर लोकसभा क्षेत्र में उनकी अच्छी पकड़ भी है।
इधर कांग्रेस ने गठबंधन के तहत सीपीएम नेता अमराराम (Amraram) को सीकर से टिकट दिया है। उन्होंने कॉलेज शिक्षा की पढ़ाई की है। उनकी प्रोफाइल ये है कि वे तीन बार धोद और एक बार दांतारामगढ़ से विधायक रह चुके हैं। उन्हें टिकट दिए जाने का खास कारण ये है कि वे सीपीएम में बड़े जनाधार वाले नेता हैं उनकी लोगों में अच्छी पकड़ है और ग्रामीण इलाकों में बड़ा नेटवर्क भी है।
लोकसभा चुनाव 2019 का परिणाम
भाजपा के सुमेधानंद सरस्वती ने 7,72,104 वोट हासिल कर बड़ी जीत दर्ज की थी। वहीं कांग्रेस के सुभाष महरिया 4,74,948 वोट लेकर लोकसभा का चुनाव हार गए थे।