
आडवाणी को भारत रत्न देने के पीछे क्या है कहानी…! अयोध्या को लेकर दिया था ये बड़ा बयान…
भाजपा के पुरोधा को भारत रत्न की घोषणा से पार्टी में उत्साह
पीएम मोदी ने ट्विटर पर पोस्ट कर दी आडवाणी को बधाई
विवेक पागल
जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और राम मंदिर (rammandir) आंदोलन के लिए प्रसिद्ध लालकृष्ण आडवाणी (lk advani) को देश के सबसे बड़े सम्मान “भारत रत्न” (Bharay ratan) से नवाजा जाएगा। आडवाणी ने बीजेपी को फर्श से लेकर अर्श तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ये उनका ही करिश्मा था कि दो सीटे पाने वाली बीजेपी (Bjp) ने उनके नेतृत्व में 1989 में हुए लोकसभा चुनाव में 85 सीटें हासिल की थी।
बीजेपी के पुरोधा को भारत रत्न
नरेंद्र मोदी सरकार ने देश के सबसे बड़े सम्मान भारत रत्न से लाल कृष्ण आडवाणी को सम्मानित कर उनके आंसू भी पोंछ दिए तथा उनके समर्थकों के कलपने का कारण भी खत्म दिया। हालांकि देर से आए लेकिन दुरुस्त आए। क्योंकि आडवाणी भाजपा की इस विशाल इमारत में नींव का पत्थर साबित हुए हैं। यूं तो उनके साथ मुरली मनोहर जोशी और ऊमा भारती भी हर कदम पर अयोध्या बाबरी ढांचे कंधे से कंधे मिलाकर चले थे फिर भी अयोध्या में राम मंदिर की नींव के पुरोधा भी लालकृष्ण आडवाणी ही माने जाते हैं।
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आडवाणी के अवसर आते रहे-जाते रहे
2014 में जब भाजपा ने अपने बूते बहुमत हासिल किया और उसके गठबंधन का आंकड़ा 300 पार कर गया तब भाजपा का चेहरा आडवाणी के शिष्य नरेंद्र मोदी ही थे। वैसे भी तब तक आडवाणी 84 वर्ष के हो चुके थे, उन्हें लोकसभा का टिकट भी नहीं मिला और मान लिया गया कि भाजपा के आडवाणी युग का समापन हो गया। इसके बाद अभी 22 जनवरी 2024 को वे राम लला की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में भी नहीं जा पाए। उनके हाथ अवसर आते रहे और जाते रहे क्योंकि जब वे PM बन सकते थे, तब गठबंधन के दल उनकी कट्टरपंथी छवि के चलते उनको स्वीकार न करते और जब भाजपा अपने बूते सत्ता में आई तब कमान उनके हाथ से निकाल चुकी थी।
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क्या है भारत रत्न देने का कारण?
अंततः लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न मिल गया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना गुरु-ऋण उतार दिया। गौरतलब है कि मोदी का यह दांव संभवतः लोकसभा में मोदी-3.0 के सामने आने वाली सम्पूर्ण बाधाओं को दूर करना भी है। इस बार लोकसभा चुनाव को मात्र तीन महीने बचे हैं, इसलिए 23 जनवरी को कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा हुई और दस दिनों बाद ही लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न सम्मान देने की घोषणा कर दी गई।
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