भारत के ऊर्जा भविष्य के लिए साहसिक अन्वेषण का आह्वान: जयपुर में SPG 2025 सम्मेलन का आगाज़…

भारत के ऊर्जा भविष्य के लिए साहसिक अन्वेषण का आह्वान: जयपुर में SPG 2025 सम्मेलन का आगाज़…

‘रॉक टू क्लाउड’ थीम के साथ ऊर्जा आत्मनिर्भरता की नई दिशा

पेट्रोलियम सचिव पंकज जैन ने कहा – अब क्रमिक प्रगति नहीं, चाहिए निर्णायक खोजें

तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में विश्वभर के विशेषज्ञ कर रहे ऊर्जा भविष्य पर मंथन

विजय श्रीवास्तव,

जयपुर, dusrikhabar.com। भारत की ऊर्जा आत्मनिर्भरता (Energy Self-Reliance) और सतत ऊर्जा भविष्य की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए सोसाइटी ऑफ पेट्रोलियम जियोफिजिसिस्ट्स (SPG-India) का 15वां द्विवार्षिक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन एवं प्रदर्शनीरॉक टू क्लाउड: जियो-एक्सप्लोरेशन एम्पावरिंग एनर्जी इवोल्यूशन” रविवार को जयपुर एक्सिबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर (JECC) में भव्य रूप से आरंभ हुआ।

read also:कैसा रहेगा दिन,क्या कहता है आज आपका भाग्यांक? जानिए राशिफल? 27अक्टूबर, सोमवार, 2025…

भारत के ऊर्जा भविष्य के लिए साहसिक अन्वेषण का आह्वान: जयपुर में SPG 2025 सम्मेलन का आगाज़... दीप प्रज्जवलित करते एमओपीएनजी के सचिव पंकज जैन व अन्य अधिकारी

दीप प्रज्जवलित करते एमओपीएनजी के सचिव पंकज जैन व अन्य अधिकारी

इस आयोजन में भारत और विश्व के ऊर्जा विशेषज्ञों, नीति-निर्माताओं और वैज्ञानिकों ने भाग लिया। सम्मेलन का उद्देश्य है — भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने और डिजिटल भूविज्ञान की नई दिशा देने की रणनीति तैयार करना।

“भारत के पास अब क्रमिक प्रगति का समय नहीं” — पंकज जैन

सम्मेलन का उद्घाटन भारत सरकार के पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय (MoPNG) के सचिव पंकज जैन, आईएएस ने किया। उनके साथ मंच पर ओएनजीसी (ONGC) के चेयरमैन एवं सीईओ अरुण कुमार सिंह, ऑयल इंडिया लिमिटेड (OIL) के सीएमडी डॉ. रंजीत रथ, ओएनजीसी के निदेशक (अन्वेषण) ओ.पी. सिन्हा तथा एसपीजी-इंडिया के अध्यक्ष रणबीर सिंह उपस्थित रहे।

read also:SPG 2025: जयपुर में शुरू हुआ भारत का सबसे बड़ा भू-विज्ञान सम्मेलन, ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में ऐतिहासिक पहल

भारत के ऊर्जा भविष्य के लिए साहसिक अन्वेषण का आह्वान: जयपुर में SPG 2025 सम्मेलन का आगाज़... एमओपीएनजी के सचिव पंकज जैन

एमओपीएनजी के सचिव पंकज जैन

अपने उद्घाटन संबोधन में पंकज जैन ने कहा कि “भारत अब incremental progress (क्रमिक प्रगति) का विलास नहीं उठा सकता।” उन्होंने जोर देते हुए कहा कि “ऊर्जा की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अब नई खोजों, नई रणनीतियों और साहसिक अन्वेषण (Bold Exploration) की आवश्यकता है। अब समय यह सोचने का नहीं कि तेल और गैस उत्पादन का शिखर कब आएगा, बल्कि यह तय करने का है कि हम ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में कितनी तेजी से कदम बढ़ा सकते हैं।” उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय डीपवॉटर मिशन (National Deepwater Mission) के तहत हमें अब तकनीक और नवाचार पर आधारित समयबद्ध रणनीतियों को अपनाना होगा। उन्होंने कहा “ऊर्जा आत्मनिर्भरता केवल लक्ष्य नहीं, बल्कि राष्ट्रीय जिम्मेदारी है,” 

“प्रौद्योगिकी ही अगली खोजों की कुंजी” — अरुण कुमार सिंह

ओएनजीसी के चेयरमैन एवं सीईओ अरुण कुमार सिंह ने कहा कि ओएनजीसी भारत के डीपवॉटर अन्वेषण मिशन (Deepwater Exploration Mission) को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि आज का दौर केवल पारंपरिक तकनीकों पर निर्भर रहने का नहीं, बल्कि सीस्मिक इमेजिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), और डेटा एनालिटिक्स जैसी अत्याधुनिक तकनीकों के माध्यम से सटीक और तेज अन्वेषण करने का है। “प्रौद्योगिकी ही अगली खोजों की असली कुंजी है, और यही भारत की ऊर्जा आत्मनिर्भरता का आधार बनेगी,” उन्होंने कहा।

भारत के ऊर्जा भविष्य के लिए साहसिक अन्वेषण का आह्वान: जयपुर में SPG 2025 सम्मेलन का आगाज़... स्मारिका विमोचन करते अधिकारी

भारत के ऊर्जा भविष्य के लिए साहसिक अन्वेषण का आह्वान: जयपुर में SPG 2025 सम्मेलन का आगाज़… स्मारिका विमोचन करते अधिकारी

read also:संघ की शताब्दी: भागवत परिवार ने लिखी RSS की गौरवगाथा, दादा ने रखी नींव, पिता ने बढ़ाया विस्तार, बेटे ने पहुंचाया शिखर पर…!

“अन्वेषण की निरंतर खोज में बेचैन रहें” — डॉ. रंजीत रथ

ऑयल इंडिया लिमिटेड के सीएमडी डॉ. रंजीत रथ

ऑयल इंडिया लिमिटेड के सीएमडी डॉ. रंजीत रथ

ऑयल इंडिया लिमिटेड के सीएमडी डॉ. रंजीत रथ ने कहा कि भारत आज विश्व के सबसे संभावनाशील हाइड्रोकार्बन अन्वेषण गंतव्यों (Hydrocarbon Exploration Destinations) में से एक है।

उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियाँ जैसे ओपन एकरेज लाइसेंसिंग पॉलिसी (OALP), हाइड्रोकार्बन एक्सप्लोरेशन एंड लाइसेंसिंग पॉलिसी (HELP) और ऑफशोर बिडिंग राउंड्स ने देश के अन्वेषण क्षेत्र को नई गति दी है।

डॉ रंजीत ने जियो-विज्ञान समुदाय (Geoscience Community) से आह्वान किया कि वे “अन्वेषण की निरंतर खोज में बेचैन रहें” और विशेष रूप से अल्ट्रा-डीपवॉटर क्षेत्रों (Ultra-Deepwater Zones) में अनुसंधान को बढ़ाएं।

read also:DU की छात्रा पर एसिड अटैक, कॉलेज के पास ही लड़कों ने वारदात को दिया अंजाम

“रॉक टू क्लाउड” — भारत के डेटा-ड्रिवन अन्वेषण युग का प्रतीक

एसपीजी-इंडिया के संरक्षक एवं ओएनजीसी के निदेशक (अन्वेषण) ओ.पी. सिन्हा ने कहा कि “रॉक टू क्लाउड (Rock to Cloud)” केवल एक थीम नहीं, बल्कि भारत के ऊर्जा अन्वेषण की नई सोच (New Exploration Mindset) का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि अब अन्वेषण केवल भूगर्भीय सीमाओं तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह डेटा, तकनीक और नवाचार (Data, Technology & Innovation) के समन्वय पर आधारित हो गया है। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों, उद्योग जगत और सरकार के बीच सहयोग (Collaboration) ही भारत के अवसादी बेसिन्स (Sedimentary Basins) की अपार संभावनाओं को साकार करेगा।

भारत के ऊर्जा भविष्य के लिए साहसिक अन्वेषण का आह्वान: जयपुर में SPG 2025 सम्मेलन का आगाज़... भूवैज्ञानिक का सम्मान करते अधिकारी

भारत के ऊर्जा भविष्य के लिए साहसिक अन्वेषण का आह्वान: जयपुर में SPG 2025 सम्मेलन का आगाज़… भूवैज्ञानिक का सम्मान करते अधिकारी

read also:ट्रम्प का फोन, PM मोदी का मलेशिया जाना कैंसिल: भारत ने US की ‘प्रेशर पॉलिटिक्स’ रोकी; जब तक ट्रेड डील नहीं, मीटिंग नहीं

सम्मान और प्रकाशन

कार्यक्रम के दौरान प्रसिद्ध भू-विज्ञानी और पूर्व ओएनजीसी अधिकारी जी.सी. कटियार को बी.एस. नेगी कन्वेंशन गोल्ड मेडल और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। साथ ही SPG 2025 सम्मेलन स्मारिका और GEOHORIZONS पत्रिका का विशेष अंक भी जारी किया गया।

तकनीकी प्रदर्शनी में दिखी विश्वस्तरीय झलक

सम्मेलन के साथ आयोजित SPG 2025 प्रदर्शनी का उद्घाटन ओएनजीसी चेयरमैन अरुण कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर OIL के सीएमडी डॉ. रंजीत रथ भी उपस्थित रहे। प्रदर्शनी में विश्व की अग्रणी जियोसाइंस और ऊर्जा कंपनियों ने अपनी अत्याधुनिक तकनीकें, स्मार्ट सॉल्यूशंस, और इनोवेटिव एनर्जी मॉडल्स प्रदर्शित किए। यह प्रदर्शनी भारत के ऊर्जा क्षेत्र में डिजिटल क्रांति (Digital Revolution in Energy) की झलक प्रस्तुत कर रही है।

read also:जयपुर में जैक लगाकर 3 फीट ऊपर उठाया घर: दो साल पहले खरीदे मकान में पानी भर जाता था, 119 लोगों ने 14 दिन किया काम

तीन दिवसीय सम्मेलन में ऊर्जा भविष्य पर मंथन

तीन दिनों तक चलने वाले इस सम्मेलन में विश्वभर के जियोसाइंटिस्ट्स, नीति-निर्माता, शोधकर्ता और ऊर्जा विशेषज्ञ एक साथ विचार-विमर्श करेंगे। इस दौरान तेल एवं गैस अन्वेषण के नए आयाम, तकनीकी नवाचार (Technological Innovations) और सतत ऊर्जा समाधान (Sustainable Energy Solutions) पर विस्तृत चर्चा होगी। 

इस आयोजन का उद्देश्य है “वैज्ञानिक शोध को बढ़ावा देते हुए भारत को ऊर्जा आत्मनिर्भरता (Energy Self-Sufficiency) की दिशा में एक ठोस रोडमैप प्रदान करना।”

——-

SPG 2025, जयपुर सम्मेलन, ओएनजीसी, ऑयल इंडिया, ऊर्जा आत्मनिर्भरता, Deepwater Exploration, Rock to Cloud, Petroleum Geophysics, Energy Conference India, Sustainable Energy Future, AI in Exploration, #SPG2025, #ONGC, #OilIndia, #JaipurConference, #EnergySelfReliance, #RockToCloud, #DeepwaterMission, #GeoscienceIndia, #ArtificialIntelligence, #SustainableEnergy

CATEGORIES
TAGS
Share This

COMMENTS

Wordpress (0)
Disqus ( )

अपने सुझाव हम तक पहुंचाएं और पाएं आकर्षक उपहार

खबरों के साथ सीधे जुड़िए आपकी न्यूज वेबसाइट से हमारे मेल पर भेजिए आपकी सूचनाएं और सुझाव: dusrikhabarnews@gmail.com