
रोमेश पावर प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड (RPPPL) कंपनी पर 17.5 करोड़ की धोखाधड़ी-गबन में जयपुर ईडी की छापेमारी
बैंक से 17.5 करोड़ रूपए का लोन लेकर धोखाधड़ी और गबन मामले में जयपुर ईडी की कार्रवाई
आरपीपीपीएल कंपनी पर बैंक ऑफ महाराष्ट्र से लोन लेकर फर्जीवाड़ा करने का भी आरोप
जयपुर के पांच ठिकानों और कानपुर के एक ठिकाने पर जयपुर ईडी की टीम ने की कार्रवाई
जयपुर में राधामोहन बंब एवं किशन मोहन बंब के जयपुर में सात आवासीय और व्यावसायिक ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय ने किया सर्च
वहीं इनके भतीजे संजय खंडेलवाल के कानुपर स्थित ठिकानों पर की थी रेड
मौके से मोबाइल इलेक्ट्रिक डिवाइस और कई अहम दस्तावेज किया जब्त
विजय श्रीवास्तव,
जयपुर,dusrikhabar.com, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जयपुर की टीम ने जयपुर और कानपुर स्थित मेसर्स रोमेश पावर प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (आरपीपीपीएल) के सात ठिकानों पर रेड मारी। प्रवर्तन निदेशालय जयपुर की टीम ने कंपनी निदेशकों राधामोहन और किशन मोहन बंब के सात आवासीय एवं व्यावसायिक ठिकानों पर छापेमारी की। इसके अलावा ईडी की टीम ने राधामोहन के भतीजे संजय खंडेलवाल और उसकी पत्नी के कानपुर स्थित ठिकानों पर भी छापेमारी की।
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17.5 करोड़ की बैंक लोन धोखाधड़ी और गबन का मामला
आपको बता दें कि कंपनी पर बिहार में इलेक्ट्रिक केबल सप्लाई में फर्जीवाड़े और 17.5 करोड़ रुपए के बैंक लोन में धोखाधड़ी का आरोप है। जानकार सूत्रों के अनुसार यह सर्च ऑपरेशन धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) 2002 के प्रावधानों के तहत बैंक लोन धोखाधड़ी मामले में की गई है। ईडी की टीम ने राधामोहन और किशन मोहन के जयपुर में किशनपोल बाजार, मानसरोवर, झाेटवाड़ा, तिलकनगर और बनीपार्क स्थित ठिकानों पर छापा मारा है।
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आरपीपीपीएल कंपनी पर दर्ज FIR के चलते ईडी ने की कार्रवाई
टीम को जयपुर और कानपुर स्थित ठिकानों से संबंधित दस्तावेज बरामद हुए हैं साथ ही मोबाइल, इलेक्ट्रोनिक डिवाइइस भी मिले हैं। ED raid in jaipur on Romesh Power Products Pvt. Ltd, search operations in bank loan fraud case आपको बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय जयपुर ने कंपनी पर दर्ज मामले के आधार पर जांच शुरु की थी।
दर्ज मामले के अनुसार कंपनी पर आरोप लगाया गया था कि मेसर्स आरपीपीपीएल ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र से 17.5 करोड़ रुपये का बैंक लोन लिया था, हालांकि यह एनपीए हो गया था और आरपीपीपीएल कंपनी ने अपने निदेशकों के माध्यम से बैंक के बकाया राशि का गबन कर निजी और संबंधितों के लाभ के लिए डायवर्ट किया गया था।
10 लाख कैश और तीन करोड़ की प्रोपर्टी अटैच वहीं साढ़े आठ करोड़ वसूले प्रोपर्टी नीलामी से
सूत्रों की मानें तो ईडी ने कानपुर से करीब 10 लाख रुपए की नकदी और तीन करोड़ रुपए की प्रोपर्टी अटैच की है। वहीं करीब साढ़े आठ करोड़ रुपए प्रोपर्टी की नीलामी से वसूले जा चुके हैं। कंपनी के निदेशकों से ईडी बैंक ऑफ महाराष्ट्र से 54 लाख रुपए के लोन के मामले में पूछताछ कर सकती है।
कंपनी के निदेशकों पर बिहार में बिजली के केबल निर्माण और बिक्री करने वाली कंपनी ने केबल सप्लाई में भी फर्जीवाड़ा किया था। कंपनी पर आरोप है कि स्टॉक/बिक्री के बढ़े हुए आंकड़े और बोनस शेयर जारी करने के संबंध में चार्टर्ड अकाउंटेंट द्वारा प्रमाणित झूठे प्रमाण पत्र प्रस्तुत किए थे।