
राजस्थान में किसकी सरकार, रिकॉर्ड वोटिंग, क्या है इशारा…?
राजस्थान में बंपर वोटिंग, प्रदेश में हुआ करीब 80फीसदी मतदान…!
शाम 5 बजे तक हुआ प्रदेशभर में 68.24 प्रतिशत मतदान
सुबह 8 से शाम 6 बजे तक लोगों डाले वोट
महिलाएं, युवा और बुजुर्गों की भी दिखी कई मतदान केंद्रों पर कतारें
जयपुर। राजस्थान में 25 नवम्बर यानी लोकतंत्र के महापर्व का दिन है। चुनाव आयोग की घोषणा के अनुसार राजस्थान की 199 विधानसभा सीटों पर आ मतदान जारी है। राजस्थान के कई पोलिंग बूथों शिकायतें लगातार चुनाव आयोग को मिलती रहीं। प्रदेशभर में कुछ स्थानों पर बूथ कैप्चरिंग तो कुछ स्थानों पर बीएलओ और कई बूथों पर लोगों और चुनाव ड्यूटी में लगे अफसरों में झड़प की खबरें दिनभर आती रहीं।
दोपहर 3 और 5 बजे तक के आंकड़े रहे चौंकाने वाले
बावजूद इसके प्रदेश में दोपहर 3 बजे तक करीब 55 फीसदी मतदान होने की खबर चुनाव आयोग के पुख्ता आंकड़ों से मिली है। तो शाम तक की बात करें तो शाम 5 बजे मतदान का प्रतिश 68.24 फीसदी तक पहुंच गया। हालांकि प्रदेशभर में कई छिटपुट घटनाओं के बावजूद आज दिनभर मतदान केंद्रों पर मतदान करने वालों की भीड़ नजर आई। गुप्ता ने बताया कि प्रदेश के 12,433 संवेदनशील एवं अति संवेदनशील मतदान केन्द्रों सहित 26,393 मतदान केन्द्रों पर मतदान प्रक्रिया की लाइव वेब कास्टिंग करवाई गई।
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सेल्फी खिंचवाकर लोगों ने लगाया वाट्सएप स्टेटस
मतदान बूथों पर महिलाओं सहित पुरुषों और बुजुर्गों ने भी पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं पहली बार मतदान करने वालों नवयुवकों और युवतियां भी वोट करके काफी गर्व महसूस कर रहे थे।
जयपुर सहित प्रदेश के मतदान केंद्रों पर वोट डालने के बाद लोगों ने सेल्फी खिंचवाने और उसे अपने वॉट्सएप स्टेटस और फेसबुक पर अपना मतदान का फोटो अपलोड करने का क्रेज नजर आया।
सीएम गहलोत-पूर्व सीएम राजे ने किया मतदान
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने विधानसभा क्षेत्र यानी जोधपुर के सरदारपुरा जाकर अपना वोट डाला और लोगों से अपना वोट जरूर करने की अपील की। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी पत्नी ओर पुत्र-पुत्रवधु के साथ पोलिंग बूथ पर पहुंचे और मतदान किया।
वहीं राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा महासचिव वसुंधरा राजे ने भी अपने पुत्र दुष्यंत सिंह और पुत्रवधु के साथ झालरापाटन स्थित पोलिंग बूथ पर पहुंचकर अपना वोट डाला। राजे ने वोट डालने के बाद खुशी जताई और लोगों से मतदान करने की अपील की।
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बुजुर्गों एवं निशक्तजनों के लिए खास इंतजाम
इस बार मतदान केंद्रों पर बुजुर्गों की कतारें कम नजर आईं, इसका कारण ये रहा कि इस बार चुनाव आयोग की तरफ से 80 वर्ष से ऊपर के बुजुर्गों और निशक्तजनों के लिए जो मतदान केंद्रों तक नहीं पहुंच सकते थे उनके लिए घरों से ही मतदान करने की व्यवस्था करवा दी थी जिसके चलते इस बार मतदान केंद्रों पर अधिक संख्या में ऐसे बुजुर्ग नजर नहीं आए। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि राजस्थान में 18-19 वर्ष आयु वर्ग के 22.61 लाख मतदाताओं ने मतदान के लिए पंजीकरण कराया था।
प्रदेश में हुआ रिकॉर्ड मतदान
शाम 6 बजे तक के मतदान के आंकड़ों की बात करें तो मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने सचिवालय में प्रेसवार्ता कर बताया कि दिनभर में पूरे प्रदेश से फाइनल आंकड़ों अभी तक नहीं आए हैं लेकिन पिछली बार से अधिक रहेगा ऐसा लगता है। गुप्ता ने बताया कि चुनाव से पहले निर्वाचन विभाग की टीम के सभी कर्मियों और अधिकारियों ने दिन रात एक कर राजस्थान में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव करवाने का सफल प्रयास किया।
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गुप्ता के अनुसार पिछले चुनावों के मुकाबले इस बार करीब एक करोड़ वोटर्स बढ़ें हैं इसलिए इस बार मतदान प्रतिशत भी ज्यादा हुआ होगा। फिलहाल आंकड़े फाइनल नहीं आए हैं। लेकिन अभी तक आए आंकड़ों के अनुसार सर्वाधिक वोटिंग जैसलमेर के पोकरण में सर्वाधिक मतदान हुआ। शाम पांच बजे के आंकड़ों की बात करें तो जयपुर में करीब 70फीसदी मतदान तो जैसलमेर में 76.57फीसदी मतदान के आंकड़े सामने आए हैं।
क्या बदलेगा, रिवाज या मिजाज…?
पिछले चुनाव 2018 की बात करें तो पिछले चुनावों में 72.62 फीसदी मतदान हुआ था और कांग्रेस ने अपनी सरकार बनाई थी। पिछले चार चुनावों की बात करें तो राजस्थान का रिवाज नहीं बदला, लेकिन इस बार कांग्रेस को ऐसी उम्मीद है कि प्रदेश में रिवाज बदलेगा और उसकी सरकार आएगी वहीं भाजपा कह रही है कि रिवाज नहीं कांग्रेस के लिए अपना मिजाज बदलेगी और भाजपा के पक्ष में वोटिंग करके प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाएगी।
राजस्थान में 5 करोड़, 29लाख, 31 हजार, 152 मतदाता
प्रदेश में इस बार कुल 5 करोड़ 29 लाख 31 हजार 152 मतदाता का नाम सूचियों में सामने आया। इन मतदाताओं में से 2 करोड़ 74 लाख 74 हजार 849 पुरुष और 2 करोड़ 53 लाख 13 हजार 458 महिलाओं सहित 624 थर्ड जेंडर मतदाता भी शामिल हैं। पिछले यानी 2018 के विधानसभा चुनाव से 2023 की तुलना करें तो इस बार 51 लाख 42 हजार मतदाताओं के पास विधानसभा चुनाव में पहली बार वोट करने का मौका था। 199 विधानसभा क्षेत्रों के 51,890 मतदान केन्द्रों पर हुआ मतदान। 61 हजार से अधिक 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठजन और दिव्यांग ने घर से ही किया मतदान
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बढ़ा मतदान प्रतिशत क्या कर रहा बयां?
3 दिसम्बर को परिणाम आने के वक्त ही सब कुछ होगा क्लिअर कि किसकी सरकार प्रदेश में बनेगी। हालांकि वोटिंग प्रतिशत सरकार के लिए नहीं माना जाता है शुभ लेकिन इस बार कांग्रेस सरकार को भी लगता है कि उनकी सरकार ने प्रदेश में विकास की गंगा बहाई है जिसके चलते लोगों में मतदान के लिए जबरदस्त उत्साह रहा। नव विवाहितों ने भी बूथ पर जाकर वोट डाला|
इसलिए लोगों ने बढ़-चढ़ कर मतदान किया। हालांकि अभी तक निर्वाचन विभाग के शाम 6 बजे तक के आंकड़े सामने नहीं आए हैं। लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि वोटिंग प्रतिशत 80 फीसदी से अधिक ही होगा।