
बुधवार 7 मई को पाकिस्तान से युद्ध का ऐलान… पीएम मोदी ने दिए बड़े संकेत !
बुधवार को बड़ी घोषणा को लेकर पाकिस्तान बेचैन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल ले सकते हैं बड़ा एक्शन
भारत के विभिन्न राज्यों के 244 जिलों में सिविल डिफेन्स मॉक ड्रिल का ऐलान
राजस्थान के 28 जिलों में मॉकड्रिल की तैयारी पूरी
साइरन बजेगा, लोग भागेंगे, लाइट में कटौती होगी, घायलों की मदद के लिए वालंटियर्स तैयार रहेंगे, पुलिस और प्रशासन रहेगा मुस्तैद
दिल्ली,(dusrikhabar.com)। बुधवार सुबह 11 बजे यानी 7 मई को भारतभर में विभिन्न राज्यों के 244 जिलों में साइरन बजेगा, लाइट बंद होगी लोग यहां वहां भागते नजर आएंगे, सुरक्षित बंकरों और बड़े कांकरीट से बने पुलों के नीचे छिपते नजर आएंगे। मोदी सरकार ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले जिसमें 27 भारतीयों की मौत के बाद ये बड़ा फैसला लिया है कि पाकिस्तान बॉर्डर पर भारतीय सेना युद्धाभ्यास करेगी। आपको बता दें कि 1971 के युद्ध के बाद 7 मई 2025 को ये पहला मौका होगा जब लोगों को हमले के दौरान बचने के तरीकों के बारे में जानकारी दी जाएगी। यानी हम ऐसा कहें कि जल्द ही पाकिस्तान के साथ युद्ध को लेकर कोई निर्णय भारत सरकार ले सकती है, तो गलत नहीं होगा। गौरतलब है कि गृह मंत्रालय में मंगलवार, 6 मई को हाईलेवल बैठक हुई, जिसमें सभी राज्यों के मुख्य सचिव और सिविल डिफेंस चीफ समेत कई हाई रैंक ऑफिसर शामिल हुए।
मॉक ड्रिल में क्या होता है:-
सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल एक पूर्वाभ्यास या नकली युद्धाभ्यास है, इसमें आपातकालीन स्थिति बनाई जाती है। जिसमें युद्ध, हवाई हमला, प्राकृतिक आपदा या किसी और इमरजेंसी के समय लोगों को अपनी सुरक्षा करना सिखाया जाता है।
आसान भाषा में समझें तो यह एक तरह का रिहर्सल है। इसमें आम लोग, स्कूल-कॉलेज के स्टूडेंट्स, सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स, होम गार्ड, पुलिस और स्थानीय प्रशासन मिलकर यह देखते हैं कि असली खतरे के समय क्या करना होगा।
सार्वजनिक सूचना –
7 मई को संभावित हवाई हमले से सुरक्षा हेतु एक पूर्व नियोजित अभ्यास (ड्रिल) आयोजित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य हमारी सुरक्षा सुनिश्चित करना तथा मानसिक रूप से तैयार रहना है।
कृपया घबराएं नहीं। बच्चों को अवश्य जागरूक करें, हवाई हमले से बचाव हेतु निम्नलिखित चेकलिस्ट को अपने मोबाइल में सुरक्षित रखें:
1. अलर्ट और सतर्कता
एयर रेड सायरन की आवाज़ पहचानें, मोबाइल, रेडियो अथवा अन्य माध्यमों से सरकारी अलर्ट प्राप्त करें, अफवाहों पर विश्वास न करें; केवल आधिकारिक सूचनाओं पर ध्यान दें।
2. सुरक्षित स्थान (शरणस्थल)
निकटतम बंकर अथवा सार्वजनिक शरणस्थल की जानकारी रखें, अपने घर में एक मजबूत, बिना खिड़की वाला कमरा चिन्हित करें, शरणस्थल तक शीघ्र पहुँचने का मार्ग पूर्वनिर्धारित रखें।
3. आवश्यक सामग्री तैयार रखें
कम से कम तीन दिन का पीने योग्य जल, सूखा भोजन जैसे बिस्कुट, ड्राय फ्रूट्स आदि, प्राथमिक चिकित्सा किट, टॉर्च और अतिरिक्त बैटरियाँ, पोर्टेबल रेडियो, आवश्यक दस्तावेज़ (पहचान पत्र, चिकित्सा रिपोर्ट, बैंक विवरण आदि), मोबाइल चार्जर और पावर बैंक।
4. अंधकार और सुरक्षा
रात के समय पूर्ण ब्लैकआउट सुनिश्चित करें – सभी लाइटें बंद रखें, खिड़कियों को मोटे पर्दों, काले कागज़ या ब्लाइंड से ढकें, शीशों से दूर रहें; आवश्यकता पड़ने पर ज़मीन पर लेट जाएँ।
5. अभ्यास और पूर्वतैयारी
परिवार के साथ हवाई हमले से बचाव की ड्रिल का अभ्यास करें ,बच्चों को सुरक्षित स्थान और प्रक्रिया से अवगत कराएँ, पड़ोसियों से संपर्क बनाए रखें और सामूहिक सहयोग सुनिश्चित करें।
6. हमले के पश्चात सावधानियाँ
केवल सरकारी निर्देश मिलने पर ही बाहर निकलें, घायल व्यक्तियों को प्राथमिक उपचार दें, किसी भी संदिग्ध वस्तु या बम को न छुएँ; तुरंत पुलिस अथवा संबंधित विभाग को सूचित करें।
7. सोशल मीडिया और व्हाट्सएप पर आचरण एवं सावधानियाँ
अफवाहें न फैलाएँ। किसी भी सूचना को साझा करने से पूर्व उसकी सत्यता की पुष्टि करें, वनात्मक या उकसाने वाली पोस्ट से बचें। यह शांति और सुरक्षा के लिए घातक हो सकता है, सरकारी या सुरक्षा एजेंसियों द्वारा जारी सूचनाओं को ही आगे बढ़ाएँ, अनधिकृत वीडियो या फोटो साझा करने से बचें। इससे आतंक और भ्रम फैल सकता है, “सोशल मीडिया पर संयम और समझदारी, हमारी नागरिक जिम्मेदारी है।”
