
वैदिक पंचांग से जानिए कैसा रहेगा आज…?
वैदिक पंचांग
ज्योतिषी पूनम गौड़ के अनुसार आप का आज का दिन कैसे शुभ होगा?
जानिए वैदिक पंचांग से कुछ तरीके और उपाय।

ज्योतिष पूनम गौड़
दिनांक – 28 अगस्त 2023
दिन – सोमवार
विक्रम संवत – 2080 (गुजरात – 2079)
शक संवत – 1945
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – शरद ॠतु
मास – श्रावण
पक्ष – शुक्ल
तिथि – द्वादशी सायं 06:22 तक तत्पश्चात त्रयोदशी
नक्षत्र – उत्तराषाढ़ा रात्रि 2:43 29 अगस्त तक तत्पश्चात श्रावण
योग – आयुष्मान प्रातः 09:56 तक तत्पश्चात सौभाग्य
राहुकाल – प्रातः 7:33 से प्रातः 09:09 बजे तक
सूर्योदय – 05:57
सूर्यास्त – 18:48
दिशाशूल – पूर्व दिशा में
व्रत पर्व – सोम प्रदोष व्रत
प्रदोष काल – सायं 06:48 से सायं 09:02
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💥 विशेष:-
👉द्वादशी को पूतिका का साग खाने से पुत्रनाश होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
👉सोम प्रदोष सब प्रकार के पापों का शमन करने वाला होता है।
👉प्रदोष काल के शिव पूजन से दरिद्रता दूर होती है।
👉प्रदोष काल मे शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करने से लक्ष्मी स्थाई रूप से घर में विराजतिं हैं।
👉” ये वै प्रदोष समये परमेश्वरस्य कुर्वंति अनन्य मनसोsन्गि सरोजपूजाम।
नित्यं प्रबद्ध धन धान्य कलत्र पुत्र सौभाग्य संपद अधिकारस्त इहैव लोके।। “
अर्थात जो लोग प्रदोष काल मे अनन्य भक्ति से महादेव के चरण कमलों का पूजन करते है उन्हे इस लोक मे धन धान्य कलत्र पुत्र सौभाग्य एवं संपत्ती की प्राप्ति होती है ..
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👉पुराण के अनुसार देव दानव के समुद्र मंथन मे जो विष उत्पन्न हुवा था वह भगवान महादेव ने इसी प्रदोष काल मे प्राशन किया था .. भगवती पार्वती ने अपने सामर्थ्य से उस विष को शिवजी के कंठ तक ही रोक दिया इसलिये भोलेनाथ ” नीलकंठ ” नाम से जाने गये ..
भगवान शिव जी ने समस्त सृष्टी को इस भयंकर विष के प्रभाव से बचाया इस पवित्र प्रदोष काल मे इसीलिए इसे शिव उपासना के लिये अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है .. इसि काल मे भगवान महादेव ने अपना तांडव नृत्य किया था ।
👉प्रदोष काल मे विष्णु एवं ब्रम्हा का पूजन न करे और केवल एक शिवजी का पूजन करे .. प्रदोष काल मे महादेव के पूजन से सभी देवता प्रसन्न हो जाते हैं।
👉आज सावन का आखरी सोमवार है, प्रातः काल पवित्र हो कर शिवलिंग का अभिषेक करें। बेल पत्र, धतूरा, आक, दूध, काले तिल, गुड़, चन्दन, भस्म, इत्र आदि से भोले बाबा की पूजा कर उन्हें प्रसन्न करें।
👉शिवलिंग पर 108 दाने साबूत मूंग के दाने चढ़ाने से कामना पूर्ति होगी।