
सिद्धू बनेंगे खास से आम !
सिद्धू बनेंगे खास से आम !
पंजाब में नए समीकरणों की अटकलें, सिद्धू ने आप पार्टी की तारीफों के बांधे पुल
-विजय श्रीवास्तव-
दिल्ली। 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब में सियासी पारा में तेजी नजर आने लगी है। नवजोत सिंह सिद्धू लगातार अपनी कांग्रेस सरकार और पूर्व बादल सरकार पर निशाना साध रहे हैं। कुछ दिन पहले उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि प्रदेश को दिल्ली नहीं बल्कि पंजाब मॉडल की जरूरत है। मंगलवार को सिद्धू के सुर बदले बदले से सुनाई दिए। अब अटकलों का बाजार गर्म है।
पंजाब कांग्रेस की अंदरूनी कलह का कारण बने नवजोत सिद्धू ने मंगलवार को आम आदमी पार्टी की शान में खूब कसीदे पढ़े। सिद्धू ने कहा कि मेरे विजन और पंजाब के लिए काम को आम आदमी पार्टी ने हमेशा पहचाना है। फिर चाहे वह 2017 से पहले की बात हो, ड्रग्स, किसानों के मुद्दे, भ्रष्टाचार हो या बिजली संकट का सामना। सिद्धू ने कहा कि आज जब मैं पंजाब मॉडल पेश कर रहा हूं तो यह स्पष्ट है कि वे जानते हैं कि वास्तव में पंजाब के लिए कौन लड़ रहा है।
सिद्धू के इस ट्वीट से पंजाब में राजनीतिक सरगमी काफी तेज हो गई है। उनके इस बयान के बाद सिद्धू के आम आदमी पार्टी ज्वाइन करने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि पंजाब में कांग्रेस से पटरी मेल नहीं खाने के बाद से ही सिद्धू कभी यहां तो कभी वहां जाने की तैयारी में हैं। सिद्धू पहले भाजपा तो अब कांग्रेस के लिए क्या सिरदर्द बन गए हैं? न वो भाजपा में संतुष्ट थे न कांग्रेस में, तो क्या अब सिद्धू कोई नई पार्टी बनाएंगे? फिलहाल तो इसका जवाब शायद ना है क्योंकि आज ही सिद्धू ने आम आदमी पार्टी और AAP के पंजाब प्रमुख भगवंत मान के कामों की तारीफों का जो पुल बांधा है उससे तो ऐसा लगता है कि अब सिद्धू खुद भी इस झमेले से परेशान होकर खास से आम आदमी बनने की तैयारी कर रहे हैं। हालांकि कुछ दिनों पहले सिद्धू ने दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल पर ट्वीट कर निशाना साधा था।
अमरिंदर सिंह-नवजोत सिंह सिद्धू में वर्चस्व लड़ाई
कांग्रेस में अहम पद की चाह में सिद्धू अमरिंदर सिंह के सामने खड़े हो गए हैं लेकिन अमरिंदर न उन्हें पंजाब कांग्रेस में न ही कैबिनेट में कोई अहम पद देने को राजी हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू की लड़ाई दिल्ली तक भी पहुंची थी, जहां कांग्रेस आलाकमान ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन करके विवाद का हल निकालने की कोशिश की. हालांकि, अभी तक जो जानकारी निकल कर सामने आई है, उससे साफ है कि सिद्धू और अमरिंदर में से कोई भी झुकने के लिए तैयार नहीं है।