
खड़गे ने किया कांग्रेस का फिर से भाग्योदय…!
कांग्रेस में लो प्रोफाइल से हाई प्रोफाइल तक पहुंचे मल्लिकार्जुन खड़गे,
हिमाचल के बाद कांग्रेस को दिया कर्नाटक जीत का तोहफा,
कांग्रेस की कर्नाटक जीत का असर जालंधर उपचुनाव और अब BMC चुनाव पर,
विजय श्रीवास्तव, वरिष्ठ पत्रकार।
दिल्ली। राजनीति में जीत हार चलती रहती है, कभी मेरी बारी तो कभी तेरी बारी वाला सिद्धांत यहां काम करता है। वहीं भाग्य भी जिसका प्रबल हो उस पार्टी की जीत होती है। ऐसे ही गर्दिश के दिनों से जूझ रही कांग्रेस का भी शायद फिर से भाग्योदय हो रहा है। कहते हैं डूबते को तिनके का सहारा ही काफी है, कांग्रेस के लिए नए राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे वो तिनका बनकर ही आए हैं जो डूबती कांग्रेस को नदिया में सहारा देकर किनारे लगा देंगे।
कांग्रेस का बदला भाग्य

खड़गे को कर्नाटक चुनाव जीत पर बधाई
जब से कांग्रेस में मल्लिकार्जुन खड़गे राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गए हैं तब से ही कांग्रेस का अच्छा समय शुरू हो गया है। एक के बाद एक राज्यों के चुनावों में कांग्रेस बड़ी जीत दर्ज करती जा रही है और अपना वर्चस्व और साम्राज्य फिर से फैला रही है। खड़गे ने अध्यक्ष बनते ही कांग्रेस को हिमाचल प्रदेश में जीत का बड़ा तोहफा दिया और उसके बाद अब दक्षिण की राजनीति की धुरी माने जाने वाले प्रदेश कर्नाटक में भी कांग्रेस ने एक तरफा जीत हासिल कर बता दिया है कि अब फिर उसका समय आ गया है।
प्रोफाइल खड़गे ने भाजपा का दिखाया आईना
दक्षिण से आने वाले राजनेता मल्लिकार्जुन खड़गे यूं तो राजनीति के बहुत पुराने खिलाड़ी हैं और कांग्रेस में शुरू से लो-प्रोफाइल रहकर काम करते रहे। लेकिन एक दिन सबका आता है, अपनी मेहनत और लगन के चलते खड़गे के सितारे भी अब बुलंदी पर हैं। तभी तो कर्नाटक जैसे राज्य में चुनाव की जिम्मेदारी को बखूबी निभाते हुए और खड़गे ने कांग्रेस के दिन बदल दिए हैं। खड़गे के पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद पांच माह में ही यह देश में कांग्रेस पार्टी की दूसरी बड़ी जीत है। हिमाचल के बाद अब कर्नाटक में शानदार जीत दर्ज कर कांग्रेस ने भाजपा को आईना दिखा दिया है वहीं दूसरी ओर अब @soniyagandhi123 @RahulGandhi और @priyankagandhi भी मानने लगे हैं कि कांग्रेस के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे लक्की नम्बर साबित हो रहे हैं। हालांकि कर्नाटक उनका गृह राज्य है और अपने गृह राज्य में 80 वर्षीय खड़गे ने करीब 50 जनसभाओं को संबोधित किया साथ ही उन्होंने इस बार कुछ सख्त निर्णय और समीकरण की जोड़ बाकी बिठाकर कांग्रेस को बड़ी जीत दिलवाई है।
कर्नाटक हार से पार्टी में गहन चिंतन-मनन

नया संसद भवन, सेंट्रल विस्टा
ऐसा नहीं है कि भाजपा @BJP4India के पास पूरा देश है और आगामी चुनावों में कर्नाटक हार की भरपाई भाजपा कर लेगी। बल्कि कर्नाटक हार का भाजपा को बड़ा धक्का लगा है। राजनीति के दिग्गजों की मानें तो दक्षिण में कर्नाटक एक ऐसा राज्य माना जाता है कि यहां की जीत हार का असर पूरे दक्षिण के राज्यों को प्रभावित करता है। शायद यही कारण है कि भाजपा ने पीएम मोदी @PMOIndia के नौ साल पूरा होने के जश्न की तारीखों को आगे बढ़ा दिया है। शायद आपको याद होगा कि 26 मई 2014 को नरेंद्र दामोदर दास मोदी @narendramodi ने भाजपा की ओर से देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी, ऐसे में 26 मई को होने वाले नए संसद भवन @सेंट्रल विस्टा का लोकार्पण का आयोजन भी अब 28 मई के लिए शेड्यूल किया गया है। पहले 15 मई से 15 जून तक देशभर में राष्ट्रव्यापी समारोहों का आयोजन होना था जो 30मई से 30जून तक होगा। इसमें बड़ी बात ये है कि कोई ये बताने को तैयार नहीं कि आखिर भाजपा ने अचानक ऐसा क्यों किया।