
राजस्थान की धरा पर पीएम का दंडवत
आबूरोड पहुंचे पीएम मोदी ने दिया सियासी संदेश
जयपुर। प्रधानमंत्री मंत्री मोदी शनिवार को राजस्थान के आबू रोड पहुंचे। गुजरात बॉर्डर से लगती राजस्थान सीमा में स्थित आबूरोड आकर पीएम मोदी ने एक तीर से दो निशाने साधने का प्रयास किया है। दरअसल राजस्थान और गुजरात में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने हैं और पीएम मोदी के प्री-प्लांड गुजरात दौरे के साथ राजस्थान में आना चुनावी गणित से जोड़कर देखा जा रहा है।
@प्रधानमंत्री का राजस्थान आना और एक मंच पर पीएम के साथ @vasundhararaje, #सतीश पूनिया, #गुलाबचंद कटारिया, #राजेंद्र राठौड़ सहित कई भाजपा नेताओं के मंच पर मौजूद रहने से राजस्थान के लोगों को सियासी मैसेज देना लगता है। यूं तो #प्रधानमंत्री मोदी अक्सर राजस्थान आते हैं लेकिन हर बार उनका राजस्थान दौरा पहले से तय होता है। इस बार पीएम न सिर्फ बिना किसी आयोजन के #आबूरोड आए बल्कि उन्होंने रात 10 बजे बाद माइक के बिना ही पीएम की सभा में उमड़े सैकड़ों-हजारों लोगों को संबोधित किया साथ ही राजस्थान की धरती पर तीन बार सिर झुकाकर नमन कर लोगों का दिल जीत लिया। #पीएम मोदी वैसे भी लोगों का दिल जीत लेने में मास्टर माने जाते हैं, उन्हें पता है कैसे कब किसका दिल जीतना है। आबूरोड से लगती #गुजरात की सीमा पर स्थित #अंबाजी में पीएम मोदी का कार्यक्रम था लेकिन पीएम के राजस्थान आने के संभावित कार्यक्रम के चलते प्रदेश भाजपा की ओर से न सिर्फ मंच बनाया गया बल्कि लोगों को भी पीएम ने मिलने के लिए निमंत्रण दिया गया था।
गौरतलब है कि राजस्थान भाजपा में सियासी संकट के चलते प्रधानमंत्री मोदी ने राजस्थान पहुंचकर न सिर्फ लोगों का दिल जीता बल्कि राजस्थान की जनता से आने वाले विधानसभा चुनावों से पहले जल्द ही मुलाकात का कार्यक्रम तय कर लिया है। पीएम ने ये बात भी लोगों को साफ तौर पर बताने की कोशिश की है कि चाहे भाजपा में कितने भी मतभेद हों लेकिन मनभेद की भाजपा में कोई गुंजाइश नहीं है। भाजपा के सभी वरिष्ठ नेताओं को एक मंच पर यूं एकत्र होना पीएम की इस बात का सार्थक भी करतना है। हो सकता है आने वाले कुछ समय में पीएम मोदी बेणेश्वर की धरती पर अपना कोई आयोजन रखें और केंद्र की ओर से राजस्थान के लोगों का दिल जीतने की कोशिश करें।
बहरहाल गुजरात और राजस्थान दोनों को एक साथ पीएम मोदी के कवर करने को लेकर सियासी गलियारों में चर्चा है कि एक तीर से दो निशाने कैसे साधने हैं ये कोई पीएम मोदी से सीखे ? याद रहे कि कांग्रेस ने भी उदयपुर में चिंतन शिविर के बाद बेणेश्वर धार्मिक स्थल पर एक बड़ी सभा का आयोजन किया था जिसमें राहुल गांधी सहित कांग्रेस के तमाम आला नेता यहां मौजूद रहे थे।