
क्या मंत्रिमंडल फेरबदल में जोशी निभाएंगे अहम रोल ?, डॉ. सीपी जोशी से पायलट-खाचरियावास का मिलना बना चर्चा का विषय, पंजाब घटनाक्रम के बाद जोशी से बंद कमरे में मुलाकातों के निकाले जा रहे कई मायने
क्या मंत्रिमंडल फेरबदल में जोशी निभाएंगे अहम रोल ?
डॉ. सीपी जोशी से पायलट-खाचरियावास का मिलना बना चर्चा का विषय
पंजाब घटनाक्रम के बाद जोशी से बंद कमरे में मुलाकातों के निकाले जा रहे कई मायने
विजय श्रीवास्तव
जयपुर। यूं तो विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी हमेशा से ही चर्चाओं में रहे हैं, लेकिन इन दिनों पायलट और उसके बाद गहलोत सरकार के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से बंद कमरे में मुलाकात के बाद खासे चर्चा में आ गए हैं। या यूं कहें कि कांग्रेस में उनको तवज्जो मिलने लगी है। हाल ही के दिनों में विधानसभा में भी डॉ. जोशी की “अग्रेसिवनेस” को लेकर भी वो अखबारों और चैनलों की सुर्खियों में लगातार बने रहे।
गौरतलब है कि पंजाब के राजनीतिक घटनाक्रम के बाद राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के डॉ. सीपी जोशी से अकेले बंद कमरे में मुलाकातों के लोगे मायने निकालने लगे थे वहीं अब पूर्व में सचिन पायलट ग्रुप के माने जाने वाले प्रतापसिंह खाचरियावास के रविवार रात सीपी जोशी से मिलने के बाद एक बार फिर राजनीतिक चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।
जानकारी के अनुसार खाचरियावास ने विधानसभा अध्यक्ष जोशी से बंद कमरे में करीबन 35 मिनट तक बातचीत की। वैसे तो सीपी जोशी और गहलोत के बीच अच्छा तालमेल है लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो सीपी जोशी के मन में मुख्यमंत्री नहीं बनने का मलाल कहीं न कहीं आज भी मन में है। खाचरियावास से पहले सचिन पायलट ने जोशी के घर जाकर करीब डेढ़ घंटे तक बातचीत की। प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार या फेरबदल का चर्चाएं जब तेजी से चल रही हैं ऐसे में कांग्रेस के दो दिग्गज नेताओं के सीपी जोशी से मिलने के मायने ये भी लगाए जा रहे हैं कि कहीं आलाकमान की तरफ से डॉ. सीपी जोशी को इशारा हुआ है कि वो मंत्रिमंडल फेरबदल में आंतरिक तौर पर अपनी भूमिका निभाएं। शायद यही कारण है कि पहले पायलट फिर खाचरियावास ने सीपी जोशी से अकेले में मुलाकात की। सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि हाल ही में विधानसभा में जोशी और खाचरियावास के बीच राजस्थान परिवहन संशोधन विधेयक पर हुई तीखी नोंक झोंक के बाद सीपी जोशी प्रताप सिंह से खासे नाराज हो गए थे। शायद इस नाराजगी को दूर करने के लिए प्रताप सिंह ने जोशी से अकेले में मुलाकात की।