
कुलदीप जघीना की हत्या का क्या है पूरा सच?
कुलदीप जघीना की सरेआम हत्या, पुलिस की आंखों में मिच झौंक कर दिया हत्या की घटना को अंजाम
कस्टडी में हत्या के आरोपी को पुलिस ले जा रही कोर्ट, आमोली टोल प्लाजा के पास हुआ घटनाक्रम
भाजपा ने कांग्रेस पर लगाए संगीन आरोप
भरतपुर। जिले में भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेता कृपाल जघीना की हत्या के आरोपी कुलदीप को बुधवार दोपहर 12बजे कुछ बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस कुलदीप और विजयपाल को रोडवेज बस कोर्ट पर पेशी के लिए भरतपुर ले जा रही थी। अमोली टोल प्लाजा के पास जैसे ही बस रुकी कुछ बदमाश बस मे चढ़े और उन्होंने पुलिस के ऊपर मिर्च पाउडर फैंक दिया और बदमाशों ने करीब 15 राउंड गोली चला कुलदीप जघीना पर ताबड़तोड़ फायरिंग की और फायरिंग में कुलदीप की मौके पर ही मौत हो गई।
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दोनों आरोपी सेंट्रल जेल में बंद थे। घटना में दो यात्रियों को भी गोली लगने की खबर है। घटना के तुरंत बाद पुलिस ने गोली चलाने वाले करीब चार बदमाशों को पुलिस हिरासत में ले लिया है। एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि विजयपाल की हालत अभी नाजुक बनी हुई है।
क्या है पूरा मामला
जानकार सूत्रों के अनुसार कुलदीप हत्याकांड में पुलिस ने विष्णु, सौरभ, धर्मराज और बबलू नाम के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सूत्रों की मानें तो भाजपा नेता कृपाल जघीना की हत्या का मुख्य कारण जमीनी विवाद था। इस प्रकरण में कुलदीप जघीना और विजयपाल को आरोपी बनाया गया था। आपको बता दें कि कृपाल जघीना कारोबारी थे और उनके खिलाफ 15 मामले दर्ज थे। बेटी एबीवीपी से जुड़ी थी और भाजपा सांसद के करीबी थे।
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ऐसे दिया घटना को अंजाम
पुलिस के सूत्रों के मुताबिक आरोपियों ने एक क्रेटा कार, एक बलेनो कार और तीन अपाचे बाइक से बस का पीछा किया। चालानी गार्ड को रोकने के लिए क्रेटा कार में सवार बदमाशों ने एस्कॉर्ट कार को टक्कर मारी और एस्कॉर्ट कार के कर्मियों की आंखों में मिर्ची स्प्रे छिड़क दी। इससे एस्कॉर्ट कार रुक गई और बस आगे निकल गई। बस के पीछे तीन बाइक और एक कार लगातार चल रही थीं जो बस का पीछा कर रही थी। जब बस आमोली टोल प्लाजा पर रुकी, तो बाइक सवार बदमाश बस में घुस गए और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।
अदालत में आखिर किसका नाम बताने वाला था कुलदीप?
अब भाजपा पूरे मामले को लेकर कांग्रेस और गहलोत सरकार को कठघरे में खड़ा कर रही है। नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और सांसद राज्यवर्धन राठौड़ ने गहलोत सरकार को इसका जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि प्रदेश में न कानून बचा है न ही व्यवस्था। राठौड़ ने कहा बदमाश आज अदालत में किसका नाम बताने वाले थे जिससे पूरी सरकार डरी हुई है। आखिर कैसे पुलिस कस्टडी में किसी अपराधी की हत्या हो रही है।