
फिर लगेगा लॉकडॉन !
कई राज्यों में स्थिति बन रही गंभीर
राज्यों को केंद्र के निर्देश, इस बार ढिलाई से परिणाम हो सकते गंभीर
राज्यों को पॉजिटिविटी रेट अधिक वाले जिलों में प्रतिबंधों पर करना चाहिए विचार
दिल्ली। कई राज्यों में कोरोना के नए मरीजों में बढ़ोतरी के चलते केंद्र सरकार एक बार फिर से राज्यों में लॉकडाउन लगाने का मन बना रही है। इसके लिए राज्यों के लिए केंद्र सरकार जल्द ही नई गाइडलाइन जारी कर सकती है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने शनिवार को 10 राज्यों के साथ एक हाई लेवल मीटिंग की। केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, ओडिशा, असम, मिजोरम, मेघालय, आंध्र प्रदेश और मणिपुर के प्रतिनिधियों से से स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में 10 प्रतिशत से अधिक की पॉजिटिविटी रेट रिपोर्ट करने वाले सभी जिलों के लिए राज्यों को सख्त प्रतिबंधों पर सोचना चाहिए। मंत्रालय ने इस बारे में कहा कि इस स्तर पर किसी भी तरह की ढिलाई से इन जिलों में स्थिति बिगड़ सकती है।

फिर लगेगा लॉकडॉन
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने इस मौके पर बैठक में कहा कि प्रतिदिन 40,000 नए मामले के साथ समझौते करने की जरूरत नहीं है। भारत में लगभग 46 जिले 10 प्रतिशत से अधिक पॉजिटिविटी रेट रिपोर्ट कर रहे हैं और 53 जिले ऐसे हैं जो कि खतरे की ओर बढ़ रहे हैं। यहां पॉजिटिविटी रेट 5 से 10 प्रतिशत के बीच है। मंत्रालय ने कहा कि इन 10 राज्यों में 80 प्रतिशत से अधिक सक्रिय मामले होम आइसोलेशन में हैं। इन लोगों पर नजर रखने की जरूरत है। कोरोना के नए मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए मंत्रालय ने इन राज्यों को 4 प्वाइंट में दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
पहला -जहां ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं वहां काबू करने के प्रयास किए जाए और निगरानी रखी जाए।
दूसरा -मामलों की मैपिंग की जाए और संपर्कियों का पता लगाना और नियंत्रण क्षेत्रों को परिभाषित किया जाए।
तीसरा -ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को बढ़ाना और बाल चिकित्सा देखभाल पर ध्यान देना
चौथा – मौत पर नजर रखना और गणना करना।