
अजमेर ख्वाजा साहब की दरगाह के नीचे शिव मंदिर !
दिल्ली स्थित महाराणा प्रताप सेना ने किया दावा
अजमेर में ख्वाजा साहब की दरगाह को लेकर एक फोटो भी की शेयर
जयपुर। देशभर में मंदिर-मस्जिद के नाम पर शुरू हुई बहस खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। एक के बाद एक नए मामलों पर रोज अदालतों में याचिकाएं दाखिल हो रही हैं। (Shiva temple under Ajmer Khwaja Sahib’s Dargah!)मुगल बादशाहों द्वारा हजारों मंदिरों को तोड़कर भारतीय धरोहर का न सिर्फ नुकसान पहुंचाया गया बल्कि उसकी जगह कथित तौर पर मस्जिदों का निर्माण भी किया गया। पहले राममंदिर, फिर ज्ञानवापी फिर मथुरा में कृष्ण जन्मस्थान फिर दिल्ली की कुतुबमीनार में पूजा की बात और अब राजस्थान में भी इसकी अजमेर शरीफ दरगाह को लेकर विवादों को दौर शुरू हो गया है।
महाराणा प्रताप सेना ने किया दावा
आपको बता दें कि अजमेर में ख्वाजा साहब की दरगाह में हिंदू प्रतीक चिन्ह होने का दावा किया जा रहा है। जानकार सूत्रों की मानें तो दिल्ली स्थित महाराणा प्रताप सेना ने ट्वीट कर अजमेर की ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में हिंदू प्रतीय चिन्ह होने की बात की जा रही है। प्रताप सेना ने दावा करते हुए एक फोटो साझा किया है जिसमें मस्जिद से पहले यहां एक शिव मंदिर होने की बात कही गई है। इसको लेकर प्रताप सेना ने सीएम अशोक गहलोत और प्रधानमंत्री मोदी को भी पत्र लिखकर दावा किया है। अजमेर में दरगाह को लेकर इस चर्चा से जिला प्रशासन और पुलिस की ओर से सावधानी के तौर पर दरगाह के आसपास तथा संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है।
बनाए रखें धर्म और सौहार्द्र का माहौल
इधर अंजुमन सैयद जादगान कमेटी के सचिव वाहिद हुसैन अंगारा शाह ने एक बयान जारी कर कहा कि ये बयान आज ही नहीं आया है बल्कि ऐसे बयान आते रहे हैं और आगे भी आते रहेंगे। मजहब व धर्म के नाम पर लोगों को अराजकता नहीं फैलानी चाहिए। देश और दुनिया में शांति का माहौल बना रहे इसके लिए सभी को प्रयास करने चाहिए।