
राजस्थान के IAS पर संगीन आरोप…!
मुख्य सचिव के लिए रस्साकसी तेज, एक IAS दौड़ से बाहर
जल्द बदले जाएंगे राजस्थान में 50 से अधिक IAS अफसर
कई कलेक्टर और संभागीय आयुक्त भी बदले जाएंगे
जयपुर। चुनाव से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश की ब्यूरोक्रेस में बड़े बदलाव के मूड में नजर आ रहे हैं। प्रदेश ब्यूरोक्रेसी की सर्वेसर्वा मुख्य सचिव ऊषा शर्मा 30 जून को सेवा निवृत्ति का ऐलान होगा। हालांकि अभी तक ये तय नहीं हुआ है कि उन्हें एक्सटेंशन मिलेगा या नहीं। लेकिन जानकार सूत्रों की मानें तो प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी में एक नए चेहरे की एंट्री ने सबको हैरान कर दिया है।
गौरतलब है कि अचानक सरकार एक साथ 50 IASअफसरों का तबादला करने का मन बना चुकी है। सूत्रों की मानें तो सरकार अफसरों को इधर उधर कर जनता और जनप्रतिनिधियों के अनुसार उनके पसंदीदा अफसरों को लगाना चाहती है ऐसे में प्रदेश सरकार की अफसरशाही में बड़ा बदलाव तय है।
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इधर मुख्य सचिव की दौड़ में दिल्ली डेप्यूटेशन पर गईं शुभ्रा सिंह की एंट्री हो गई है। माना जा रहा है सीएस के पद पर ऊषा शर्मा की जगह दूसरी महिला अफसर को बिठाने के चलते गहलोत सरकार ने शुभ्रा सिंह को वापस जयपुर बुला लिया है। ऐसे में मुख्य सचिव पद की दौड़ में चल रहे वीनू गुप्ता, अभय कुमार, सुबोध अग्रवाल को दौड़ में शुभ्रा पीछे छोड़ती नजर आ रही हैं।
सूत्रों की मानें तो पहले सीएस के लिए सुबोध अग्रवाल रेस में सबसे आगे थे लेकिन जलदाय विभाग में रहे सुबोध अग्रवाल का सांसद किरोड़ी मीणा से सारा गणित बिगाड़ दिया। मीणा जलदाय विभाग में कथित भ्रष्टाचार के मामलों की CBI, ED से जांच करवाने की मांग पर अड़े हैं। ऐसे में लोगों से जुड़े विभाग में विवादों के चलते अग्रवाल अब इस रेस से लगभग बाहर हो चुके हैं।
वहीं प्रदेश में चार सीनियर अफसरों का भी तबादला होना तय माना जा रहा है इनमें राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता, अतिरिक्त निर्वाचन अधिकारी कृष्ण कुणाल, कार्मिक विभाग देख रहे हेमंत गेरा और पंचायती राज विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अभय कुमार का नाम चर्चा में है।