
ओपन क्लासिकल फाइडे रेटेड शतरंज टूर्नामेंट में सीडलिंग का शौर्य भार्गव रहा अव्वल
वेव्स और जयपुर हेल्थ एंड वेलनेस द्वारा संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय स्तर का शतरंज टूर्नामेंट
ओपन क्लासिकल फाइडे रेटेड शतरंज टूर्नामेंट में सीडलिंग का शौर्य भार्गव रहा अव्वल
जयपुर,(dusrikhabar.com)। वेव्स और जयपुर हेल्थ एंड वेलनेस द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित द्वितीय जयपुर ओपन क्लासिकल फाइडे रेटेड शतरंज टूर्नामेंट 2025 का सफल समापन जयपुर क्लब, जैकब रोड, जयपुर में हुआ।
23 से 27 अप्रैल 2025 तक आयोजित इस राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट में देशभर के खिलाड़ियों ने भाग लिया। समापन समारोह में टी. शुभमंगला (अतिरिक्त निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन), मनोज बिरला (अध्यक्ष, जयपुर क्लब) सहित कई विशिष्ट अतिथियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
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ओपन क्लासिकल फाइडे रेटेड शतरंज टूर्नामेंट में सीडलिंग का शौर्य भार्गव रहा अव्वल
शौर्य भार्गव, जो कि सीडलिंग पब्लिक स्कूल, जयपुर में 11वीं कक्षा के छात्र हैं, ने रेटिंग श्रेणी (1401-1650) में पहला स्थान प्राप्त किया। उन्हें ₹50,000 नकद पुरस्कार और एक ट्रॉफी से सम्मानित किया गया। साथ ही उनकी रेटिंग में 139.2 अंकों की उल्लेखनीय वृद्धि भी दर्ज हुई। हाल ही में उन्होंने नई दिल्ली ओपन इंटरनेशनल फाइडे रेटेड क्लासिकल (बिलो 1800) टूर्नामेंट में भी शानदार प्रदर्शन करते हुए 1100 से अधिक खिलाड़ियों में रेटिंग श्रेणी में 9वां स्थान हासिल किया था।
प्रतियोगिता में राजस्थान के खिलाड़ियों का दबदबा रहा, जहां उदयपुर के अरुण कटारिया ने शानदार प्रदर्शन करते हुए नाबाद रहते हुए चैंपियन बने और ₹1,00,000 नकद पुरस्कार एवं ट्रॉफी प्राप्त की। कड़े मुकाबले में राहुल संगमा ने टाईब्रेक में दूसरा स्थान हासिल किया और ₹75,000 जीते, जबकि महाराष्ट्र के श्रयान मजूमदार तीसरे स्थान पर रहे और ₹50,000 जीते।
महिला वर्ग में जयपुर की वेदिका पाल सर्वश्रेष्ठ महिला खिलाड़ी रहीं, जबकि वरिष्ठ वर्ग में दिल्ली के जी.बी. जोशी विजेता बने। सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के रूप में राज कपूर और मिलिंद गवाड़े को सम्मानित किया गया। विकलांग वर्ग में एस.के. राठौर ने प्रथम पुरस्कार जीता। साथ ही आयोजित ब्लिट्ज चैंपियनशिप में गोपाल राठौर ने प्रथम पुरस्कार ₹25,000 अपने नाम किया।
इस प्रतियोगिता का उद्देश्य सभी आयु वर्गों में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देना और राजस्थान में प्राचीन खेलों को पुनर्जीवित करना रहा। यह आयोजन प्रतिभा, समर्पण और रणनीति का एक भव्य उत्सव रहा।