राजस्थान का बढ़ा मान, मेघवाल बने केंद्रीय कानून मंत्री

राजस्थान का बढ़ा मान, मेघवाल बने केंद्रीय कानून मंत्री

पीएम मोदी ने विधानसभा चुनावों के लिए साधा दलितों को

राजस्थान में 16 फीसदी दलितों का वोट बैंक फिलहाल कांग्रेस को करता है सपोर्ट

 

विजय श्रीवास्तव, वरिष्ठ पत्रकार

जयपुर। राजस्थान के बीकानेर से भाजपा सांसद अर्जुनराम मेघवाल का मोदी कैबिनेट में कद बढ़ गया है। मेघवाल को प्रधानमंत्री मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में कानून मंत्री बनाया है। हालांकि मेघवाल के पास पहले से ही केंद्रीय संस्कृति मंत्री और संसदीय कार्य मंत्री का प्रभार है। केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू  @KirenRijiju  के स्थान पर पीएम मोदी ने पूर्व IAS अधिकारी और वर्तमान में संसदीय कार्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को यह मंत्रालय सौंपा है।

 

मेघवाल को कानून मंत्री का पद क्यों?

मेघवाल समाज के अर्जुनराम मेघवाल आज भी अपनी सादगी भरे अंदाज के लिए जाने जाते हैं। सादा जीवन शैली के चलते मेघवाल आज भी साइकिल से संसद भवन जाते हैं। मोदी के बेहद करीबी माने जाने वाले अर्जुनराम मेघवाल ने IAS के पद से त्यागपत्र देकर 2009 में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। उनके प्रशासनिक अनुभव के चलते मोदी ने शायद उन्हें ये मौका दिया है। मेघवाल प्रधानमंत्री @narendramodi और गृह मंत्री @AmitShah के भी करीब माने जाते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अर्जुनराम मेघवाल को कानून मंत्री बनाकर राजस्थान के दलितों को साधने का प्रयास किया गया है। दरअसल मेघवाल राजस्थान के करीब 16 फीसदी दलित समाज में 60फीसदी मेघवाल है जिनका वे प्रतिनिधित्व करते हैं। चूंकि राजस्थान में फिलहाल कांग्रेस की सरकार है ऐसे में मेघवाल को केंद्र में कानून मंत्री का नया पद देकर भाजपा ने नया शिगूफा छोड़ा है।

 

भाजपा की तैयारी, राजस्थान की बारी

भाजपा को कर्नाटक में करारी हार का सामना करना पड़ा। ऐसे में करारी हार के बार अब भाजपा ने राजस्थान सहित मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ पर अपना ध्यान केंद्रित कर लिया है और इसी कड़ी में सबसे पहले राजस्थान में दलित समाज के नेता अर्जुनराम मेघवाल को कानून मंत्री का पद सौंपा है। जानकार सूत्रों की मानें तो उन्हें केंद्र की राजनीति से राजस्थान की तरफ मोड़ा जा सकता है। मेघवाल को राजस्थान के लिए भाजपा में कोई बड़ा पद सौंपा जा सकता है। राजनीति के विशेषज्ञों की मानें तो राजस्थान में मेघवाल समाज काफी बड़ी संख्या में है और ऐसा कहा जाता है कि इन्हीं दलितों की वजह से राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनती और बिगड़ती है। ऐसे में राजस्थान में मजबूत पकड़ रखने वाले मेघवाल समाज को साधने के लिए पीएम मोदी ने अर्जुनराम मेघवाल के जरिए राजस्थान को साधने का प्रयास किया है। हालांकि एक तरफ मीणा समाज मोदी के इस विस्तार में अपने नेता किरोड़ी मीणा के लिए मंत्री पद की बाट जोह रहे थे लेकिन मोदी ने मेघवाल को कानून मंत्री का पद देकर मीणा समाज के सपने को चकनाचूर कर दिया है।

 

बहरहाल कर्नाटक हाथ से जाने के बाद भाजपा ने राजस्थान में सरकार बनाने की तैयारी और तेज कर दी है। हालांकि राजस्थान में हर पांच साल में सरकार बदलने का रिवाज है। ऐसे में भाजपा का पूरा प्रयास रहेगा कि भाजपा किसी भी तरह इस रिवाज का कायम रख सके। हालांकि कहा ये भी जा रहा है कि कर्नाटक में बड़ी जीत के बाद कांग्रेस का मनोबल जबरदस्त बढ़ा हुआ है ऐसे में अगर गहलोत और पायलट अपने अपने स्वाभिमान पर थोड़ा कंट्रोल कर लें तो शायद एक बार फिर प्रदेश में कांग्रेस बड़ा दाव जीत सकती है।

CATEGORIES
TAGS
Share This

COMMENTS

Wordpress (0)
Disqus (0 )

अपने सुझाव हम तक पहुंचाएं और पाएं आकर्षक उपहार

खबरों के साथ सीधे जुड़िए आपकी न्यूज वेबसाइट से हमारे मेल पर भेजिए आपकी सूचनाएं और सुझाव: dusrikhabarnews@gmail.com