
2024 लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाएंगे राहुल, राजनीतिक करियर खत्म…!
राहुल गांधी के कर्नाटक में दिए बयान से गई उनकी सांसदी ?
“हर चोर का सरनेम मोदी ही क्यों”? बयान पर राहुल पर सूरत के विधायक ने दर्ज कराया था मुकदमा
विजय श्रीवास्तव,
दिल्ली। यूं तो अक्सर राहुल गांधी अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं लेकिन इस बार उनके बयानों के कारण लोकसभा से उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई है। यानी राहुल गांधी के राजनीतिक करियर पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। आम चुनावों से पहले राहुल गांधी बड़ी मुसीबत में फंसते नजर आ रहे हैं और राहुल के लिए इसे कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। कांग्रेस और राहुल जब जोर शोर से 2024 लोकसभा चुनावों की तैयारियों में जुटे हैं ऐसे में अब कांग्रेस राहुल गांधी की सदस्यता बचाने में अपना पूरा जोर लगा देगी।
लोकसभा सचिवालय के आज के नोटिफिकेशन के बाद अब राहुल गांधी वायनाड़ से अपनी सासंदी खो चुके हैं। शुक्रवार को लोकसभा सचिवालय से राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म किए जाने को लेकर नोटिस जारी हुआ।
क्या है मामला
सूरत की एक अदालत ने सूरत पश्चिम से भाजपा विधायक पूर्णेश मोदी की मानहानि की याचिका पर सुनवाई करते हुए राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई। राहुल गांधी को अदालत द्वारा सजा सुनाने के बाद से ही ये कयास लगाए जा रहे थे कि राहुल की सांसदी को लोकसभा से खत्म हो सकती है। दरअसल राहुल ने कर्नाटक में 2019 में कहा था कि सारे चोरों का सरनेम मोदी ही क्यों है? और इसी पर विधायक द्वारा दायर याचिका पर कोर्ट ने राहुल को सजा दी और इसी सजा पर लोकसभा से उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई। राहुल को संविधान के अनुच्छेद 102(1) और जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 8 के तहत संसद की सदस्यता से अयोग्य घोषित किया गया है। गुरुवार को सूरत कोर्ट ने उन्हें मानहानि का दोषी और दो साल कैद की सजा सुनाई हालांकि राहुल गांधी को तुरंत जमानत भी मिल गई थी।
कांग्रेस का भाजपा पर आरोप
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि कर्नाटक में दिए गए बयान को लेकर सूरत में मामला दर्ज करवाना और और उसके बाद राहुल गांधी को सजा ये एक सोची समझी रणनीति है। आखिर क्यों 2019 में दिए बयान पर तीन साल बाद फैसला कैसे? कैसे सुनवाई से एक दिन पहले जज बदले गए गए और नए जज ने राहुल के खिलाफ फैसला सुनाया गया। @RahulGandhi की संसद की सदस्यता खत्म होने के कारण कांग्रेस शुक्रवार सुबह से ही केंद्र की भाजपा सरकार पर लगातार आरोप लगाते हुए भाजपा द्वारा सरकारी एजेंसिंयों का दुरुपयोग और लोगों का ध्यान अदाणी मुद्दे से हटाने का प्रयास कर रही है।
देशभर में कांग्रेसी नेताओं ने राहुल गांधी की सदस्यता खत्म करने को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस अध्यक्ष @kharge मल्लिकार्जुन खड़गे, @Jairam_Ramesh जयराम रमेश ,@DrAMSinghvi अभिषेक मनुसिंघवी, #राजस्थान के मुख्यमंत्री @ashokgehlot51, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और पूर्व डिप्टी सीएम @SachinPilot सहित सभी कांग्रेसियों ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता जयराम रमेश ने कहा भारत जोड़ो यात्रा से भाजपा घबराई हुई है।
क्या होगा राहुल का राजनीतिक भविष्य?
अब राहुल गांधी को वापस संसद की सदस्यता मिलेगी या नहीं इस पर अभी कांग्रेस के वरिष्ठ और उनके वरिष्ठ वकील सलाह मशविरा कर रहे हैं। ऐसे में कोर्ट से सजा के बाद राहुल गांधी पर 8 साल का ब्रेक लग सकता है। अगर उपरी अदालत सूरत के कोर्ट पर स्टे लगा दे और राहुल अपने बयानों पर माफी मांग लें तो राहुल को लेकर स्थिति बदल सकती है। फिलहाल कांग्रेस के पास सेशन कोर्ट, हाईकोई और सुप्रीम कोर्ट जाने का ऑप्शन बाकी है। कांग्रेस के अधिवक्ता अभिषेक मनुसिंघवी ने कहा राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करने के लिए जो प्रक्रिया अपनाई गई है उसमें खामियां है इसलिए इसे चुनौती संभव है। अगर ऊपरी अदालत से लोकसभा सचिवालय की कार्रवाई पर स्टे मिल जाता है तो राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बच सकती है और फिर से राहुल गांधी संसद में आ सकते हैं। साथ ही राहुल गांधी 2024 में फिर से चुनाव भी लड़ सकते हैं।
इधर राहुल जल्द ही अगर आज के फैसले पर उपरी अदालत से स्टे नहीं लगवा पाते तो अप्रैल में वायनाड सीट पर उपचुनाव के संकेत मिल रहे हैं। चुनाव आयोग ने ऐसे संकेत दिए हैं।
भाजपा को हो सकता नुकसान
राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द होने से पूरा विपक्ष एकदम एक सुर में बोल रहा है। यानी भाजपा के इस कदम से कांग्रेस की जगह भाजपा की न सिर्फ छवि धूमिल होगी वहीं जो विपक्ष अभी तक लोकसभा चुनाव को लेकर बिखरा पड़ा है वो एकजुट हो सकता है अगर ऐसा हुआ तो भाजपा कि इसका बड़ा खामियाजा उठाना पड़ सकता है।
राहुल और प्रियंका ने ट्वीट कर दी भाजपा को चुनौती
@priyankagandhi प्रियंका गांधी ने राहुल गांधी पर आज के फैसले को लेकर कहा कि हम किसी के फैसले डरते नहीं हैं। हम पीछे नहीं हटेंगे। जब संसद में नेहरु परिवार को लेकर कई बार भाजपाइयों ने काफी कुछ कहा तब तो कोई मानहानि नहीं हुई।
भरी संसद में आपने पूरे परिवार और कश्मीरी पंडित समाज का अपमान करते हुए पूछा कि वह नेहरू नाम क्यों नहीं रखते…. लेकिन आपको किसी जज ने दो साल की सज़ा नहीं दी। आपको संसद से डिस्क्वालिफाई नहीं किया….
राहुल जी ने एक सच्चे देशभक्त की तरह अडानी की लूट पर सवाल उठाया…2/4
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) March 24, 2023
…जिसे आप ख़त्म करने में लगे हैं। इस परिवार ने भारत की जनता की आवाज़ बुलंद की और पुश्तों से सच्चाई की लड़ाई लड़ी। हमारी रगों में जो खून दौड़ता है उसकी एक ख़ासियत है… आप जैसे कायर, सत्तालोभी तानाशाह के सामने कभी नहीं झुका और कभी नहीं झुकेगा। आप कुछ भी कर लीजिए। 4/4
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) March 24, 2023
इधर राहुल गांधी ने मीडिया से मुखातिब होने से परहेज किया लेकिन राहुल ने ट्वीट करते हुए लिखा कि “मैं भारत की आवाज़ के लिए लड़ रहा हूं। मैं हर कीमत चुकाने को तैयार हूं”।
मैं भारत की आवाज़ के लिए लड़ रहा हूं।
मैं हर कीमत चुकाने को तैयार हूं।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 24, 2023
बहरहाल पूरे प्रकरण को लेकर अभी रस्साकसी जारी है और जल्द ही मामले का पटाक्षेप होने की संभावना है। कुछ राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो ये पूरा मामला अदाणी प्रकरण से ध्यान भटकाने का पैतरा है। क्योंकि अगर राहुल गांधी मैदान से हट गए तो लोगों की सिम्पैथी कांग्रेस को मिलेगी और भाजपा को इससे बड़ा नुकसान भी हो सकता है। ऐसे में भाजपा भी अपना बुरा करने की जगह राहुल गांधी की सदस्यता पर किसी सकारात्मक फैसले के साथ अपना सुरक्षित दाव चलेगी।