
आज होगा भारत के राष्ट्रपति का चुनाव
21 को मतगणना, होगा नए राष्ट्रपति के नाम का ऐलान
मुर्मू के साथ शिवसेना तो आम आदमी पार्टी ने सेना को समर्थन का किया ऐलान
दिल्ली। सोमवार को भारत के राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होंगे। 14वें राष्ट्रपति के रूप में 2017 में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शपथ ली थी। 24अप्रेल 2022 को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। देश के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए 18जुलाई को यानि आज चुनाव होने हैं। भारत की लीडिंग राजनीतिक पार्टी भाजपा और उसके सहयोगियों ने मिलकर झारखंड की आदिवासी महिला नेत्री द्रोपदी मुर्मू को अपना राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है वहीं सभी विपक्षी दलों ने मिलकर बिहार के यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाकर पेश किया है।
शिवसेना भाजपा तो आम आदमी पार्टी विपक्ष के साथ
भाजपा से अलग होकर कांग्रेस के साथ महाराष्ट्र में सरकार बनाने वाली शिवसेना ने महाराष्ट्र में सरकार गिरने के बाद अब एक बड़ा ऐलान किया है कि वो राष्ट्रपति चुनावों में भाजपा का साथ देते हुए उनकी उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू को सपोर्ट करेगी। इधर दिल्ली और पंजाब में जबरदस्त जीत हासिल करने वाली आम आदमी पार्टी की ओर से पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने विपक्ष की ओर से घोषित उम्मीदवार यशंवत सिन्हा को सपोर्ट करने का ऐलान किया है। शनिवार को मुख्यमंत्री केजरीवाल के आवास पर हुई बैठक में केजरीवाल ने सिन्हा के पक्ष में वोट करने की घोषणा की है। दिल्ली और पंजाब दोनों राज्यों में आम आदमी पार्टी के पास 10 राज्यसभा सांसद वहीं पंजाब में 92 तो दिल्ली में 62 और गोवा में दो विधायक पूरी तरह से विपक्ष का सहयोग करते हुए यशवंत सिन्हा के पक्ष में वोट करेंगे।
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कब होंगे चुनाव, मतों की गणना कहां
सोमवार, 18 जुलाई को सुबह 10 बजे से शाम 5बजे तक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए चुनाव होगा। देशभर में राज्यों की राजधानी में स्थित विधानमंडल या विधानसभा में विधायकों द्वारा राष्ट्रपति पद के वोट डाले जाते हैं। जबकि सांसद अपना वोट दिल्ली जाकर डाल सकेंगे। यूपी विधानमंडल के तिलक हॉल में मतदान के लिए व्यवस्था की गई है। यूपी के सभी विधायक देश का नया राष्ट्रपति चुनने के लिए अपने मतों का प्रयोग करेंगे। वहीं राजस्थान में भी विधानसभा भवन में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान हेतु सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं यहां राजस्थान के सभी 200 विधायक अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
कौन कौन डाल सकता है वोट
राष्ट्रपति के चुनाव के लिए लोकसभा के 543 सदस्य, राज्यसभा के 233 और विधायकों की बात करें तो 4120 विधायक वोट कर सकते हैं। सांसद और विधायकों को इलेक्टॉरल कॉलेज यानि निर्वाचक मंडल कहा जाता है। हर वोटर को इलेक्टर कहा जाता है। ध्यान रखने योग्य ये बात भी है कि सदन में नॉमिनेटेड सदस्य राष्ट्रपति चुनाव में भाग नहीं ले सकते क्योंकि इनकी नियुक्ति राष्ट्रपति के द्वारा की जाती है। ऐसे में राज्यसभा के 12 और लोकसभा के 2 सदस्य राष्ट्रपति के चुनाव में मतदान नहीं करेंगे।
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द्रोपदी मुर्मू की जीत के आसार, लेकिन सिन्हा भी साफ-सुथरी छवि वाले
राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो द्रोपदी मुर्मू और यशवंत सिन्हा दोनों के बीच कांटे की टक्कर हो सकती है। जहां एक ओर आदिवासी नेता द्रोपदी मुर्मू को भाजपा तो यशवंत सिन्हा को विपक्षी दलों ने अपना राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है। एक आंकलन के अनुसार द्रोपदी मुर्मू को 60% वोट मिलने की संभावना जताई जा रही है। अगर द्रोपदी मुर्मू राष्ट्रपति बनती हैं तो ऐसा पहली बार होगा जब कोई आदिवासी महिला भारत की राष्ट्रपति बनेगी। हालांकि राष्ट्रपति पद के विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा भी किसी तरह से पीछे नहीं नजर आ रहे हैं। कुछ अन्य विश्लेषकों की मानें तो सिन्हा किसी भी तरह से निर्विवाद हैं, यानि अभी तक न सिर्फ विपक्ष बल्कि भाजपा और सहयोगियों में भी यशवंत सिन्हा की छवि बिल्कुल साफ सुथरी है।