
राजस्थान पर हार्दिक पटेल का बड़ा खुलासा
जाते-जाते कांग्रेस में बवाल काट गए हार्दिक पटेल
राजस्थान पर हार्दिक पटेल का बड़ा खुलासा
गहलोत के मंत्री रहे रघु शर्मा को लेकर किया बड़ा खुलासा
रघु शर्मा पर हार्दिक ने लगाए अपनी ही पार्टी की काट के आरोप
बोले रघु शर्मा ने कहा था राजस्थान में 10सीटें भी नहीं आएंगी कांग्रेस की
आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर रघु शर्मा ने दिया था गुजरात में बड़ा बयान
गुजरात के प्रदेश प्रभारी रघु शर्मा ने हार्दिक पटेल से एक मीटिंग में कही ये बात
रघु शर्मा पर लगाए आरोप, कहा गहलोत की बराबरी करना चाहते हैं रघु शर्मा
विजय श्रीवास्तव,
अहमदाबाद। कांग्रेस में बवाल खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। एक के बाद एक लोगों का कांग्रेस को छोड़कर भाजपा या अन्य दलों के साथ जाना ये बता रहा है कि उदयपुर में हुए चिंतन शिविर में मंथन में कांग्रेस के हाथों में केवल विष का प्याला आया है और उनके मंथन से निकला अमृत कलश कहीं न कहीं भाजपा के हाथ लग गया है। शायद यही कारण है कि एक के बाद एक कांग्रेस के देवतागण अमृत पान के लिए यहां वहां भटकने लगे हैं। पहले सुनील जाखड़ ने छोड़ा कांग्रेस का हाथ तो उनके पीछे-पीछे कपिल सिब्बल ने कांग्रेस को कह दिया अलविदा। वहीं गुजरात में कांग्रेस के लिए “नयनसुख” बने हार्दिक पटेल ने भी कांग्रेस का खिवईया बनने से इनकार कर दिया है। हालांकि कांग्रेस ही नहीं हर कोई हार्दिक को लेकर मौका परस्त होने का आरोप लगा रहा है।
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शगूफा छोड़ राजस्थान में बढ़ाया सियासी पारा
राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा है कि पहले कांग्रेस में दम नजर आया तो वहां और अब कांग्रेस का जहाज डूबता नजर आ रहा है तो भाजपा की नाव में हार्दिक पटेल सवार होने का रास्ता खोज रहा है। जहां हार्दिक पटेल पर गुजरात के लोग ही आरोप मढ़ने लगे हैं वहीं हार्दिक ने भी एक नया “शगूफा” छोड़ राजस्थान में बवाल काट दिया है।
गहलोत के बराबर सीटें लाकर राजस्थान में बनाना चाहते अपनी पॉजिशन
कुछ दिन पूर्व ही कांग्रेस गुजरात के बड़े चेहरे के रूप में तीन साल पहले पार्टी से जुड़े हार्दिक पटेल ने सोनिया गांधी को एक पत्र लिखकर अपना इस्तीफा उन्हें सौंप दिया था और अब हार्दिक पटेल ने एक टीवी चैनल के माध्यम से अपने इरादे कांग्रेस के प्रति साफ कर दिए हैं। इतना ही नहीं हार्दिक ने कांग्रेस की आंखें खोलते हुए गुजरात प्रभारी गहलोत सरकार में मंत्री रहे रघु शर्मा पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। हार्दिक के इन आरोपों से राजस्थान की राजनीति में अब बड़ा बवाल कटना तय माना जा रहा है। रघु शर्मा ने गुजरात प्रवास के दौरान बैठकों में हार्दिक पटेल से जो बातें कहीं उनका खुलासा हार्दिक ने एक टीवी शो में किया। हार्दिक बोले रघु शर्मा ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों में राजस्थान में कांग्रेस की 10सीटें भी आना मुश्किल है, गहलोत साहब ने सबकुछ बिगाड़ दिया। अपनी पॉजिशन बनाने के चक्कर में रघु शर्मा ने ये भी कहा कि गुजरात में मैं तो बस 70-75 सीटें लाकर गहलोतजी के बराबर अपनी पॉजिशन राजस्थान में बनाए रखना चाहता हूं।
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राजनीति भी मोहब्बत की तरह एक नशा
आपको बता दें कि राजस्थान को लेकर हार्दिक पटेल के इस खुलासे के बाद से ही राजस्थान की सियासत का पारा तेजी से चढ़ना शुरू हो गया है। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार पार्टी बदलना आज के नेताओं के लिए कपड़े बदलने जैसा हो गया है। कोई भी अपने राजनीतिक लाभ के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। वैसे भी कहा जाता है “मोहब्बत और जंग में सब कुछ जायज है” तो राजनीति भी मोहब्बत की तरह एक नशा ही है। ऐसे में कौन, कब किस रास्ते से दूसरे दल में शामिल हो जाए ये कह पाना अब बहुत ही मुश्किल हो गया है। शायद हार्दिक पटेल और रघु शर्मा के जुबानी तीर भी इसी राह पर हैं। हार्दिक पटेल ने गुजरात कांग्रेस की दशा और दिशा बिगाड़ने का ठीकरा रघु शर्मा पर फोड़ते हुए कहा कि रघु शर्मा को जब से गुजरात का प्रभारी बनाया है उसके बाद से कई नेताओं का कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होना ये बताता है कि रघु शर्मा ने कांग्रेस और अपना क्या माहौल गुजरात में बनाया होगा?
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क्या पायलट को भी लपेटा रघु शर्मा ने ?
हार्दिक की मानें तो रघु शर्मा सचिन पायलट की बुराई से भी नहीं चूके। शर्मा ने गुजरात में पायलट के लिए कहा वो युवा है, उसका भविष्य भी है पार्टी में, लेकिन अभी उसने थोड़ी जल्दबाजी कर ली, अपनी ही पार्टी की सरकार गिराने का प्रयास सचिन को नहीं करना चाहिए था। पायलट के पार्टी छोड़ने से कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है।
क्या रघु शर्मा के पास है हार्दिक के आरोपों का जवाब ?
हालांकि रघु शर्मा ने हार्दिक पटेल के बयानों को सिरे से नकारते हुए हार्दिक ही आरोप लगाते हुए कहा कि वह बेईमान आदमी है, पार्टी से अलग होने के बाद उसे मुंह छिपाने के लिए कोई जगह चाहिए इसलिए वो रास्ते तलाश रहा है। वो कोई गुजरात का प्रदेशाध्यक्ष या मेरा बॉस नहीं था जिससे मैं इस तरह की बातें करता, हार्दिक पटेल मनगढ़ंत कहानी गढ़ रहा है। मैंने ऐसा कुछ भी गुजरात में नहीं कहा। हर बात के लिए रघु शर्मा को जिम्मेदार ठहराना कहां तक उचित है। उसकी अश्लील सीडी के लिए भी क्या वो मुझे जिम्मेदार ठहराएगा?
बहरहाल आरोप प्रत्यारोप तो राजनीति में चलते ही रहते हैं लेकिन हार्दिक पटेल की मौका परस्ती और राजस्थान में उसके आरोपों से अब राष्ट्रीय कांग्रेस को सोचना होगा कि क्या वाकई उदयपुर में उनके चिंतन शिविर का कोई सकारात्मक परिणाम आया या फिर विष का प्याला ही मंथन में उनके हाथ लगा? और अब कौन “महादेव” बनकर इस “विष के प्याले” को पीकर कांग्रेस को बचाने में कामयाब होगा?
