
सचिन पायलट के पक्ष में गहलोत का बड़ा बयान
भाजपा पर हमलावार हुई कांग्रेस के नेताओं ने घेरा भाजपा के अमित मालवीय को
जयपुर। अमित मालवीय को भारी पड़ने लगी दिवंगत राजेश पायलट पर की हुई टिप्पणी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पायलट के पक्ष में आया बयान। गहलोत के बयान से ऐसा लगता है मानो सचिन पायलट और सीएम गहलोत के बीच की दूरियां घट रही हैं।
दरअसल मालवीय के बयान के बाद एक के बाद कांग्रेसी नेता अब भाजपा पर निशाना साध रहे हैं। पहले पायलट खेमे के नेताओं ने अमित मालवीय को आड़े हाथों लिया और अब खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी भाजपा पर निशाना साधना शुरू कर दिया है।
आखिर क्या है पूरा मामला ?

भाजपा मीडिया सेल प्रभारी अमित मालवीय
हाल ही में भाजपा मीडिया सेल प्रभारी अमित मालवीय ने सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट पर आरोप लगाते हुए दावा किया था कि राजेश पायलट और सुरेश कलमाड़ी उन विमानों के पायलट थे जिन विमानों से कांग्रेस की सरकार के समय मार्च 1966 में मिजोरम पर बम गिराए थे। इसके बाद कांग्रेस के वफादार इन दोनों पायलटों को सरकार में मंत्री पद तक से नवाजा गया था।
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बस इस मामले ने राजस्थान की राजनीति में तूल पकड़ लिया है और एक के बाद एक नेता और मंत्री अब भाजपा पर हमलावर हो गए हैं। हालांकि सचिन पायलट ने अमित मालवीय को ट्विटर पर जवाब देते हुए कहा कि मालवीय के पास जो तथ्य हैं पहले वो उन्हें दुरुस्त करें, गलत तथ्यों के आधार पर किसी पर आरोप लगाना ठीक नहीं है। सचिन पायलट ने ट्वीट करते हुए एक डॉक्यूमेंट शेयर किया है जिसमें दिवंगत राजेश पायलट ने जब वायुसेना में रहकर बमबारी की तब 1971 भारत पाक युद्ध का समय था।
राजेश पायलट का अपमान भारतीय वायुसेना का अपमान
पायलट के पक्ष में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बयान दिया कि सचिन पायलट के पिता भारतीय वायुसेना के वीर पायलट थे। गहलोत ने एक पोस्ट लिखते हुए कहा कि कांग्रेस नेता राजेश पायलट का अपमान करके भाजपा ने भारतीय वायुसेना का अपमान किया है। पूरे देश को इसकी निंदा करनी चाहिए। लंबे समय बाद सचिन पायलट के किसी मामले में वो भी उनके पक्ष में उतरकर सीएम गहलोत का ये बड़ा बयान माना जा रहा है।
कांग्रेस नेता श्री राजेश पायलट भारतीय वायुसेना के वीर पायलट थे।
उनका अपमान करके भाजपा भारतीय वायुसेना के बलिदान का अपमान कर रही है। इसकी पूरे देश को निंदा करनी चाहिए।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 16, 2023
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अमित मालवीय ने दरअसल कुछ समय पहले “एक्स” पोस्ट पर दावा किया था कि राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट ने 1966 में मिजोरम पर बमबारी की थी तब उनके साथ सुरेश कलमाड़ी भी मौजूद थे।
पायलट ने दिया तथ्यों भरा जवाब
राजेश पायलट पर मालवीय की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए सचिन पायलट ने भी अमित मालवीय के इस सवाल पर ही सवाल कर डाला। पायलट ने कहा आपके पास गलत तारीखें हैं। हां मेरे दिवंगत पिता ने बम जरूर गिराए थे लेकिन वह भारत पाक युद्ध का समय 1971 था। इस पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी पायलट का पूरा समर्थन किया।
.@amitmalviya – You have the wrong dates, wrong facts…
Yes, as an Indian Air Force pilot, my late father did drop bombs. But that was on erstwhile East Pakistan during the 1971 Indo-Pak war and not as you claim, on Mizoram on the 5th of March 1966.
He was commissioned into the… https://t.co/JfexDbczfk pic.twitter.com/Lpe1GL1NLB— Sachin Pilot (@SachinPilot) August 15, 2023
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क्योंकि यह वर्ष चुनावी वर्ष है। गहलोत पायलट एक दूसरे से ज्यादा सिम्पैथी नहीं रखते लेकिन इस बार पायलट के पक्ष में गहलोत का बयान कई मायनों में अलग माना जा रहा है। गहलोत के इस बयान से भाजपा के भी होश उड़े हैं। हालांकि राजनीति में सब कुछ चलता है शायद यही कारण है कि इस समय गहलोत के बयानों को भाजपा और कांग्रेस में काफी तवज्जो मिल रही है।
गहलोत के बयान के सियासी मायने
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना था कि चुनावी समय में अगर गहलोत पायलट एक नहीं हुए तो राजस्थान में रिवाज नहीं बदलेगा लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि सीएम अशोक गहलोत ने पायलट की तरफ एक कदम आगे बढ़ा दिया है और हो भी क्यों न क्योंकि गाहे-बगाहे सचिन ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था। ऐसे में गहलोत के पायलट को समर्थन कर कदम राजस्थान में कांग्रेस के लिए अच्छे संकेत माने जा रहे हैं। ऐसे में पायलट को भी अब आगे बढ़कर गिले-शिकवे भुला देने चाहिए।
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बहरहाल राजनीति में ये सब चलता है लेकिन इसका फायदा क्या भाजपा को मिल पाएगा या फिर भाजपा के इस आरोप को कांग्रेस मुद्दा बनाकर सचिन पायलट के जरिए फिर से प्रदेश में काबिज हो सकेगी।
