
गहलोत ने मांगी माफी, सीएम पर सस्पेंस खत्म
“मैं अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लडूंगा” @अशोक गहलोत
अभी दिल्ली ही रुककर प्रत्याशी के प्रस्तावक बनेंगे गहलोत
गहलोत की @सोनिया से मुलाकात के बाद पायलट भी मिले #soniyagandhi से
ब्यूरो रिपोर्ट।
जयपुर। राजस्थान में कई दिनों से चली आ रही लंबी जद्दोजहद का पटाक्षेप हो गया है। लंबे सियासी ड्रामे के बाद आज प्रदेश में मुख्यमंत्री पद और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर गहलोत की भूमिका साफ हो गई है। दो दिन पहले राजस्थान में हुए इस्तीफा प्रकरण को लेकर #ashokgahlot ने जाहिर की अपनी पीड़ा। सियासी गलियारों में चर्चा है कि गहलोत ने एक कागज पर अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए लिखा कि राजस्थान में पिछले दिनों जो भी हुआ उसको लेकर मुझे अच्छा नहीं लग रहा है। मैं प्रदेश का मुख्यमंत्री हूं, इसलिए जो हुआ उसकी पूरी जिम्मेदारी मैं लेता हूं, मैं अपने मंत्रिमंडल से एक लाइन का प्रस्ताव पास नहीं करवा पाया इसका मुझे जीवनभर अफसोस रहेगा। प्रदेश की राजनीति में जो हुआ वो नहीं होने चाहिए था इसके लिए मैं सोनिया गांधी से माफी मांगता हूं। मैं कांग्रेस के अध्यक्ष का चुनाव नहीं लडूंगा ये मैंने फैसला कर लिया है, अब @मुख्यमंत्री पद पर मैं रहूंगा या नहीं इसका फैसला सोनियाजी जो भी करेंगी मुझे मंजूर होगा।
आज दिल्ली में गहलोत के माफी प्रकरण के बाद एक बात तो साफ हो गई है कि मुख्यमंत्री गहलोत अब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे। आज अध्यक्ष पद का नामांकर करने के लिए आवेदन लेने की लास्ट तारीख है और कल सुबह दिल्ली में नामांकन भरे जाने हैं। प्रत्यक्ष रूप से अध्यक्ष पद के लिए शशि थरूर के बाद आज दिग्विजय सिंह ने भी नामांकन पत्र लिया है। कल शाम तक अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरे जाएंगे। हालांकि गहलोत जयपुर नहीं जाकर आ रात दिल्ली में ही रुक रहे हैं जिसके चलते कयासों का दौर अभी तक खत्म नहीं हुआ है लेकिन ये भी कहा जा रहा है कि गहलोत नामांकन नहीं भरेंगे बल्कि जो भी नामांकन भरता है उसके प्रस्तावक के रूप में जरूर मौजूद रहेंगे।
इधर सीएम गहलोत के बाद सोनिया गांधी से #sachinpoilat की मुलाकात के भी निकाले जा रहे कई मायने। सोनिया गांधी की गहलोत के प्रति नाराजगी के बाद @पायलट की सोनिया से मुलाकात मानी जा रही काफी अहम।