
रक्षा बंधन पर वर्षों बाद गज केसरी योग
भद्राकाल नहीं होने से पूरे दिन बंधेगी राखी
जयपुर। सावन पूर्णिमा पर धनिष्ठा नक्षत्र और शोभन योग होने से इस बार रक्षा बंधन का त्योहार खास रहेगा। इस दिन सिंह राशि में सूर्य, मंगल और बुध ग्रह एक साथ विराजमान होंगे। 474 साल बाद गुरु और चंद्रमा की इस युति से रक्षा बंधन पर गज केसरी योग बन रहा है। इससे पूर्व 11 अगस्त, 1547 को ग्रहों की ऐसी स्थिति बनी थी।
पूरे दिन बंधेगी राखी
पंडित पवन भारद्वाज ने बताया कि रक्षाबंधन पर इस बार भद्राकाल नहीं होने से बहनें पूरे दिन भाइयों को राखी बांध सकेंगी। राखी सुबह 5.50 बजे से शाम 6.03 बजे तक बांधी जा सकेगी। शोभन योग सुबह 6.15 से 10.35 बजे तक और इसके बाद शाम 7.45 बजे तक धनिष्ठा नक्षत्र रहेगा।