
27 सितंबर से 5वीं कक्षा तक के बच्चे भी जाएंगे स्कूल
पहली से आठवीं कक्षा तक के स्कूल खोलने का फैसला,
गृह विभाग ने जारी की नई गाइडलाइन,
विवाह समारोह में 200 लोगों के शामिल होने की दी अनुमति,
विजय श्रीवास्तव
जयपुर। इसी महीने से पहली से आठवीं कक्षा तक के स्कूल खोलने की आज सरकार ने अनुमति दे दी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देशानुसार कोरोना के मामलों में कमी के बाद अब पहली से लेकर 8वीं तक कक्षा के लिए स्कूल खोलने का राज्य सरकार ने निर्णय लिया है। इस संबंध में गृह विभाग ने शुक्रवार को नई गाइडलाइन जारी कर दी है। नई गाइडलाइन के मुताबिक शादी समारोह में भी छूट दी गई है। अब विवाह समारोह में 200 लोगों के शामिल होने की छूट दी गई है। अभी तक यह छूट केवल 50 लोगों तक ही सीमित थी।
नई गाइडलाइन के अनुसार 20 सितंबर से छठवीं से आठवीं और 27 सितंबर से पहली से पांचवीं क्लास तक के बच्चों के स्कूल खुलेंगे। पहले फेज में 50प्रतिशत बच्चे ही स्कूल आ सकेंगे। वहीं प्रदेश के सभी सरकारी कार्यालय में अब 100 प्रतिशत कर्मचारियों को बुलाया जाएगा।
सिनेमा हॉल, मल्टीप्लेक्स रात 10 बजे तक खुलेंगे
सिनेमा हॉल, थियेटर, मल्टीप्लेक्स पूरी क्षमता के साथ सुबह 9 बजे से रात 10 बजे तक खुल सकेंगे। वे ही दर्शक जा सकेंगे, जिन्होंने वैक्सीन की कम से कम एक डोज लगवा ली हो। बिना वैक्सीन वालों को अनुमति नहीं होगी।
रेस्टोरेंट पूरी क्षमता से सुबह 9 बजे से रात 10 बजे तक खुलेंगे
रेस्टोरेंट पूरी क्षमता के साथ सुबह 9 से रात 10 बजे तक खुल सकेंगे। जिम, योग सेंटर सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक खुल सकेंगे। 20 सितंबर से स्विमिंग पूल केवल उन लोगों के लिए खुलेंगे, जिन्होंने वैक्सीन की कम से कम एक डोज लगवा ली हो।
20 सितंबर से जनजाति और सामाजिक न्याय के हॉस्टल भी खुलेंगे
जनजातीय विकास विभाग और सामाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग के हॉस्टल 20 सिंतबर से खुलेंगे। इन हॉस्टल के लिए दोनों विभाग अलग से गाइडलाइन जारी करेंगे।
बाध्य नहीं कर सकेंगे
सभी कक्षाओं के बच्चों को स्कूल बुलाने से पहले उनके माता-पिता की सहमति अनिवार्य होगी। जो माता-पिता अपने बच्चों को ऑफलाइन क्लास के लिए नहीं भेजना चाहते, उन्हें स्कूल बुलाने के लिए बाध्य नहीं कर सकेंगे। जो माता-पिता बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते, उनके लिए ऑनलाइन क्लास की व्यवस्था जारी रखनी होगी।
20 सितंबर के बाद पशु मेले लग सकेंगे
20 सितंबर के बाद कलक्टर की अनुमति से पशु मेले लग सकेंगे। इनमें कोरोना गाइडलाइन का ख्याल रखना होगा। राजस्थान के पश्चिमी जिलों में बड़े पैमाने पर पशु मेलों में मवेशियों और कृषि औजारों की खरीद-फरोख्त होती है। पुष्कर, नागौर के पशु मेले दुनिया में प्रसिद्ध हैं।