
सारांश कॅरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक गिरफ्तार, शिक्षक हिरासत में
कोरोना काल में रोक के बावजूद चौमूं में चल रहा था कोचिंग सेंटर
बिना गाइडलाइन के 400 बच्चे मौजूद थे कोचिंग में
बिना सरकारी गाइडलाइन के चल रहा था कोचिंग, पुलिस ने बच्चों से भी की समझाइश
जयपुर। चौमूं पुलिस ने कोरोना महामारी के बीच सरकार की गाइडलाइन का पालन नहीं करने पर चौंमू में सारांश कॅरियर इंस्टीट्यूट कोचिंग के 2 निदेशक को पुलिस ने गिरफ्तार किया। साथ ही 10 शिक्षकों को हिरासत में लिया गया था, जिन्हें चालान के बाद छोड़ दिया गया। ये कोचिंग खोल कर बच्चों को पढ़ाते हुए मिले थे।

सारांश कॅरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक गिरफ्तार, शिक्षक हिरासत में
कोरोना गाइडलाइन में अभी कोचिंग इंस्टीट्यूट को खोलने की परमिशन नहीं है। एक दिन पहले ही सरकार ने 2 अगस्त से स्कूल खोलने के आदेश जारी किए थे। हालांकि अभी कोचिंग खाेलने को लेकर कोई आदेश जारी नहीं किए हैं। डीसीपी वेस्ट प्रदीप मोहन शर्मा ने बताया कि पाबंदी के बावजूद कोचिंग खोल कर बच्चों के जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि चौमूं पुलिस थानाधिकारी हेमराज गुर्जर ने सारांश कॅरियर इंस्टीट्यूट के संस्थापक शंकर लाल जाट निवासी वार्ड नंबर दो टांकरडा थाना कालाडेरा जिला जयपुर व सुणीलाल कुमावत निवासी खागावाली ढाणी निवाणा थाना गोविंदगढ़ को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा कोचिंग में पढ़ा रहे 10 टीचर का भी बिना मास्क मिलने पर चालान किया गया है।
चौमूं पुलिस को शुक्रवार को सूचना मिली कि कोचिंग इंस्टीट्यूट में काफी भीड़ हो रही है। करीब 400 से ज्यादा बच्चे आए हुए हैं। कोरोना महामारी में बच्चों के जीवन को संकट में डाला जा रहा है। एसआई रामशरण, कांस्टेबल विनोद, चिरंजीलाल, सुमेर सिंह कोचिंग में पहुंचे तो काफी संख्या में बच्चों को पढ़ाया जा रहा था। पुलिस ने बच्चों को बाहर निकाल कर कोचिंग को बंद करवा दिया। इसके बाद दोनों कोचिंग संचालकों को गिरफ्तार कर लिया। साथ बच्चों को पढ़ा रहे टीचर के भी बिना मास्क मिलने पर चालान किए गए। कोचिंग में जब पुलिस पहुंची तो वहां पढ़ रहे बच्चों की भी उन्होंने क्लास ली। उन्होंने बच्चों को समझाया कि इस तरह सामूहिक रूप से पढ़ने पर आप किस तरह की बीमारी में फंस सकते हैं। इसके बाद सभी बच्चाें को कोचिंग से बाहर निकाल दिया गया।