
विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी की चेतावनी से शांत हुए माकपा विधायक
विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी की चेतावनी से शांत हुए माकपा विधायक
हंगामे से शुरू हुई विधाानसभा की आज की कार्यवाही,
इधर सीएम सलाहकार लोढ़ा और नेता प्रतिपक्ष कटारिया हुए आमने-सामने,
लोढ़ा बोले आपके सरकार गिराने के मंसूबे कभी नहीं होंगे पूरे,
विजय श्रीवास्तव
जयपुर। राजस्थान विधानसभा में बुधवार को हंगामे के साथ सदन की कार्यवाही शुरू हुई। विधानसभा में बजट पर बहस के दौरान प्रश्नकाल सत्र के दूसरे ही प्रश्न पर माकपा विधायक बलवान पूनिया ने सदन में जमकर हंगामा किया। माकपा विधायक ने बीमा क्लेम से जुड़ा प्रश्न पूछा। पूनिया का सवाल था कि किसानों का 164 करोड़ रुपए बकाया है, सरकार कब तक बकाया राशि किसानों को देगी। कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने जवाब देते हुए कहा कि बीमा कंपनी ने विसंगतियां बताते हुए भुगतान रोका है। क्लेम को लेकर भारत और राज्य सरकार ने अपना हिस्सा जमा करवा दिया है। भारत सरकार ने इस बारे में बीमा कंपनियों को निर्देश भी जारी किए हैं। मंत्री कटारिया के इस जवाब से माकपा विधायक पूनिया असंतुष्ट नजर आए और उन्होंने सदन में जोर-जोर से बालेना शुरू कर दिया। आसन पर बैठे विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने विधायक को शांत होने के लिए कहा लेकिन विधायक के नहीं मानने पर आसन ने विधायक को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी तब जाकर माकपा विधायक शांत हुए।
सयंम लोढ़ा और गुलाबचंद कटारिया आमने-सामने
इधर बहस के दौरान सीएम गहलोत के सलाहकार संयम लोढ़ा ने कहा मैं उपनेता प्रतिपक्ष राठौड़ का बयान पढ़ता रहता हूं कि सरकार कि इस सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार हुआ नहीं कि सरकार गिर जाएगी, बोर्ड चेयरमैन की नियुक्तियां हुई नहीं कि सरकार गिर जाएगी, लो अब दोनों बातें हो चुकी हैं लेकिन आपके सपने धरे के धरे रह गए। राठौड़ ने फिर लोढ़ा से पूछा आपके सपनों का क्या हुआ मित्र, इस पर लोढ़ा बोले मेरे सपने यही हैं कि मैं सदन में खड़ा हूं आपके आशीर्वाद से। इस पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया बोले नौ सलाहकार हैं इतने कमजोर है आपके सीएम, तो तपाक से लोढ़ा ने कहा- इतना तो आपको भी पता है कि सीएम को किसी की सलाह की जरूरत नहीं। लोढ़ा के जवाब पर फिर राजेंद्र राठौड़ ने कहा तो फिर आप इस्तीफा दे दीजिए, इस पर सीएम सलाहकार संयम लोढ़ा का जवाब आज दिनभर चर्चा का विषय बना रहा। लोढ़ा ने राठौड़ की बात का जवाब देते हुए कहा कि नियुक्ति के ऑर्डर तो हों कि इस्तीफा देना पड़े। गौरतलब है कि सीएम के छह विधायक सलाहकार बनाए गए हैं लेकिन अभी तक किसी की नियुक्ति के आदेश जारी नहीं हुए हैं।
विधानसभा में ये भी पूछे गए प्रश्न
विधानसभा में इसके अलावा नोखा विधायक ने स्वास्थ्य केंद्रों को क्रमोन्नत करने का प्रश्न पूछा जिस पर मंत्री परसादी लाल मीणा ने जवाब दिया। बामनवास विधायक इंदिरा मीणा के खाद्य सुरक्षा योजना में पात्रताधारियों से जुड़े प्रश्न का मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने जवाब दिया। भाजपा विधायक ज्ञानचंद पारख ने पाली जिले में स्वयं सहायता समूह के बकाया को लेकर सवाल किया, जिस पर मंत्री ममता भूपेश ने आपत्ति जताई।
मुख्यमंत्री कल कर सकते और कई घोषणाएं
अब 3मार्च गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विधानसभा में बजट पर अपना जवाब देंगे। जानकारों की मानें तो मुख्यमंत्री कल कुछ और घोषणाएं कर सकते हैं। बजट में भी मुख्यमंत्री ने ओल्ड पेंशन की घोषणा कर कर्मचारियों को दिल जीत लिया था।
सचिन पायलट भी आज पहुंचे विधानसभा
पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी विधानसभा की कार्यवाही में शामिल हुए। पायलट ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए बताया कि पांच राज्यों के चुनाव प्रचार में व्यस्तता के कारण वो विस की कार्यवाही में शामिल नहीं हो पाए थे।