कांग्रेस को उदयपुर चिंतन शिविर से बड़ी उम्मीदें

कांग्रेस को उदयपुर चिंतन शिविर से बड़ी उम्मीदें

– सोनिया-राहुल गांधी और अशोक गहलोत सहित कई वरिष्ठ नेता रहेंगे मौजूद

– तीन दिनों तक उदयपुर में कांग्रेसियों और नेशनल मीडिया का रहेगा जमावड़ा

विजय श्रीवास्तव,

 

उदयपुर। झीलों की नगरी उदयपुर में कांग्रेस करो या मरो वाली स्थिति के साथ अपनी पार्टी की दशा और दिशा सुधारने को लेकर चिंतन शिविर करने वाली है। इसके लिए उदयपुर में होटल ताज अरावली में प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने कांग्रेस की तरफ से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उदयपुर में होने वाले तीन दिवसीय शिविर की शुरूआत सोनिया गांधी के उद्बोधन से 13मई को दोपहर 2 बजे होगी। सोनिया-प्रियंका निजी विमान से उदयपुर पहुंचेंगी। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह राहुल गांधी के साथ करीब 74 कांग्रेसी सदस्यों के साथ चेतक एक्सप्रेस ट्रेन से 13मई को उदयपुर पहुंचेंगे।

चिंतन शिविर के तय शेड्यूल के अनुसार 13 और 14 मई को शाम तक शिविर में कांग्रेस से जुड़े विभिन्न मुद्दों और विषयों पर मनन-चिंतन होगा, इसके बाद 15मई को सुबह उदयपुर में CWC की बैठक में मंथन के बाद निकले निर्णयों को अमली जामा पहनाया जाएगा। यानि CWC की बैठक में शिविर में लिए गए निर्णयों पर मुहर लगेगी। दोपहर बाद राहुल गांधी के भाषण के बाद पार्टी अध्यक्ष के समापन भाषण के बाद शिविर में लिए गए निर्णयों का ऐलान किया जाएगा।

 

सीएम ने लिया तैयारियों का जायजा

बुधवार को मुख्यमंत्री गहलोत ने भी बेणेश्वर धाम पहुंचकर सभा की तैयारियों का जायजा लिया। आपको बता दें कि 16मई को डूंगरपुर के बेणेश्वर में 100करोड़ की लागत से तैयार पुलिया का लोकार्पण होगा। यहां से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का उदयपुर पहुंचने का कार्यक्रम है, जहां गहलोत शिविर की तैयारियों का जायजा लेंगे।

 

उदयुपर ही क्यों चुना गया शिविर के लिए ?

दरअसल कांग्रेस एक तीर से दो निशाने साधना चाहती है। एक तो राजस्थान उसके लिए सेफ राज्य है जहां शांति से वो अपनी पार्टी के बारे में मनन-चिंतन कर सकती है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस उदयपुर में शिविर कर राजस्थान, गुजरात और मध्यप्रदेश के आदिवासियों को साधने का प्रयास करेगी। राजस्थान में आदिवासी इलाकों में इन दिनों बीटीपी काफी सक्रिय रही है और आदिवासी जाति के लोगों पर बीटीपी को खासा प्रभाव देखा जा सकता है। चूंकि गुजरात में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में आदिवासी बहुल क्षेत्र को साधकर कांग्रेस आदिवासियों के अधिक से अधिक वोट अपनी झोली में डालना चाहती है।

 

क्या रहेंगे मुद्दे, कौन होंगे कांग्रेस के चिंतन शिविर में शामिल? (What will be the issues, who will be included in Congress’s Chintan Shivir?)

कांग्रेस से जुड़े सूत्रों की माने तो उदयपुर में हो रहे इस शिविर में गठबंधन के मुद्दों के साथ-साथ देश में चल रहे ध्रुवीकरण के माहौल, केंद्र और राज्यों के बीच वर्तमान के संबंध, राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों और पूर्वोत्तर से जुड़े मुद्दों जिनमें जम्मू-कश्मीर भी शामिल है आदि पर चर्चा होगी। महंगाई, आर्थिक मंदी और निजीकरण जैसे केंद्रीय मुद्दों सहित किसानों के मुद्दों, युवाओं और नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर मनन चिंतन आवश्यक रूप होना चाहिए। शिविर में सामाजिक न्याय के मुद्दों पर जहां सरकार की नीतियों को लेकर चर्चा के साथ ही पार्टी संगठन में पिछड़े और कमजोर वर्ग के प्रतिनिधित्व को लेकर भी कांग्रेस के आला नेता चर्चा करेंगे। शिविर में मंथन के लिए अलग-अलग समितियां बनाई गई हैं जो सभी विषयों पर चर्चा करेंगी। चिंतन शिविर में CWC के सभी सदस्य, सांसद, पूर्व केंद्रीय मंत्री, प्रदेश अध्यक्ष, विधायक दल के नेता, राष्ट्रीय सचिव, NSUI और महिला कांग्रेस के सभी पदाधिकारी को न्यौता भेजा गया है। वहीं शिविर के लिए करीब 50 ऐसे नेताओं को भी शामिल किया गया है जो पार्टी में फिलहाल किसी पद पर नहीं हैं इनमें कन्हैया कुमार का नाम विशेष तौर से शामिल हैं। शिविर का खास मकसद अपने नाराज और असंतुष्ट नेताओं को साधने की कोशिश भी होगा। इसके लिए पार्टी की ओर से जी-23 के सभी प्रमुख नेताओं को भी उदयपुर आने का निमंत्रण दिया गया है। इनमें कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी, गुलामनबी आजाद, भूपेंद्र हुड्डा और अखिलेश सिंह को प्रमुखता से बुलाया गया है। जिन्होंने सोनिया गांधी को अध्यक्ष पद छोड़ने की सलाह दी थी।

 

 

सोनिया कर सकती कांग्रेस शासित राज्यों के लिए बड़ी घोषणाएं

जानकार सूत्रों के हवाले से मिल रही खबर के अनुसार तीन दिन उदयपुर और उसके बाद एक दिन कांग्रेस के सभी सदस्य डूंगरपुर में जमा होंगे, जहां कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की सभा होनी प्रस्तावित है। 16 मई को डूंगरपुर के बेणेश्वर धाम में होने वाली सभा में सोनिया गांधी बैठक में लिए गए निर्णयों को सार्वजनिक कर प्रदेश हित में कई बड़ी घोषणाएं भी कर सकती हैं।

गौरतलब है कि प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं उससे पहले राजस्थान में हो रहे कांग्रेस के इस चिंतन शिविर को काफी अहम माना जा रहा है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि कांग्रेस के इस शिविर में राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जहां फिलहाल कांग्रेस की सरकार है, दोनों राज्यों की जनता के लिए उपहारों की बारिश यानि, जनता के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कर सकती है। माना जा रहा है कि सोनिया गांधी आदिवासियों के लिए कुछ नए पैकेज और विकास योजनाओं की घोषणा भी कर सकती हैं।

 

तीन दिन पत्रकारों का भी जमावड़ा, लेकिन शिविर में किसी को एंट्री नहीं

 प्रदेश में हो रहे कांग्रेस के इस चिंतन शिविर में कांग्रेस अपने साथ नेशनल मीडिया का दल भी साथ लेकर आ रही है। जिसमें अकेले दिल्ली से करीब 170पत्रकारों का दल बसों, ट्रेनों और हवाई यात्रा कर उदयपुर पहुंचेगा। गौरतलब है कि एआईसीसी का आयोजन होने के चलते कांग्रेस की ओर से नेशनल मीडिया को अधिक तवज्जो दी गई है जिसके चलते मीडिया के लिए अलग होटल्स और रिसोर्ट बुक किए गए हैं। वहीं राजस्थान की मीडिया के भी करीब 40 सदस्यों को कांग्रेस बस द्वारा जयपुर से उदयपुर लेकर जाएगी। पत्रकारों के इस दल में राजधानी जयपुर में मौजूद सभी बड़े मीडिया हाउसों के वरिष्ठ पत्रकार शामिल हैं जो कांग्रेस के इस शिविर को कवर करेंगे। हालांकि बड़े संस्थानों के अलावा भी कांग्रेस के इस शिविर के लिए अगले तीन दिन सभी समाचार पत्र, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और डिजिटल मीडिया संस्थानों के प्रतिनिधियों का उदयपुर में जमावड़ा रहेगा। राजनीति से जुड़े एक विश्लेषक ने कहा कि कांग्रेस के इस शिविर में पत्रकारों को ले जाना अचरज भरा। क्योंकि जहां तक चिंतन शिविर की बात है कांग्रेस किसी भी पत्रकार को शिविर में शामिल नहीं होने देगी। दिन दो बार प्रेस ब्रीफिंग के माध्यम से शिविर में हुए निर्णयों और चर्चाओं से अवगत कराया जाएगा। साथ ही इंटरनेट के माध्यम से प्रेस ब्रीफिंग को फेसबुक और टीवी चैनल्स पर लाइव चलाया जाएगा।

 

 

उदयपुर की लगभग सभी बड़ी होटल्स बुक

जानकार सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस चिंतन शिविर में शामिल होने के लिए उदयपुर में आने वाले सदस्यों और पत्रकारों के लिए शहरभर के करीब 40 होल्टस में कमरे बुक कराए गए हैं। इनमें होटल ताज अरावली, अनंता रिजॉर्ट, लेकपैलस, होटल कजरी, आनंद भवन और डाक बंगला तीन दिनों तक बुक रहेंगे। वहीं शहर भ्रमण और होटल से शिविर स्थल तक आने जाने के लिए कांग्रेस ने करीब 120 इनोवा कारें तथा 20 एसी बसों की बुकिंग की है।

 

शिविर के बाद युवाओं की आवाज बनकर उभरेगी कांग्रेस

आज शिविर से पहले पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि भाजपा को राष्ट्रीय स्तर पर कोई चुनौती दे सकता है तो वो सिर्फ कांग्रेस पार्टी है। देश में वर्तमान समय में जो मुद्दे हैं, केंद्र सरकार धर्म, जात-पात की बात करके उन मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने का काम कर रही है। इस चिंतन शिवर के सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे और कांग्रेस पार्टी नई ऊर्जा व मजबूती के साथ नौजवानों व मध्यम वर्ग की आवाज बनकर उभरेगी।

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