
गहलोत-पायलट में फिर छिड़ा “कोल्ड वार” !
कांग्रेस की कार्यशाला में पायलट ने दिया गहलोत को जवाब
नामांकन पर गहलोत ने 19 MLA के गुमराह होने को लेकर पायलट पर कसा था तंज
विजय श्रीवास्तव,
जयपुर। मोदी लहर से इतर कांग्रेस फिर से राजस्थान में खुद को दोहराएगी। 2023 में बिना किसी मोदी लहर के बहाने के हम कांग्रेस की सरकार को दोहराने का कार्यशाला में संकल्प लेंगे। कांग्रेस की कार्यशाला में 600 से अधिक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने भाग लिया। पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने बुधवार को जयपुर स्थित होटल क्लार्क्स आमेर में शुरू हुई दो दिवसीय कार्यशाला में ये बात कही। यानि ये कहा जाए कि कांग्रेस के “एक्शन टेकन कैंप” के पहले दिन प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, मोहनप्रकाश, खाचरियावास और सचिन पायलट ने अपनी बात रखी।
पालयट ने बिना नाम लिए गहलोत सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि जनता ने हमें चुना, फिर ऐसा क्या हुआ कि कांग्रेस द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों को जनता ने भी मान लिया लेकिन हम उन पर कोई एक्शन नहीं ले पाए? अगर वो हमारे नेताओं को परेशान कर सकते हैं उन पर कार्रवाइयां करवा सकते हैं तो हमें भी सही गलत की परख है हमें भी एक्शन लेना चाहिए।
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भाजपा पर जमकर बरसे पायलट
कार्यशाला के पहले दिन पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भाजपा पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि वे अपनी पावर्स का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी को ईडी ने बुलाकर पूछताछ की हो, वहीं उनकी एसपीजी सुरक्षा भी वापस ले ली गई है। हमारे नेताओं को अलग अलग तरह से टॉर्चर किया जा रहा है, उन पर मुकदमें दर्ज हो रहे हैं। पिछले आठ साल में केंद्र सरकार ने जो जुल्म हमारी पार्टी पर किए हैं वो जनता को भी नजर आ रहे हैं।
सरकार ने खान घोटाले पर क्या की कार्रवाई ?
सरकार से अपनी नाराजगी जाहिर कर पायलट ने अपनी ही सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वसुंधरा सरकार में कांग्रेस ने खान घोटाला उजागर किया था लेकिन हमारी सरकार ने उस पर कोई एक्शन नहीं लिया। साथ ही कई विभागों में भाजपा सरकार में हुई हेराफेरी को चुनावी मुद्दा भी बनाया गया लेकिन अब तक इस पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई? गहलोत का नाम लिए बिना पायलट बोले कि पहले तो मोदी फेक्टर नहीं था तब भी प्रदेश में कांग्रेस की सरकार दो बार रिपीट क्यों नहीं हो पाई? तब एक बार कांग्रेस के पास सिर्फ 50 और दूसरी बार सिर्फ 21 विधायक ही कैसे रह गए? ऐसा नहीं है कि हमारी सरकार कहीं दोबारा सत्ता में नहीं आई। दिल्ली, असम और आंध्रप्रदेश में भी कांग्रेस ने लगातार दोबारा सरकारें बनाई हैं, फिर राजस्थान में बहुमत के बाद भी क्यों हम दोबारा सरकार नहीं बना पाए, इन मुद्दों पर भी तो बात होनी ही चाहिए। हम इस कार्यशाला में प्रदेश में फिर से कांग्रेस सरकार को दोहराने का संकल्प लेंगे।
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गुमराह विधायक भी अब तो हमारे साथ, फिर तो राज्यसभा में जीत पक्की
आपको बता दें कि अशोक गहलोत ने भी राज्यसभा नामांकन के समय पायलट का नाम लिए बिना निशाना साधते हुए कहा था कि अब तो 19विधायक जो गुमराह हो गए थे वो भी हमारे साथ ही हैं तो इस बार राज्यसभा में कांग्रेस की तीन सीटें तो पक्की हैं। शायद इसी बात को याद कर पायलट ने आज अपनी ही सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए।
वरिष्ठों को मोहन प्रकाश ने सुनाई खरी-खरी
इधर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोहन प्रकाश ने भी गाहे-बगाहे मुख्यमंत्री को मुफ्त की सलाह दे दी। मोहन प्रकाश ने कहा मुख्यमंत्रीजी गर्भ वाले बच्चे के फेर में गोद में बैठे बच्चे को नहीं छोड़ा जाता। उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को भी आड़े हाथों लेते हुए खरी-खोटी सुनाई और कहा कि कांग्रेस के हर प्रदर्शन् में चंद नेता ही नजर आते हैं ऐसे में लोगों का जनता से जुड़ाव नहीं हो पा रहा है। महंगाई इतना बड़ा मुद्दा था लेकिन प्रदेश में सरकार और मंत्री इसे भुनाने में नाकामयाब रहे। वहीं मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी ब्यूरोक्रेट्स को लेकर जताई नाराजगी, कहा जनता के काम अटकाने वाले अफसरों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। जो जनता के काम जानबूझ कर रोक रहे हैं ऐसे अफसरों को इलाज जरूरी है।
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आज वरिष्ठों की तो कल युवाओं की बारी
दो दिवसीय कार्यशाला में प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि चिंतन शिविर के फैसलों को लेकर कार्यशाला का आयोजन हुआ है जिसमें संगठन में 50फीसदी युवाओं को भागीदारी की प्रक्रिया शुरू हो गई है। कार्यशाला में सभी को कहा जाएगा तो सभी को कहने का मौका भी दिया जाएगा। आपको बता दें कि आज वरिष्ठ नेताओं ने अपनी बात रखी तो गुरुवार को युवा नेताओं की बात सुनी जाएगी।
