
संत कालीचरण दास का एक और सनसनीखेज बयान
संत कालीचरण दास का एक और सनसनीखेज बयान
कालीचरण ने महात्मा गांधी पर वंशवाद फैलाने का लगाया आरोप
विजय श्रीवास्तव
रायपुर। हाल ही में छत्तीसगढ़ रायपुर में हुई धर्मसभा में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर विवादित बयान के बाद अब फिर एक बार कालीचरण ने एक वीडियो जारी कर सनसनी फैला दी है। उन्होंने आठ मिनट का वीडियो जारी कर कहा कि मैं गांधी विरोधी हूं, मुझे फांसी भी दे दो तो भी बात वापस नहीं लूंगा।
क्या हुआ ऐसा रायपुर धर्मसभा में?
दरअसल छत्तीसगढ़ के रायपुर में एक धर्मसभा का आयोजन हुआ था जिसमें देशभर के विभिन्न संप्रदायों और मठों के साधु सन्यासियों ने भाग लिया था। इस धर्मसभा में रविवार को संत कालीचरण ने महात्मा गांधी के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग किया करते हुए महात्मा गांधी को गोली मारने वाले नाथुराम गोडसे नमन किया था।
इस मामले में कालीचरण के खिलाफ छत्तीसगढ़ के रायपुर में एफआईआर दर्ज करवाई गई है। जानकार सूत्रों के हवाले से मिली खबर के अनुसार एफआईआर दर्ज होने के 24 घंटे बाद एक बार फिर कालीचरण सक्रिय हो गए और उन्होंने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि “ ऐसी एफआईआर से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता, मैं गांधी का विरोधी हूं और गांधी से नफरत करता हूं, इसके लिए अगर फांसी की सजा भी सुनाई जाएगी तो स्वीकार है।”
महात्मा गांधी पर लगाए वंशवाद के आरोप
सूत्रों के अनुसार कालीचरण ने महात्मा गांधी पर वंशवाद को बढ़ावा देने के आरोप लगाए। वंशवाद की जड़ फैलाने जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हुए कालीचरण ने कहा कि “कांग्रेस ने वंशवाद को बढ़ावा देने का काम किया है, अगर गांधी और पंडित नेहरू की जगह सरदार पटेल को सत्ता सौंप देते तो देश अमेरिका से भी आगे होता और भारत आज सोने की चिड़िया कहलाता।”
धर्मसभा में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को कहा भला-बुरा
कथित तौर पर धर्म संसद में कालीचरण ने महात्मा गांधी पर भगत सिंह, राजगुरु की फांसी न रुकवाने जैसे आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि “राष्ट्रपिता बनाना है तो छत्रपति शिवाजी, राणा प्रताप और सरदार पटेल जैसे लोगों को बनाना चाहिए, जिन्होंने राष्ट्रकुल को एकत्र करने का काम किया”। कालीचरण ने महात्मा गांधी को देश का बंटवारा करने वाला बताया।