
सौर ऊर्जा में एक और नवाचार, सौर पैनल कोटिंग से 25फीसदी बढ़ेगी क्षमता
जापानी कोटिंग से सोलर पैनल की उत्पादकता में होगा 25% का इजाफा
जापानी कंपनी ने दिया फोर्टी पदाधिकारी के सामने नई सोलर पैनल कोटिंग तकनीक का डेमो
जयपुर। (Solar Energy) राजस्थान में बिजली के लिए सरकार पर निर्भर रहने की जगह अब यहां के लोग खुद अपना बिजली उत्पादन करके न सिर्फ अपना काम चला रहे हैं बल्कि सरकार को भी बिजली बेच रहे हैं। प्रदेश में पवन और सौर ऊर्जा (Wind and Solar Energy) का चलन अब धीरे धीरे बढ़ने लगा है। इसमें भी सौर ऊर्जा (Solar Energy) काफी तेजी से घर-घर पहुंची रही है।
राजस्थान में बिजली उत्पादन के लिए लोगों में सोलर सिस्टम बेहद कामयाब साबित हो रहा है। ऐसे में सोलर ऊर्जा का उत्पादन बढ़ाने के लिए देश और विदेशों में प्रसिद्ध संस्थान फोर्टी काफी सक्रिय है। फोर्टी प्रदेश की एक ऐसी संस्था है जो सोलर ऊर्जा के लिए न सिर्फ किसानों बल्कि बड़े बड़े कारखानों, निजी संस्थानों और घर-घर प्रधानमंत्री मोदी की नई सोलर प्रणाली की तकनीक को बढ़ावा देते हुए काम कर रही है।
नई जापानी कोटिंग तकनीक का डेमोंस्ट्रेशन
राजस्थान सोलर उत्पादन में देश का अग्रणी राज्य है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की ओर से सूर्योदय योजना (Suryoday Yojana) की घोषणा के बाद राजस्थान (Rajasthan) के सोलर सेक्टर में नई संभावनाओं को गति मिली है। इसे देखते हुए फेडरेशन ऑफ राजस्थान ट्रेड एंड इंडस्ट्री (Forty) भी राजस्थान के सोलर सेक्टर को आगे बढ़ाने में अपना सहयोग कर रही है। अब विदेशी कंपनियां राजस्थान के सोलर सेक्टर में अपने लिए नए अवसर तलाश रही हैं ।
फोर्टी इन कंपनियों और राजस्थान की सोलर इंडस्ट्री के बीच सेतु का काम कर रहा है। हाल ही में जापान की कंपनी दाइंचीसीका कलर एंड केमिकल मैन्युफैक्चरर्स (Dainchisika Color and Chemical Manufacturers) ने फोर्टी पदाधिकारी के सामने जापानी कोटिंग तकनीक का डेमोंसट्रेशन दिया। इस मौके पर दाइंचीसीका के ओवरसीज हेड एवामातो, चीफ मैनेजर ओवरसीज शुभम कौशिक, फोर्टी संरक्षक सुरजाराम मील, आईसी अग्रवाल, अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल के साथ फोर्टी के कई पदाधिकारी मौजूद रहे।
20-25 फीसदी बढ़ जाएगी बिजली उत्पादकता
जापानी कंपनी (Japanese company) के ओवरसीज हेड ने बताया कि सोलर पैनल कोटिंग उनकी कंपनी पेटेंट प्रोडक्ट है। इस कोटिंग से सोलर पैनल की उत्पादकता 20 से 25% तक बढ़ जाती है । यह कंपनी का पेटेंट प्रोडक्ट है और पूरी दुनिया में इस कोचिंग के अच्छे रिजल्ट रहे हैं। जापान में सोलर पैनल की ऊर्जा उत्पादकता में 10% की वृद्धि हुई लेकिन राजस्थान में वातावरण के अनुसार 20 से 25 प्रतिशत सोलर उत्पादकता को बढ़ाया जा सकता है।
जापानी तकनीक का लाभ सबसे पहले राजस्थान को
चीफ मैनेजर ओवरसीज शुभम कौशिक (Shubham Kaushik) ने बताया कि इस कोटिंग तकनीक को देश में सबसे पहले राजस्थान में प्रदर्शित किया गया है । इसके बाद पूरे देश में लॉन्च किया जाएगा । यह कोटिंग तकनीक राजस्थान के सोलर सेक्टर के लिए वरदान साबित हो सकती है। इससे सोलर पैनल की उत्पादकता और उम्र दोनों बढ़ जाते हैं।
राजस्थान में तेजी से बढ़ रहा सोलर सेक्टर
फोर्टी (Forty) संरक्षक सुरजाराम मील (Surjaram Mile) ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की प्रभावशाली नीतियों के कारण राजस्थान में सोलर सेक्टर तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस जापानी कोटिंग तकनीक का फायदा सोलर इंडस्ट्री के साथ घरेलू और संस्थागत उपभोक्ताओं को भी मिलेगा। फोर्टी संरक्षक आईसी अग्रवाल ने कहा कि जापानी सोलर कोटिंग तकनीक औद्योगिक क्षेत्र में काफी प्रभावशाली साबित हो सकती है इससे मेंटेनेंस के साथ सोलर पैनल की सफाई में काम आने वाले पानी की भी बचत होगी ।
जापानी कंपनी का राजस्थान के साथ एमओयू जल्द
फोर्टी अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल (Suresh Aggarwal) का कहना है कि फोर्टी हमेशा नई तकनीक को प्रोत्साहित करता है हमारा प्रयास है कि दुनिया की सबसे नवीनतम और बेहतरीन तकनीक राजस्थान में सबसे पहले पहुंचे और यहां के उद्यमियों को इसका लाभ मिले ।इसी उद्देश्य को आगे रखते हुए जापानी कंपनी की सोलर कोटिंग तकनीक का प्रदेश के उद्यमियों के सामने प्रदर्शन किया गया है। जल्दी ही फोर्टी जापानी कंपनी के साथ एमओयू साइन करेगा।
