
सैकड़ों भाजपा नेता क्यों एकत्रित हो रहे सचिवालय पर…
‘‘नहीं सहेगा राजस्थान अभियान’’ के तहत एक अगस्त लाखों भापजाई करेंगे घेराव
प्रदेश में घर-घर जाकर सरकार का फेल कार्ड बांट रहे हैं भाजपा कार्यकर्ताः- नारायण पंचारिया
जयपुर। भाजपा प्रदेश कार्यालय में मंगलवार को भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने कांग्रेस सरकार को विभिन्न मुद्दों पर आड़े हाथों लिया। चतुर्वेदी ने एक प्रेसवार्ता का आयोजन कर “नहीं सहेगा राजस्थान” अभियान के तहत 1 अगस्त को राजस्थान सचिवालय के घेराव को लेकर जानकारी दी। पूर्व प्रदेशाध्यक्ष चतुर्वेदी ने बताया कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार के साढ़े चार वर्ष के भ्रष्ट, अराजक, जंगलराज और कुशासन के खिलाफ भाजपा चतुर्वेदी और प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण पंचारिया के नेतृत्व में एक अगस्त को जयपुर में सचिवालय का घेराव किया जाएगा।
महिला उत्पीड़न, भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण के खिलाफ है प्रदर्शन
प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि गहलोत सरकार के इन साढे चार सालों में केवल कुर्सी की लड़ाई चली है। प्रदेश का आमजन आज गहलोत सरकार के कुशासन से तंग है। साढ़े चार साल के इसी कुशासन के खिलाफ भाजपा ने ‘‘नहीं सहेगा राजस्थान’’ अभियान को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लॉन्च किया था। इस अभियान में कुशासन, बदहाल कानून व्यवस्था, पेपर लीक, युवाओं से वादाखिलाफी, किसानों से कर्जमाफी के नाम पर वादाखिलाफी, महिला उत्पीडन और असुरक्षा, दलित और आदिवासी उत्पीडन, तुष्टीकरण और भ्रष्टाचार इन नौ मुद्दों को लेकर प्रदेशभर में मुहिम चलाई जा रही है। आगामी एक अगस्त को जयपुर में विशाल सचिवालय घेराव होगा जिसमें प्रदेश से लाखों की संख्या में लोग जयपुर पहुंचेगे।
पूर्व प्रदेशाध्यक्ष चतुर्वेदी ने कहा कि एनसीआरबी के अनुसार आज प्रदेश अपराध में शीर्ष पर है। मुख्यमंत्री कहते हैं कि प्रत्येक मामले में एफआईआर दर्ज करना सरकार की प्राथमिकता है। जबकि हिंडौन के नादौती में एक दलित युवती से दुष्कर्म कर हत्या की घटना पर भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोडी लाल मीणा धरने पर बैठे तब जाकर मुकदमा दर्ज किया गया। जयपुर में पुलिस कमिशनरेट से महज तीन किलोमीटर दूर बदमाश घर में घुसकर परिवार से मारपीट करते हैं। गहलोत सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी की आयुष्मान योजना के लाभार्थियों का चिरंजीवी योजना में पुनः पंजीकरण किया। । जबकि एक करोड से अधिक लोग जो एनएफएसए में रजिस्टर्ड थे उन्हे आयुष्मान योजना का पहले से ही लाभ मिल रहा था। जो एनएफएसए में नहीं थे उनसे 850 रूपए लेकर चिरंजीवी योजना में जोडने से कैसे लाभ मिलता। किसानों से कर्जमाफी का झूठा वादा किया, जिसके चलते 19 हजार से ज्यादा किसानों की जमीनें नीलाम हो गई। प्रदेश में किसानों ने कर्ज से तंग आकर आत्महत्या कर ली।
भाई भतीजों की पार्टी में अपराध और अपराधी, कानून व्यवस्था चौपट
अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि पड़ोसी राज्य हरियाणा में बाजरे का समर्थन मूल्य 2200 रूपए है, जबकि राजस्थान में वही बाजरा 1300-1400 रूपए में खरीदा जा रहा है। लंपी वायरस के दौरान प्रदेश के सभी पीड़ित पशुपालकों को मुआवजा देने का वादा किया था, लेकिन महज 41 हजार लोगों को मुआवजा देकर इतिश्री कर ली। रीट पेपर लीक प्रकरण से पूर्व में राजीव गांधी स्टडी सर्किल के अध्यक्ष से पेपर छपवाने का घोटाला हो चुका है। उसके बाद माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डीपी जारोली ने कहा कि यदि मुझे छेड़ा गया तो बड़े लोगों के चेहरे बेनकाब कर दूंगा। इसके बाद सरकार डर गई और ईडी की जांच में जारोली पर कोई आंच नहीं आ पाई। विधायक भरत सिंह ने गहलोत सरकार को खान घोटाले पर लेटर हैड को उल्टा करके पत्र लिखा। सरकार के मंत्री रहे राजेन्द्र सिंह गुढ़ा विधानसभा में खडे होकर खुद की सरकार के भ्रष्टाचार और महिला अत्याचार के खिलाफ बोलते हैं। गुढ़ा ने लाल डायरी में सरकार के काले चिट्ठे होने और भ्रष्टाचार के कारनामें छिपे होने का दावा किया है। चतुर्वेदी ने ई-रिक्शा चालकों की नागरिकता, ठेले वालों को वेंडर जोन में लेने, मंत्री खाचरियावास के भतीजे द्वारा होटल में तोड़फोड़ और महेश जोशी के बेटे पर दुष्कर्म के आरोपों को लेकर भी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण पंचारिया ने कहा कि प्रदेश का प्रत्येक नागरिक गहलोत के कुशासन के खिलाफ नहीं सहेगा राजस्थान अभियान के साथ जुड़ रहा है। 16 जुलाई को इस अभियान की शुरूआत भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जयपुर की धरती से की थी। भाजपा का संगठनात्मक ढांचा बेहद मजबूत है। जिसमें 44 जिलों में 1113 मंडलों में 7776 शक्ति केन्द्र बनाए हुए हैं। इसके अलावा 51 हजार 171 बूथों की सरंचना है जिसके 9 लाख 50 हजार पेज मय फोटो तैयार हो चुके हैं। पांच लाख पेज प्रमुख का डेटा सरल ऐप पर डाउनलोड हो चुका हैं। नहीं सहेगा राजस्थान अभियान के तहत घर घर जाकर कार्यकर्ता गहलोत सरकार का फेल कार्ड बांटेगे। इसके अलावा महिलाएं थाली नाद के माध्यम से गांव ढाणियों में पहुंचकर जनसंपर्क कर रही हैं।