
सचिन पायलट की अग्नि परीक्षा कल !
राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत ने नहीं मानीं पायलट की शर्तें तो घमासान तय
राहुल गांधी मध्यस्थता में गहलोत से शर्तें मनवाने की करेंगे कोशिश
विजय श्रीवास्तव, वरिष्ठ पत्रकार।
जयपुर। पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट रविवार को अपने पिता राजेश पालयट के लोकसभा क्षेत्र में एक महारैली का आयोजन कर रहें हैं। इस महारैली पर प्रदेशभर के लोगों की निगाहें रहेंगी। यहां तक कि कांग्रेस आलाकमान भी यह चाहेगा कि किसी तरह शांति से यह दिन निकल जाए क्योंकि अगर रविवार का दिन शांति से नहीं निकला तो पायलट का कोई बड़ा कदम उठाना तय माना जा रहा है। सचिन के पिता राजेश पायलट की पुण्य तिथि के दिन सचिन के लिए बेहद अहम रहने की बात कही जा रही है। पिता राजेश पालयट की पुणतिथि का दिन सचिन के लिए भी खास होने वाला है। इधर कांग्रेस आलाकमान को भी इस दिन के शांति से गुजरने की आकांक्षा है। हालांकि सचिन के इस दिन को खास बनाने की संभावना कम ही नजर आ रही है फिर भी संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता। क्योंकि राजनीति में सब कुछ जायज हैं।
जानकारों की मानें तो सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच चल रहा गतिरोध अभी तक खत्म नहीं हुआ है वहीं पायलट की तीन शर्तें अगर गहलोत से राहुल नहीं मनवा पाते हैं तो ये बात भी तय है कि रायता तो ढुलेगा। ऐसे में सचिन पायलट की तलवार भी अपनी म्यान से बाहर निकल सकती है और अगर ऐसा हुआ तो विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस के लिए यह बिल्कुल भी अच्छा नहीं होगा।
हाल ही में पायलट ने राहुल गांधी, खड़गे, और केसीव वेणुगोपाल से राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत को लेकर चर्चा की थी। अब पायलट की आगे की रणनीति उनकी तीन शर्तों पर टिकी हैं। पायलट की तीन शर्तों में वसुंधरा की पिछली सरकार की उच्च स्तरीय जांच, राज्य सरकार की नौकरी परीक्षा के पेपर लीक प्रभावित लोगों को मुआवजा और RPSC को भंग करने की शर्तें शामिल हैं।
जानकार सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इन मांगों को देखने के लिए एक पैनल तैयार करना था। लेकिन दो सप्ताह बाद भी इस पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। अब मामले में गहलोत की गंभीरता को लेकर संशय पर पायलट खड़गे ने पायलट को दिल्ली में बुलाया है और उनसे राहुल के अमेरिका से लौटने तक इंतजार करने की बात कही है।
