
बजट में आयकर में छूट को 5 से बढ़ाकर किया 7लाख रुपए
नौकरीपेशा और पेंशनर्स के साथ-साथ महिलाओं को बड़ी राहत
पीएम मोदी के अमृतकाल का निर्मला सीतरमण ने पेश किया बजट
दिल्ली ब्यूरो।
आज लोकसभा में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी 2.O सरकार का आखिरी बजट पेश किया। वित्त मंत्री आज भी अपने चिर-परिचित अंदाज में घर से निकल पहले राष्ट्रपति भवन पहुंचीं जहां उन्होंने राष्ट्रपति से बजट के लिए मंजूरी ली और उसके तुरंत बाद वे सदन पहुंचीं जहां उन्होंने देश का आम बजट पेश किया। बजट से पहले ये बात काफी नोटिस की गई कि निर्मला सीतारमण अपनी पसंदीदा संबलपुरी सिल्क की लाल रंग की साड़ी पहनकर घर से निकलीं। कहा जाता है कि आज जो साड़ी उन्होंने पहन रखी थी उसे टेम्पल साड़ी कहा जाता है वहीं जिस लाल रंग की सिल्क की उन्होंने साड़ी पहन रखी थी वो रंग जीत का प्रतीक माना जाता है। ठीक 11 बजे वित्तमंत्री ने बजट पढ़ना शुरू किया। बजट में खास बातें ये रही कि उन्होंने देश को सात मंत्र दिए जिसे उनका सप्तऋषि मंत्र भी कहा जा रहा है। इसमें उन्होंने देश के विकास के लिए सात बातों पर जोर डाला।
देश को दिया सप्तऋषि मंत्र
वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण ने देश को सप्तऋषि मंत्र दिया, उन्होंने इस बजट को अमृतकाल का बजट बताते हुए सात बातों पर फोकस करते हुए अपनी सात प्राथमिकताएं बताईं। उन्होंने कहा समावेशी वृद्धि, ग्रीन ग्रोथ, यूथ पावर, फाइनेंशियल सेक्टर, अंतिम छोर तक पहुंच, बुनियादी ढांचे का विकास और क्षमताओं का पूरा इस्तेमाल ही सप्तऋषि मंत्र है। वित्त मंत्री ने चीन को पटखनी देने के लिए बजट में बड़ा ऐलान करते हुए मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईटी के बजट को बढ़ाया।
दरअसल सरकार “मेक इन इंडिया” कैंपेन को बढ़ावा दे रही है लेकिन इसमें सेमीकंडक्टर की कमी रोड़ा बन रही थी। इसके कारण पीएम के “मेक इन इंडिया” प्लान नुकसान हो रहा था, ऐसे में मोदी सरकार ने भारत में ही इसकी काट खोज निकाली और सेमीकंडक्टर में चीन के दबदबे को खत्म करने के लिए देश में सेमीकंडक्टर बनाने के बजट में इजाफा कर दिया। वहीं रक्षा क्षेत्र में भी मोदी सरकार ने देश बड़ा बजट दिया। इधर रेलवे को इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा बजट देकर सीतारमण ने इतिहास रच दिया, उन्होंने रेलवे के लिए 2.40 लाख करोड़ रुपए का बजट दिया।
नई उम्मीद और नए संकल्प का बजट
वित्त मंत्री निर्मला सीतारणम ने जो बजट पेश किया उसे संतुलित बजट बताया जा रहा है। जानकारों की मानें तो इस बजट में वित्तमंत्री ने रखा सभी वर्गों का ध्यान रखते हुए सबका साथ, सबका विकास की सोच के साथ बजट पेश किया है। बजट में कृषि, शिक्षा, मेडिकल, कारोबार, यातायात सहित आम आदमी का ध्यान रखा गया है वहीं नौकरीपेशा-पेंशनर्स और कारोबारी करदाताओं को भी बजट में बड़ी राहत दी गई है। आयकर में आठ साल बाद छूट को बढ़ाया गया है। पहले 5 लाख रूपए तक की आय पर आयकर में छूट थी अब उसे बढ़ाकर सरकार ने 7 लाख रुपए तक की आय को टैक्स फ्री कर दिया है। यानि टैक्स में छूट की सीमा 5 लाख से बढ़ाकर की गई 7.5 लाख रुपए कर दी गई है। इसमें 50हजार रूपए वो भी शामिल हैं जिसकी छूट सरकार की तरफ से दी जाती है।
बजट में घोषणा की गई कि भारत में 30 स्किल इंडिया इंटरने्शनल सेंटरों की स्थापना की जाएगी। पहचान पत्र के तौर पर पैन कार्ड को मान्यता के साथ-साथ कारोबार शुरू करने के लिए भी पैन कार्ड मुख्य आधार बनेगा। इधर सरकार ने मोटा अनाज को बढ़ावा देने के लिए कृषि कार्यों में जुटे लोगों को ऋण सहित कृषि से जुड़ी कई चीजों में छूट और सुविधाएं प्रदान की हैं।
सरकार ने मेडिकल, शिक्षा, आदिवासी विकास, शहरी विकास, ग्रामीण विकास और कारोबार को लेकर भी बजट में कई रियायतें और सुविधाओं की घोषणा की। जैसे 2047 तक भारत से एनीमिया खत्म करने की सरकार की प्लानिंग के बारे में जानकारी दी।
क्या सस्ता, क्या महंगा?
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश बजट में इलेक्ट्रिक वाहन, खिलौने, साइकिल, ऑटोमोबाइल, मोबाइल फोन, कैमरा लेंस, विदेश से आने वाली चांदी, एलईडी टीवी और बायोगैस से जुड़ी चीजें सस्ती हुईं वहीं सोना-चांदी, प्लेटिनम, सिगरेट, इंपोर्टेड दरवाजे, किचन चिमनी और विदेशी खिलौने आयात शुल्क बढ़ाने के चलते महंगे हुए।
जब वित्तमंत्री की फिसली जुबान और सदन में लगे ठहाके
बजट के दौरान निर्मला सीतारमण ने सभी को खूब हंसाया, दरअसल बजट भाषण पढ़ते स्क्रेप पॉलिसी के जिक्र के समय उनकी जुबान फिसली और वो ओल्ड पॉल्यूटेड व्हीकल को ओल्ड पॉलीटिकल व्हीकल कह गईं तब सदन में काफी देर तक मौजूद सदस्य ठहाके लगाते नजर आए। जब उन्हें गलती का अहसास हुआ तो उन्होंने कहा सॉरी… सॉरी ओल्ड पॉल्यूटेड व्हीकल्स को हटाएंगे।