
हिमाचल में फिर “कमल” खिलाने की तैयारी
दो दिन के हिमाचल दौरे पर जा रहे जेपी नड्डा, पहले भी नड्डा का हिमाचल दौरा रहा है कामयाब
कांग्रेस सहित अन्य दलों में तोड़फोड़ की रणनीति पर काम कर रहे नड्डा
दिल्ली। हिमाचल में सत्तारूढ़ भाजपा एक बार फिर वहां कमल खिलाने की तैयारी में है। पीएम मोदी सहित भाजपा के कई दिग्गज नेताओं ने इन दिनों बना रखा है हिमाचल दौरे का रूट मैप। हाल ही में पीएम मोदी ने हिमाचल प्रदेश को करीब 36हजार करोड़ की परियोजनाओं की सौगात दी है। वहीं रविवार से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी हिमाचल प्रदेश के दौरे पर हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार नड्डा के हिमाचल दौरे का पहला मकसद है वहां भाजपा की स्थिति को और मजबूत करना। इसके लिए भाजपा ने कांग्रेस के पुराने लोगों को तोड़ने का काम शुरू भी कर दिया है। इसी कड़ी में भाजपा ने दिवंगत वीरभद्र सिंह के सबसे करीबी रणनीतिकार और पूर्व मंत्री हर्ष महाजन को अपने पाले में ले लिया है और महाजन को कांग्रेस में सेंधमारी की अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है। हाल ही में महाजन ने दिल्ली में अमित शाह से मिलकर हिमाचल के लिए अपनी रणनीति का खुलासा किया।
सूत्रों की मानें तो कांग्रेस में सेंधमारी के बाद भाजपा में शामिल हुए नेताओं से भाजपा में गुटबाजी पनप रही है लेकिन मनोवैज्ञानिक तौर पर इसका भी भाजपा को फायदा ही मिलेगा।
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में पिछले चार महीनों में कांग्रेस के कई नेता भाजपा में शामिल हुए हैं। पूर्व सांसद सुरेश चंदेल, दो वर्तमान विधायक लखविंद्र राणा, पवन काजल हिमाचल कांग्रेस में ऐसे बड़े नाम हैं जो भाजपा में शामिल हो गए हैं वहीं उनके पीछे-पीछे जल्द ही कुछ और नेता भी भाजपा का दामन थाम लेंगे। हालांकि उनको टिकट मिलेगा या नहीं इसको लेकर अभी तक कोई खुलासा नहीं हुआ है। माना जा रहा है ये भाजपा की रणनीति का हिस्सा है। लेकिन राजनीतिक गलियारों में ये भी चर्चा है कि हिमाचल में जहां-जहां कांग्रेसी भाजपा में शामिल वहां-वहां पार्टी में विरोध के स्वर भी उठ रहे हैं।