
ये तो होना ही था…! राजस्थान में बढ़ा सियासी पारा
बेनतीजा निकली प्रदेश में कांग्रेस की दिनभर की रस्साकसी !
@सोनिया गांधी ने गहलोत-पायलट को बुलाया दिल्ली दरबार में
जयपुर। प्रदेश में दिनभर चला मुख्यमंत्री की कुर्सी का किस्सा आखिरकार रात 12 बजे जाकर थमा। @गहलोत और पायलट खेमे के बीच चल रही कुर्सी को लेकर रस्साकसी के चलते रविवार दिनभर राजस्थान का सियासी तापमान बढ़ा रहा। मुख्यमंत्री गहलोत के दिल्ली जाने और राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद प्रदेश में सीएम की कुर्सी के लिए पायलट ग्रुप की ओर से दावेदारी से राजस्थान में दिनभर उठापठक चलती रही। वैसे गहलोत के राष्ट्रीय अध्यक्ष का नामांकन के ऐलान के बाद से ही प्रदेश में कुर्सी की दावेदारी जताई जाने लगी थी लेकिन गहलोत राजस्थान के लोगों के बीच ही रहना चाहते हैं और इधर पायलट खेमा उन्हें अब अगले मुख्यमंत्री के तौर पर कुर्सी पर बिठाना चाहता है।
रविवार को हुए राजनीतिक तमाशे के बीच राजस्थान के सियासी गलियारों में चर्चा है कि गहलोत खेमा और प्रदेश के विधायक चाहते थे कि सीएम अशोक गहलोत ही रहें और अगर किसी कारणवश ऐसा नहीं होता है तो ऐसे में विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी प्रदेश के मुखिया का पद संभालें। देर रात तक विधायकों के नाटकीय घटनाक्रम से प्रदेश की राजनीति में जैसे भूचाल सा आ गया था और जनता को लगने लगा था कि सीएम की कुर्सी का किस्सा आज ही पूरा हो जाएगा। लेकिन एक राजनीतिक विश्लेषक की मानें तो प्रदेश में इस तरह का घटनाक्रम पहले से ही तय था। इसके लिए पहले से ही पटकथा लिखी जा चुकी थी, अहम किरदार भी तय थे और रविवार के दिन राजनीतिक रंगमंच पर इसका मंचन भी तय था।
बहरहाल विधायकों का @ शांति धारीवाल के आवास पर एकत्र होना, वहां से लग्जरी बस में बैठकर @सीपी जोशी के आवास पर जाना, 92 विधायकों के इस्तीफे का दावा, विधायकों की सीएम के प्रति नाराजगीभरे मंत्रियों और विधायकों की मीडिया में बयानबाजी और फिर अचानक सियासी हलचल बढ़ाकर रात को सोनिया गांधी की प्रदेश में हुए राजनीतिक तमाशे पर नाराजगी का मैसेज मिलते ही पूरे घटनाक्रम को शांति से बिना किसी लब्बोलुबाव के बंद कर विधायकों का अपने घर चले जाना, कुछ और ही संकेत दे रहा है। जिसका अंत अब कैसे होगा?, सभी को इन सवालों के जवाब का इंतजार रहेगा। इस बीच आज दोपहर सोनिया गांधी की तरफ से सीएम गहलोत और सचिन पायलट दोनों को दिल्ली दरबार में पेश होने का आदेश जारी हुआ है। अब इस घटनाक्रम को लेकर माहौल शांत कैसे होगा? इस पर सबकी नजर बनी रहेगी।