जिस मुख्यमंत्री की सरकार चली जाती है उस पर क्या गुजरती है…?

जिस मुख्यमंत्री की सरकार चली जाती है उस पर क्या गुजरती है…?

मुख्यमंत्री गहलोत ने दिया अपनों को करारा जवाब

कहा- हारे क्यों, जीते क्यों? ये सबको मालूम है

 

विजय श्रीवास्तव,

 

जयपुर। गुरुवार को एक बार फिर गहलोत ने पूर्व उपमुख्यमंत्री पायलट के तंज का करारा जवाब देते हुए बिना पायलट का नाम लिए कहा कि हारे क्यों, जीते क्यों यह तो सबको मालूम है। इस पर चर्चा करने से कोई फायदा नहीं। ये बात तो आप लोग भी समझ सकते हैं कि जिस मुख्यमंत्री की सरकार चली जाती है उस पर क्या गुजरती है? हमारी राजस्थान, छत्तीसगढ़ में सरकार दोबारा बने, मध्यप्रदेश में भी सरकार बने, तब हमें 2024 के लोकसभा चुनाव को जीतने में कामयाबी मिलेगी। एक्शन टेकन कैंप का दूसरा और अंतिम दिन था। होटल क्लार्क्स आमेर में चल रही कार्यशाला के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए गहलोत और डोटासरा ने मीटिंग के न सिर्फ खास बिंदु बताए साथ ही मुख्यमंत्री गहलोत ने मीडिया के सवालों को जवाब भी दिया।

 

इंदिरा गांधी के समय से 100गुना अधिक मेहनत की जरूरत 

मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए राहुल गांधी को लेकर मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि जनता से कनेक्श खत्म हो गया ये शब्द राहुल गांधी के लोगों की आंखें खोल देने वाले हैं। सोचने की जरूरत है कि इंदिरा गांधी के समय में और आज के समय में काफी अंतर है। इंदिरा गांधी के वक्त भी सरकार गई लेकिन ढाई साल में ही इंदिरा गांधी फिर सत्ता में लौट आईं। उनके वक्त की बात और थी अभी हमें उसके मुकाबले 100गुना अधिक परिश्रम की जरूरत है।  

 

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जीत का सेहरा हर सबको चाहिए, हार का टीका कोई नहीं लगवाता

गहलोत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि दुनिया जीत का सेहरा बांधना चाहती है हार का टीका कोई नहीं लगवाना चाहता। चंद्रभान जी ने अभी जो संगठन के कमजोर होने की बात कही वो राष्ट्रीय संदर्भ में कही थी, देशभर में कांग्रेस के हालात आपसे छिपे नहीं हैं। हम भाजपा की हॉर्स ट्रेडिंग की चाल को कामयाब होने नहीं देंगे, राज्यसभा की तीनों सीटों पर हम ही जीतेंगे और भाजपा की करारी हार होगी।

 

बरसों पुरानी परंपरा को फिर से शुरू करेंगे

सीएम गहलोत ने कहा कि हम चाहते हैं सरकार संगठन के अनुसार निर्णय करे और संगठन से सरकार को आमजन का फीडबैक मिले। ये बरसों पुरानी परंपरा है जो टूट गई है इसे फिर शुरू करने की हमारी इच्छा है। आज देशभर के हालात बेहद नाजुक हैं हम चाहते हैं कि कांग्रेस के कार्यालय जनता की आस्था और विश्वास का फिर से केंद्र बनें। हमारी सरकार ने इस बजट से जुड़े 450 फैसले कर दिए हैं। उदयपुर घोषणाओं के बाद कांग्रेस में काफी मजबूती आ गई है। यहां आपको ये बताना जरूरी है कि उदयपुर शिविर के बाद कांग्रेस के दो बड़े और वरिष्ठ तथा एक युवा नेता कांग्रेस का हाथ छोड़ चुका है।

 

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सरकारी एजेंसियों का केंद्र कर रही गलत इस्तेमाल

राज्यसभा चुनावों पर मीडिया के सवालों को जवाब देते हुए गहलोत ने भाजपा को एक बार फिर आड़े हाथों लिया। गहलोत ने कहा कि ये लोग फासिस्ट हैं, इनका लोकतंत्र और संविधान से कोई लेना देना नहीं है इनका इसमें विश्वास ही नहीं है। जहां-जहां चुनाव आते हैं ये हथकंडे अपनाते हुए सरकारी एजेंसियों को गलत फायदा उठाते हैं। केंद्र पर सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए गहलोत ने कहा कि सीबीआई, ईडी का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। सोनिया और राहुल को ईडी का नोटिस मिल चुका है आज हमारे विधायक वाजिब अली और ओम प्रकाश हुड्ला को भी ईडी ने नोटिस जारी किया है।

 

भाजपा वाले भी कहें तो उन्हें भी सुरक्षा देंगे

विधायकों के घर पुलिस का पहरे के सवाल पर गहलोत ने चुटकी लेते हुए कहा कि अगर कोई भाजपा का विधायक भी हमें कहेगा की हमें सुरक्षा चाहिए, हमें जान का खतरा है तो हम उन्हें भी सुरक्षा देंगे। महेश जोशी को लेकर मीडिया से गहलोत बोले मेरे कार्यकाल में जब भी ऐसी कोई बात हुई मैंने जांच CBI को सौंपी, लेकिन ये मामला ऐसा नहीं है।

 

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गौरतलब है कि राज्यसभा के चुनावों के चलते गहलोत ने विधायकों के घरों के बाहर इंटेलिजेंस और पुलिस का पहरा लगा दिया है। राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि गहलोत की करीब छह विधायकों पर ज्यादा मेहरबानी है, इसलिए उनसे मिलने जुलने वालों पर खास निगरानी चल रही है। यह भी कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने कमान संभालते हुए डेमेज कंट्रोल खुद के हाथों में ले ली है, इस समय गहलोत किसी भी तरह का कोई रिस्क नहीं लेना चाहते।

 

संगठन का नया स्वरूप जल्द होगा आपकी नजरों के सामने: डोटासरा

इधर प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि आने वाले समय में आपको संगठन एक नए रूप में नजर आएगा, 5साल तक पद पर रहे लोग दोबारा उस पद पर नहीं रहेंगे। 15 अगस्त तक कांग्रेस में 6लाख पदाधिकारी बनाए जाने का लक्ष्य है। गुरुवार को हुई चर्चा में करीब 26नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अपनी बात रखी। डोटासरा ने ये भी कहा कि जल्द से जल्द 13 जिलों में कार्यकारिणी बना दी जाएगी। डोटासरा ने राज्यसभा चुनावों को लेकर 126विधायकों के समर्थन की बात भी कही।

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