जलदाय विभाग का हनीमून पीरियड !, जनता कर रही त्राहिमाम
फोटो साभार सोशल मीडिया

जलदाय विभाग का हनीमून पीरियड !, जनता कर रही त्राहिमाम

जलदाय विभाग का हनीमून पीरियड !, जनता कर रही त्राहिमाम

मंत्रीजी ने पद तो संभाला लेकिन शायद कामकाज संभालने में लगेगा थोड़ा और वक्त

हाल ही में राजस्थान पत्रिका ने प्रकाशित की थी पानी से जुड़ी झालाना क्षेत्र की एक खबर

एक एक बूंद पानी को तरस रहे राजधानी और कई जिलों के लोग

शहरभर में आज खबर के कारण जलदाय विभाग और मंत्रीजी के चर्चे

क्या प्रदेश में गर्मी को लेकर जलदाय विभाग ने नहीं बनाया कोई रोडमैप?

योजनाओं और उनके क्रियान्वयन को लेकर विभाग को क्या नहीं कोई चिंता?

राजनीतिक गलियारों में मंत्रीजी की मीडिया में सुर्खियों को लेकर हो रही चर्चा

पहले भाजपा के नेता और अब तो जनता भी कहने लगी

“मंत्रीजी को तो उद्घाटन समारोह और दौरों से ही नहीं फुर्सत”

गौरतलब है कि पूर्व में विधायक दिव्या मदेरणा उठा चुकीं विभाग-मंत्री की कार्यप्रणाली पर सवाल

उनकी कार्यप्रणाली को लेकर विधानसभा में किया था मंत्री महेश जोशी पर जोरदार प्रहार

आखिर क्यों उनकी ही सरकार के विधायक ने कह दिया था मंत्री महेश जोशी को “रबड़ स्टैंप”

क्योंकि जलदाय जैसे महत्वपूर्ण विभाग का काम है मंत्री डॉ. महेश जोशी के पास

और प्रदेश की जनता को हो रही पेयजल की भारी परेशानी

इधर जल जीवन मिशन में भी सबसे निचले पायदान पर है राजस्थान

33राज्यों में राजस्थान का नम्बर आ रहा फिलहाल 29वें नम्बर पर

करीब एक करोड़ घरों में नलों से पहुंचाना है जोशी का पेयजल

जानकार सूत्रों ने किया खुलासा लेकिन अभी तक हुआ केवल 24फीसदी ही कार्य

एक भी जिले में अब तक नहीं हो पाया है 50 फीसदी भी काम

वहीं मंत्रीजी का निर्वाचन क्षेत्र और गृह जिले में भी मात्र 31.84 फीसदी हुआ काम

आखिर कैसे मंत्रीजी का विभाग घर-घर पहुंचा पाएगा पेयजल ?

ऐसे में क्या प्रदेश के मुखिया पूछेंगे मंत्री से जल और उसके प्रबंधन के बारे में ?

क्योंकि मुखिया को तो शायद है अपने प्रदेशवासियों की चिंता

और उनकी इसी संवेदनशील छवि के चलते ही लोग पसंद करते हैं मुख्यमंत्री  गहलोत को

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