
दिग्गजों का कांग्रेस से हो रहा मोह भंग
दिग्गजों का कांग्रेस से हो रहा मोह भंग
एक के बाद एक दिग्गज हो रहे कांग्रेस से दूर
#आरपीएन सिंह ने आज थामा #भाजपा का दामन
26 साल पुराने #कांग्रेस के रिश्ते छोड़ भाजपा में चले गए आरपीएन
विजय श्रीवास्तव,
दिल्ली। कांग्रेस के इतिहास में शायद ऐसा पहली बार हो रहा है जब कांग्रेस के दिग्गज नेता एक के बाद एक पार्टी का साथ छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं। तो क्या यह भाजपा के कार्यों की प्रशंसा है या फिर कांग्रेस में खुलकर राजनीति ना कर पाने की कसमसाहट है? यूपी चुनाव के मद्देनजर आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आरपीएन सिंह ने सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेज कांग्रेस को अलविदा कह दिया। आरपीएन सिंह ने सोनिया गांधी को लिखे अपने पत्र में लिखा कि मैं “अपने राजनीतिक करियर का नया अध्याय शुरू करने जा रहा हूं। अब इसे राजनीतिक लालसा कहिए या फिर भाजपा का प्रभाव। कांग्रेस ही नहीं कई अन्य दलों के भी वरिष्ठ नेता भाजपा और शायद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम करने के तरीके और अपने उज्जवल भविष्य के लिए भाजपा में शामिल हो रहे हैं।
कांग्रेस को खलेगी वरिष्ठों की कमी
गौरतलब है कि आर पी एन सिंह कांग्रेस के महासचिव भी है और झारखंड के प्रभारी भी हैं, साथ ही उनका नाम उत्तर प्रदेश के चुनावी अभियान में कांग्रेस स्टार प्रचारकों में शुमार था। सिंह ने अपने पद से इस्तीफा देकर कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है। यूपी में पूर्वांचल से आने वाले आरपीएन सिंह के बारे में कहा जाता है कि वह अपने पार्टी के लिए समर्पित कार्यकर्ता हैं ऐसे में कांग्रेस का साथ छोड़ देने से कांग्रेस को एक और वरिष्ठ और प्रभावशाली नेता की कमी जरूर महसूस होगी। #जतिन प्रसाद और #ज्योतिरादित्य सिंधिया पहले ही भाजपा का दामन थाम चुके हैं।
जानकार सूत्रों के हवाले से मिल रही खबर के अनुसार भाजपा छोड़ सपा में शामिल हुए #स्वामी प्रसाद मौर्य के लिए RPN सिंह परेशानी पैदा कर सकते हैं। भाजपा आरपीएन सिंह को सपा मैं शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य के सामने विधानसभा का टिकट देकर मैदान में उतार सकती है।
मुक्त कंठ से की प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ
अपनी 26 साल पुरानी राजनीतिक पार्टी का दामन छोड़ आरपीएन सिंह ने आज बीजेपी का दामन थाम लिया है। भाजपा में शामिल होते ही आरपीएन सिंह ने कहा कि मैं #प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह को धन्यवाद देता हूं। देर आए लेकिन दुरुस्त आए, #योगी आदित्यनाथ के कामकाज की तारीफ करते हुए आरपीएन सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने अच्छा काम किया है। आरपीएन सिंह ने दिल्ली स्थित भाजपा #मुख्यालय में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर भाजपा के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे जिनमें केन्द्रीय मंत्री और यूपी के प्रभारी #धर्मेन्द्र प्रधान,यूपी भाजपा प्रदेशाध्यक्ष #स्वतंत्र देव सिंह, केन्द्रीय मंत्री #ज्योतिरादित्य सिंधिया और #अनुराग ठाकुर मौजूद रहे।
आरपीएन सिंह का राजनीतिक सफर
आरपीएन सिंह 1996 से लेकर 2009 तक पडरौना विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक पद पर रहे। वर्ष 2009 में कांग्रेस के टिकट पर #पडरौना से जीत कर लोकसभा में पहुंचे थे। तब आरपीएन यूपी में तत्कालीन बसपा सरकार के क़द्दावर नेता व बसपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्या को हराकर लोकसभा पहुंचे थे। वर्ष 2014 और 2019 लोकसभा चुनाव में सिंह को हार का सामना करना पड़ा था। ज्ञात रहे कि आरपीएन सिंह के पिता दिवंगत #सीपीएन सिंह #इंदिरा गांधी सरकार में रक्षा राज्य मंत्री के पद पर थे