विजय श्रीवास्तव
दिल्ली। फिल्म जगत और महाराष्ट्र के साथ-साथ अब देश के सबसे बड़े सदनों राज्यसभा और लोकसभा में भी सुशांत की मौत और उसके बाद नशे के कारोबार को लेकर दंगल शुरू हो गया है। भाजपा सांसद रवि किशन ने सदन में कहा था कि “चीन और पाक से नशे की खेप तस्करी हो रही है जो कि देश की युवा पीढ़ी को बर्बाद करने की साजिश है हमारे फिल्म जगत में इसकी पैठ हो चुकी है मेरी मांग है कि इस पर कड़ी कार्रवाई की जाए”। वहीं दूसरी तरफ कंगना रनौत भी अपनी ही इंडस्ट्री को सवालों के कटघरे में खड़ा कर चुकी हैं।
सांसद और अभिनेता रवि किशन के बयान पर समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन ने निशाना साधते हुए कहा कि “सदन में बॉलीवुड को बदनाम करने की साजिश चल रही है और सरकार भी फिल्म जगत का समर्थन नहीं कर रही है। फिल्म उद्योग को सरकार के समर्थन की इस समय सख्त जरूरत है। यह उद्योग सीधे लाखों लोगों को रोजगार देता है”। इधर अभिनेत्री कंगना रनौत ने सीधे-सीधे सांसद जया बच्चन पर निशाना साधते हुए कहा कि “अगर मेरी जगह आपकी बेटी श्वेता और सुशांत की जगह आपका बेटा अभिषेक होता तो भी आपके यही बयान होते”?
दरअसल कंगना ने प्रधानमंत्री को टैग करते हुए ट्विटर पर यह लिखा था कि “अगर नारकोटिक विभाग बॉलीवुड की जांच करें तो पहली पंक्ति के कई सितारे सलाखों के पीछे होंगे उम्मीद है। प्रधानमंत्री जी स्वच्छ भारत मिशन के तहत बॉलीवुड जैसे गटर को साफ करेंगे”
कंगना के इस “गटर” वाले बयान पर बिना कंगना का नाम लिए अभिनेत्री और सांसद जया बच्चन ने कहा “कुछ लोग जिस थाली में खाते हैं उसी में छेद करते हैं, कुछ लोगों के खराब होने के कारण आप पूरी फिल्म इंडस्ट्री को बदनाम नहीं कर सकते। इंडस्ट्री में अपना नाम बनाने वालों ने इस उद्योग को “गटर” तक कह दिया, यह शर्मनाक है। यह उद्योग 5लाख लोगों को रोजगार देता है ऐसे में सोशल मीडिया के माध्यम से फिल्म जगत को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। लेकिन इस समय सरकार को मनोरंजन इंडस्ट्री के साथ खड़े रहकर इसकी मदद करनी चाहिए”।