
बच्चों के टीकों को अभी तक मंजूरी नहीं दी: सुरजेवाला
बच्चों के टीकों को अभी तक मंजूरी नहीं दी: सुरजेवाला
केवल 29 करोड़ लोगों को दोनों डोज लगी: सुरजेवाला
जोधपुर। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि 100 करोड़ टीके लगने पर वाहवाही लूटने में लगे हैं, लेकिन वास्तविकता अलग है। पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में देश के वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और उनके सहायकों का अपमान किया है। वैक्सीन लगवाने वाले बीस देशों की सूची में भारत का 19वां स्थान है।
पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा के निधन पर शोक जताने जोधपुर आए सुरजेवाला ने कहा कि पीएम मोदी का यह कहना कि कोरोना वैक्सीन से पहले देश में कोई वैक्सीन नहीं बनी थी, विदेश से आयात की जाती थी, पूरी तरह गलत है। सुरजेवाला ने देश में बनाए गए टीकों और टीकाकरण कार्यक्रमों की पूरी श्रृंखला गिना दी। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को उनके किसी अधिकारी ने बताया नहीं कि इस देश में कई तरह के टीकों को न केवल विकसित किया गया बल्कि उनका बड़े स्तर पर निर्यात भी किया है।
कांग्रेस प्रवक्ता सुरजेवाला ने कहा कि देश में 103 करोड़ लोग 18 साल से ज्यादा आयु के हैं, जिनमें से केवल 29 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगाई गई है। 42 करोड़ लोगों को केवल एक ही डोज लगी है और 32 करोड़ लोगों को एक भी डोज नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल के बाद स्कूल और कॉलेज खुल गए हैं। उन्होंने कहा कि सबसे अधिक खतरा बच्चों को है। देश के वैज्ञानिकों ने बच्चों के दो तरह के टीके विकसित कर लिए है, लेकिन केन्द्र अभी तक उन्हें मंजूरी नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि केन्द्र ने 31 दिसम्बर तक देश में सभी को कोरोना टीका लगाने की लक्ष्य तय कर चुकी है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए 70 दिन में 106 करोड़ टीके लगाए जाने है, लेकिन हम लगा रहे है रोजाना के 35 लाख। 30 करोड़ बच्चे और 32 करोड़ बड़ों को अभी तक एक भी डोज नहीं लगी है। इन लोगों का टीकाकरण करने की योजना लेकर केन्द्र को सामने आना चाहिए।
सुरजेवाला ने कहा कि अमेरिका और यूरोपीय यूनियन अपने यहां के देशों में बूस्टर डोज के रूप में तीसरी डोज लगा रहे है। हमारे देश में फ्रंट लाइन वर्करों और 65 साल से अधिक आयु के लोंगों को बूस्टर डोज की आवश्यकता है, लेकिन अभी तक इस बारे में सरकार कोई नीति ही तय नहीं कर पा रही है। कोरोना ने हमें बहुत जख्म दिए है, लेकिन सरकार जश्न में डूबी है।